छठा क्वाड शिखर सम्मेलन 2024 | 24 Sep 2024

प्रिलिम्स के लिये:

क्वाड, महामारी, हिंद-प्रशांत राष्ट्र, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिये समुद्री पहल (MAITRI), हिंद-प्रशांत समुद्री क्षेत्र जागरूकता भागीदारी (IPMDA), डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, बंदरगाह, सुनामी, क्वाड-प्लस।

मेन्स के लिये:

हिंद-प्रशांत देशों की स्थिरता एवं समृद्धि के लिये क्वाड देशों की बहुआयामी पहल।

स्रोत: पीआईबी

चर्चा में क्यों?

हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के डेलावेयर में छठा क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। यह चौथा व्यक्तिगत क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन था।

  • क्वाड द्वारा साझेदारों को महामारी और बीमारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन के खतरे का सामना करने, साइबर सुरक्षा को मज़बूत करने आदि में मदद करने के क्रम में महत्त्वाकांक्षी परियोजनाओं का नेतृत्व किया जा रहा है।

छठे क्वाड शिखर सम्मेलन की मुख्य बातें क्या हैं?

  • स्वास्थ्य:
    • क्वाड स्वास्थ्य सुरक्षा साझेदारी (QHSP): QHSP को वर्ष 2023 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वास्थ्य सुरक्षा समन्वय बढ़ाने के लिये क्वाड द्वारा शुरू किया गया था।
      • गर्भाशय-ग्रीवा कैंसर के उपचार के लिये क्वाड कैंसर मूनशॉट जैसी नई पहल की घोषणा की गई है।
    • महामारी संबंधी तैयारी: संयुक्त राज्य अमेरिका ने चौदह हिंद-प्रशांत देशों में संक्रामक रोग की रोकथाम और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिये 84.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की धनराशि देने का संकल्प लिया है।
  • समुद्री सुरक्षा: 
    • मैत्री: क्वाड ने क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिये हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिये समुद्री पहल (MAITRI) की शुरुआत की है।
    • हिंद-प्रशांत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क: क्वाड द्वारा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में त्वरित आपदा प्रतिक्रिया के लिये एयरलिफ्ट क्षमता में सुधार करने के क्रम में एक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क शुरू किया गया है जिसका उद्देश्य नागरिक प्रतिक्रियाओं में दक्षता लाना है।
    • तटरक्षक सहयोग: अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने के लिये पहली बार वर्ष 2025 तक क्वाड-एट-सी शिप ऑब्जर्वर मिशन की योजना बनाई गई।
  • गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढाँचे का विकास:
    • डिजिटल अवसंरचना सिद्धांत: क्वाड द्वारा सुरक्षा और समावेशिता पर ध्यान केंद्रित करते हुए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के विकास के लिये सिद्धांत स्थापित किये गए हैं।
    • भविष्य की क्वाड पोर्ट्स पार्टनरशिप: इसका उद्देश्य अनुकूल बंदरगाह बुनियादी ढाँचे के विकास का समर्थन करना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाना है।
      • वर्ष 2025 में क्वाड साझेदारों का मुम्बई में पहला क्षेत्रीय बंदरगाह एवं परिवहन सम्मेलन आयोजित करने का उद्देश्य है।
    • समुद्र के अंदर केबल और डिजिटल कनेक्टिविटी: क्वाड साझेदारों ने समुद्र के अंदर केबल परियोजनाओं के लिये 140 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है, जिसका लक्ष्य वर्ष 2025 तक सभी प्रशांत द्वीपीय देशों के लिये प्राथमिक दूरसंचार कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
      • इसके लिये ऑस्ट्रेलिया ने जुलाई 2024 में केबल कनेक्टिविटी और रेजिलियेंस सेंटर शुरू किया।
    • क्वाड इन्फ्रास्ट्रक्चर फेलोशिप: इसका उद्देश्य बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में निवेश को अनुकूलित करने, प्रबंधित करने और आकर्षित करने के लिये पूरे क्षेत्र की क्षमता में सुधार करना तथा पेशेवर नेटवर्क को उन्नत बनाना है।
  • महत्त्वपूर्ण एवं उभरती हुई प्रौद्योगिकी: 
    • ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क (RAN) और 5G: वर्ष 2023 में क्वाड ने पलाऊ में अपना पहला ओपन RAN का आरंभ किया है जिसका उद्देश्य लगभग 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ एक सुरक्षित दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है।
      • क्वाड का उद्देश्य फिलीपींस में चल रहे ओपन RAN परीक्षणों और एशिया ओपन RAN अकादमी को समर्थन देने का है।
    • एआई-एंगेज पहल (2023): अगली पीढ़ी की कृषि को सशक्त बनाने के लिये नवाचारों को आगे बढ़ाने (AI-ENGAGE) के माध्यम से क्वाड सरकारें अगली पीढ़ी की कृषि को सशक्त बनाने हेतु कृत्रिम बुद्धिमत्ता तथा रोबोटिक्स का उपयोग करने के लिये अग्रणी सहयोगी अनुसंधान को उन्नत बना रही हैं।
    • बायोएक्सप्लोर पहल: इसका उद्देश्य रोग निदान, फसल अनुकूलन और स्वच्छ ऊर्जा समाधान में नवाचार हेतु जैविक पारिस्थितिकी तंत्र का अध्ययन करने में AI का उपयोग करना है।
    • सेमीकंडक्टर: क्वाड नेताओं ने सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला जोखिमों के समाधान में सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिये सहयोग ज्ञापन को अंतिम रूप दिया है।
    • क्वांटम प्रौद्योगिकी: क्वाड इन्वेस्टर्स नेटवर्क (QUIN), एक गैर-लाभकारी पहल, द्वारा उन तरीकों पर प्रकाश डाला गया है जिनसे क्वाड देश के क्वांटम पारिस्थितिकी तंत्र सामूहिक रूप से पूंजी और विशेषज्ञता का लाभ उठाने के लिये मिलकर कार्य कर सकते हैं।
  • जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा: 
    • उन्नत पूर्व चेतावनी प्रणालियाँ: अमेरिका, प्रशांत द्वीपीय देशों की सहायता के लिये 3डी-मुद्रित मौसम केंद्र उपलब्ध कराएगा जबकि ऑस्ट्रेलिया और जापान क्षेत्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रयासों को बेहतर बना रहे हैं।
      • जापान अपनी प्रशांत जलवायु अनुकूलन पहल के तहत प्रशांत द्वीपीय देशों के साथ सहयोग भी बढ़ा रहा है।
    • क्वाड स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला विविधीकरण कार्यक्रम (2023): इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षित और विविध स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं के विकास का समर्थन करना है।
      • भारत ने फिजी, कोमोरोस, मेडागास्कर और सेशेल्स में नई सौर परियोजनाओं के लिये 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
  • साइबर सुरक्षा: क्वाड ने वाणिज्यिक समुद्री दूरसंचार केबलों की सुरक्षा के लिये क्वाड एक्शन प्लान विकसित किया है ताकि भविष्य में डिजिटल कनेक्टिविटी, वैश्विक वाणिज्य और समृद्धि हेतु क्वाड के साझा दृष्टिकोण को महत्त्व दिया जा सके।
    • क्वाड अपने डिसइन्फॉर्मेशन विरोधी कार्य समूह के माध्यम से मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थन करके और विदेशी सूचना हेरफेर एवं हस्तक्षेप का समाधान करके अनुकूल सूचना पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने के क्रम में मिलकर कार्य कर रहा है।
  • अंतरिक्ष: क्वाड साझेदार अंतरिक्ष स्थितिजन्य जागरूकता (SSA) में विशेषज्ञता और अनुभव साझा करने की ओर उन्मुख हैं, जिससे अंतरिक्ष क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता में योगदान मिलेगा। 
  • आतंकवाद का मुकाबला: क्वाड नेताओं ने आतंकवाद के खतरों एवं आतंकवाद का मुकाबला करने के लिये बेहतर प्रथाओं और सूचना साझाकरण तथा रणनीतिक संदेश के माध्यम से आतंकवाद संबंधी कृत्यों को कम करने के क्रम में मिलकर कार्य करने के तरीकों पर चर्चा की।
    • क्वाड आतंकवाद निरोधक कार्य समूह (CTWG) वर्तमान में आतंकवादी उद्देश्यों के लिये प्रयुक्त मानव रहित हवाई प्रणाली (C-UAS), रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु उपकरणों (CBRN) तथा इंटरनेट के उपयोग का मुकाबला करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
  • पीपुल-टू-पीपुल पहल: भारत ने भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित तकनीकी संस्थान में 4 वर्षीय स्नातक इंजीनियरिंग कार्यक्रम को पूरा करने के क्रम में हिंद-प्रशांत के छात्रों को 500,000 अमेरिकी डॉलर मूल्य की पचास क्वाड छात्रवृत्ति प्रदान करने की एक नई पहल की घोषणा की है।

डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना के विकास और परिनियोजन हेतु क्वाड सिद्धांत क्या हैं?

  • परिचय: क्वाड देशों द्वारा यह घोषणा की गई है कि डिजिटल बुनियादी ढाँचे के निर्माण और उपयोग के लिये एक रूपरेखा तैयार की गई है जो समावेशी, पारदर्शी होने के साथ लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है।
  • डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI): इसे साझा डिजिटल प्रणालियों के एक समूह के रूप में वर्णित किया गया है जो सुरक्षित, विश्वसनीय और अंतर-संचालनीय हैं।
    • इनका निर्माण और उपयोग सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र द्वारा समान पहुँच प्रदान करने तथा बड़े पैमाने पर सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार लाने के लिये किया जाता है।
  • DPI के लिये क्वाड सिद्धांत: क्वाड ने DPI के विकास और कार्यान्वयन हेतु निम्नलिखित सिद्धांतों की पुष्टि की।
    • समावेशिता: अंतिम उपयोगकर्त्ताओं को सशक्त बनाने के क्रम में बाधाओं को दूर करना, अंतिम छोर तक पहुँच सुनिश्चित करना और एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह से बचना।
    • अंतरसंचालनीयता: विधिक और तकनीकी बाधाओं पर विचार करते हुए अंतरसंचालनीयता के लिये पारदर्शी मानकों का उपयोग करना।
    • मापनीयता (स्केलेबिलिटी): अप्रत्याशित मांग वृद्धि या विस्तार को प्रबंधित करने के लिये अनुकूल तरीके से सिस्टम डिज़ाइन करना।
    • सुरक्षा और गोपनीयता: व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा और अनुकूलन के लिये गोपनीयता बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकियों एवं सुरक्षा सुविधाओं को एकीकृत करना।
    • सार्वजनिक लाभ के लिये शासन: यह सुनिश्चित करना कि प्रणालियाँ सुरक्षित, विश्वसनीय एवं पारदर्शी हों जिससे प्रतिस्पर्द्धा, समावेशन तथा डेटा संरक्षण को बढ़ावा मिल सके।
    • स्थिरता: पर्याप्त वित्तपोषण और तकनीकी सहायता के माध्यम से निरंतर संचालन सुनिश्चित करना।
    • बौद्धिक संपदा संरक्षण: मौजूदा विधिक ढाँचे के आधार पर बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा करना।
    • सतत् विकास: सतत् विकास के लिये वर्ष 2030 एजेंडा और सतत् विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ प्रणालियों को संरेखित करना।

क्वाड क्या है?

  • परिचय: क्वाड या चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के बीच  एक कूटनीतिक साझेदारी है।
    • यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करता है तथा एक "मुक्त, स्पष्ट और समृद्ध" अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देता है।
  • क्वाड का उद्देश्य: क्वाड का उद्देश्य स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, बुनियादी ढाँचे, प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, मानवीय सहायता, समुद्री सुरक्षा, गलत सूचनाओं और आतंकवाद से निपटने सहित क्षेत्रीय चुनौतियों का समाधान करना है।
  • क्वाड की उत्पत्ति: क्वाड की उत्पत्ति वर्ष 2004 की हिंद महासागर सुनामी के फलस्वरूप हुई थी, जहाँ चार देशों ने मानवीय सहायता प्रदान की थी। 
    • जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा वर्ष 2007 में औपचारिक रूप से स्थापित यह समूह चीन की प्रतिक्रियाओं के कारण, विशेष रूप से वर्ष 2008 में ऑस्ट्रेलिया के इससे बाहर हो जाने के बाद, निष्क्रिय हो गया। 
    • चीन के प्रभाव के प्रति क्षेत्रीय दृष्टिकोण में बदलाव के मध्य इसे वर्ष 2017 में पुनर्जीवित किया गया, जिसका समापन वर्ष 2021 में इसके पहले औपचारिक शिखर सम्मेलन के साथ हुआ।
  • विस्तार की संभावना: "क्वाड-प्लस" बैठकों में दक्षिण कोरिया, न्यूज़ीलैंड और वियतनाम जैसे राष्ट्रों को शामिल किया गया है, जो भविष्य में विस्तार की संभावना का संकेत देता है।

QUAD

निष्कर्ष:

क्वाड महामारी के विरुद्ध स्वास्थ्य सुरक्षा बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन से निपटने तथा साइबर सुरक्षा को मज़बूत करने के लिये समर्पित है। इन महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देकर, क्वाड का उद्देश्य एक मुक्त और समृद्ध हिंद-प्रशांत को सुनिश्चित करना है, जो वैश्विक स्थिरता और सतत् विकास में योगदान देता है।

दृष्टि मुख्य परीक्षा प्रश्न:

प्रश्न: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समकालीन चुनौतियों से निपटने में क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा वार्ता) के महत्त्व पर चर्चा कीजिये।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न  

मेन्स: 

प्रश्न. नई त्रि-राष्ट्र साझेदारी AUKUS का उद्देश्य भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन की महत्त्वाकांक्षाओं का मुकाबला करना है। क्या यह क्षेत्र में मौजूदा साझेदारियों का स्थान लेने जा रहा है? वर्तमान परिदृश्य में AUKUS की शक्ति और प्रभाव पर चर्चा कीजिये। (वर्ष 2021)

प्रश्न :‘चतुर्भुज सुरक्षा संवाद’ (QUAD) वर्तमान समय में स्वयं को एक सैन्य गठबंधन से व्यापार गुट के रूप में परिवर्तित कर रहा है। चर्चा कीजिये। (मुख्य परीक्षा, 2020)