सतत् व्यापार और मानकों पर तृतीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन | 04 Nov 2023
प्रिलिम्स के लिये:क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI), सस्टेनेबल ट्रेड एंड स्टैंडर्ड्स पर इंटरनेशनल कन्वेंशन, सस्टेनेबिलिटी स्टैंडर्ड्स पर यूनाइटेड नेशंस फोरम, गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेज़, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) मेन्स के लिये:भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI) और उसका योगदान, खाद्य सुरक्षा तथा मानक |
स्रोत: पी.आई.बी.
चर्चा में क्यों?
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (DPIIT) के एक स्वायत्त संगठन, क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) ने नई दिल्ली में सतत् व्यापार और मानकों (ICSTS) पर तीसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेज़बानी की।
- ICSTS के दो दिवसीय कार्यक्रम को निजी स्थिरता मानकों पर भारत के राष्ट्रीय मंच (इंडिया PSS प्लेटफॉर्म) द्वारा आयोजित किया गया है जिसकी मेज़बानी स्थिरता मानकों पर संयुक्त राष्ट्र फोरम (UNFSS) के सहयोग से QCI द्वारा की गई है।
- ICSTS का उद्देश्य स्वैच्छिक स्थिरता मानकों (VSS) की चुनौतियों और अवसरों पर जागरूकता एवं संवाद को बढ़ावा देना है, जो वैश्विक मूल्य शृंखलाओं के पर्यावरणीय व सामाजिक पहलुओं को बेहतर बनाने के उपकरण हैं।
ICSTS की मुख्य विशेषताएँ:
- QCI और अफ्रीकी मानकीकरण संगठन (African Organisation for Standardisation- ARSO) ने वैश्विक व्यापार परिदृश्य को बढ़ावा देने, व्यापार संबंधों को मज़बूत करने एवं मानकों में सामंजस्य स्थापित करने हेतु एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- भारत ने ब्राज़ील और मैक्सिको के साथ साझेदारी की है, साथ ही अब स्वैच्छिक स्थिरता मानकों के संबंध में ARSO के साथ सहयोग बढ़ाया है।
- धारणीय मानक विशेष नियम हैं जो गारंटी प्रदान करते हैं कि आपके द्वारा खरीदे गए उत्पाद पर्यावरण और उन्हें बनाने वाले लोगों को नुकसान नहीं पहुँचाएंगे।
- इसमें ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पहल पर प्रकाश डाला गया क्योंकि यह डिजिटलीकरण की पहल को बढ़ावा दे रहा है, भारत में ई-कॉमर्स में क्रांति ला रहा है एवं डिजिटल युग में व्यापार को अधिक सुलभ तथा कुशल बना रहा है।
- यह पहल डेटा गोपनीयता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।
- ONDC ने ONDC नेटवर्क के विक्रेता एप में सुचारु रूप से शामिल होने हेतु संस्थाओं की डिजिटल तैयारी का आकलन करने के लिये QCI की पहचान की है।
- ICSTS में भारत अच्छी कृषि पद्धतियों (IndG.A.P.), मानकों की तुलना ग्लोबल गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेज़ (GLOBALG.A.P.) से की गई थी। ICSTS में राष्ट्रीय तकनीकी कार्य समूह (National Technical Working Group- NTWG) तंत्र के माध्यम से मानक एवं राष्ट्रीय व्याख्या दिशा-निर्देश (National Interpretation Guidelines- NIG) का सृजन भी हुआ।
- इससे भारतीय कृषि पद्धतियों को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने में मदद मिलती है। NIG का निर्माण भारत में इन मानकों को लागू करने हेतु दिशा-निर्देश प्रदान करना है।
- इन प्रयासों से लगभग 12,000 किसानों को लाभ होगा और यह सुनिश्चित होगा कि वे अंतर्राष्ट्रीय गुणवत्ता एवं स्थिरता मानकों को पूरा करेंगे।
मुख्य बिंदु:
- निजी स्थिरता मानकों पर भारत राष्ट्रीय मंच (INPPSS):
- इसे QCI के सचिवीय निरीक्षण के तहत शुरू किया गया था। राष्ट्रीय संदर्भ में PSS मुद्दों के समाधान के लिये यह विश्व में अपनी तरह की पहली पहल है।
- इसका उद्देश्य मुख्य सार्वजनिक और निजी हितधारकों के बीच सतत् विकास लाभ और बाज़ार पहुँच के अवसरों को अधिकतम करने के बारे में चर्चा की सुविधा प्रदान करना है।
- स्थिरता मानकों पर संयुक्त राष्ट्र मंच (UNFSS):
- UNFSS एक ऐसा मंच है जिसका उद्देश्य सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने के लिये स्वैच्छिक स्थिरता मानकों (VSS) के उपयोग को बढ़ावा देना है।
- UNFSS का समन्वय पाँच संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों द्वारा किया जाता है:
- खाद्य एवं कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO), अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र (ITC), व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (United Nations Conference on Trade and Development- UNCTAD), संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environment Programme- UNEP), संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (United Nations Industrial Development Organization- UNIDO)।
- UNFSS रिपोर्ट तैयार करता है, कार्यक्रम आयोजित करता है और VSS से संबंधित मुद्दों पर तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
- भारतीय अच्छी कृषि पद्धतियाँ( IndG.AP.):
- IndG.AP, भारत में सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये QCI द्वारा विकसित एक प्रमाणन योजना है।
- IndG.AP कृषि के विभिन्न पहलुओं जैसे- मृदा, जल, फसल स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, श्रमिक कल्याण और खाद्य सुरक्षा को कवर करती हैं।
- वैश्विक अच्छी कृषि पद्धतियाँ (GLOBALG.A.P.):
- यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मान्यता प्राप्त मानक है जो बढ़ते पौधों, सब्जियों, कंद, फलों, पोल्ट्री, मवेशियों और जलीय उत्पादों के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रबंधन, सुरक्षा तथा ट्रेसबिलिटी सुनिश्चित करती है।
- राष्ट्रीय तकनीकी कार्य समूह (NTWG):
- NTWG एक ऐसा समूह है जो वैश्विक और स्थानीय मुद्दों के बीच अंतर को पाटता है। वे राष्ट्रीय स्तर पर अनुकूलन और अनुप्रयोग चुनौतियों की पहचान करते हैं तथा राष्ट्रीय व्याख्या दिशा-निर्देश (NIG) विकसित करते हैं। NIG पूरे विश्व में लागत प्रभावी ऑडिट प्रक्रियाओं का समर्थन करते हैं।
भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI):
- परिचय:
- QCI वर्ष 1860 के सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम XXI के तहत पंजीकृत एक गैर-लाभकारी संगठन है।
- यह भारत सरकार और भारतीय उद्योग द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया था, जिसका प्रतिनिधित्व तीन प्रमुख उद्योग संघों, एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (ASSOCHAM), भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) ने वर्ष 1997 में किया था।
- QCI की स्थापना भारत में विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा देने लिये की गई थी।
- यह भारत में मान्यता, प्रमाणन और गुणवत्ता संवर्धन हेतु ज़िम्मेदार है।
- DPIIT, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय को गुणवत्ता तथा QCI से जुड़े सभी मामलों के लिये कैबिनेट निर्णय की संरचना एवं कार्यान्वयन में सहायता के लिये नोडल बिंदु के रूप में नामित किया गया था।
- सदस्य:
- QCI में अध्यक्ष तथा महासचिव सहित 39 सदस्य शामिल होते हैं।
- इसका अध्यक्ष भारत के प्रधान मंत्री द्वारा नामित किया जाता है।
- इस परिषद् में सरकार, उद्योग और अन्य हितधारकों का समान प्रतिनिधित्व है।
- QCI में अध्यक्ष तथा महासचिव सहित 39 सदस्य शामिल होते हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. 'क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI)' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (c) |