रैपिड फायर
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिज़र्व
- 11 Apr 2025
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स्रोत: द हिंदू
सर्वोच्च न्यायालय ने गैर-वानिकी गतिविधियों और अतिक्रमण की पहचान करने के उद्देश्य से केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति (CEC) को अगस्त्यमलाई भू-परिदृश्य का विस्तृत सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है।
- सर्वेक्षण का उद्देश्य: उन सभी गैर-वानिकी गतिविधियों की पहचान करना जो वन संरक्षण अधिनियम, 1980 और वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 जैसे सांविधिक अधिनियमों का उल्लंघन हैं।
- वन क्षरण की सीमा को उजागर करने के लिये तुलनात्मक वन आवरण डेटा उपलब्ध कराना।
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सर्वेक्षण के अंतर्गत प्रमुख क्षेत्र:
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अगस्त्यमलाई: यह UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त 3,500 वर्ग किलोमीटर के बायोस्फीयर रिज़र्व का हिस्सा है।
- यह पश्चिमी घाट के सुदूर दक्षिणी भाग में तमिलनाडु और केरल तक विस्तृत है।
- नीलक्कुरिंजी फूल, जो 12 वर्ष में एक बार खिलता है, इसी भू-परिदृश्य में पाया जाता है।
- इस क्षेत्र में लायन-टेल्ड मेकाक, बंगाल टाइगर, नीलगिरि मार्टन, नीलगिरि तहर, मालाबार स्पाइनी डोरमाउस, ग्रेट पाइड हॉर्नबिल, गौर (भारतीय बाइसन), स्लॉथ भालू पाए जाते हैं।
- इस क्षेत्र में स्थानीय समुदाय, विशेषकर कानी जनजाति निवास करती है।
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