प्रिलिम्स फैक्ट्स (24 Dec, 2022)



सामाजिक प्रगति सूचकांक 2022

हाल ही में भारत के राज्यों और ज़िलों के लिये सामाजिक प्रगति सूचकांक (Social Progress Index- SPI) प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (Economic Advisory Council to the Prime Minister- EAC-PM) द्वारा जारी किया गया है।

  • SPI को प्रतिस्पर्द्धात्मकता और सामाजिक प्रगति अनिवार्यता संस्थान द्वारा संकलित किया गया है।
  • यह रिपोर्ट वैश्विक सामाजिक प्रगति सूचकांक 2022 के संदर्भ में भारत के प्रदर्शन (169 देशों में से 110वें स्थान पर) की भी जाँच करती है, जिसे वर्ष 2013 से सोशल प्रोग्रेस इंपीरेटिव द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM)

  • यह प्रधानमंत्री को आर्थिक और संबंधित मुद्दों पर सलाह देने के लिये गठित एक स्वतंत्र निकाय है।
  • EAC-PM व्यापक आर्थिक महत्त्व के किसी भी मुद्दे पर प्रधानमंत्री को विश्लेषण और सलाह देने के लिये ज़िम्मेदार है जिसे प्रधानमंत्री संदर्भित करते हैं।
  • यह या तो स्वप्रेरणा से या प्रधानमंत्री या किसी और के संदर्भ में हो सकते हैं।
  • इनमें समय-समय पर प्रधानमंत्री द्वारा वांछित किसी भी अन्य कार्य को सम्मिलित करना भी शामिल है। 

सामाजिक प्रगति सूचकांक

  • परिचय: 
    • SPI एक व्यापक तकनीक है जो राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तरों पर किसी राष्ट्र की सामाजिक आर्थिक उन्नति का पूर्ण मूल्यांकन प्रदान कर सकती है।
    • इस रिपोर्ट का उद्देश्य देश में सभी स्तरों पर की गई सामाजिक प्रगति का एक व्यवस्थित विवरण प्रदान करना है।
    • यह सूचकांक राज्य स्तर पर 89 और ज़िला स्तर पर 49 संकेतकों वाले एक व्यापक रूपरेखा का उपयोग करता है।
  • मूल्यांकन घटक: 
    • यह सूचकांक सामाजिक प्रगति के तीन महत्त्वपूर्ण आयामों में 12 घटकों के आधार पर राज्यों और ज़िलों का आकलन करता है:
      • बुनियादी मानवीय आवश्यकताएँ: यह पोषण और बुनियादी चिकित्सा देखभाल, जल और स्वच्छता, व्यक्तिगत सुरक्षा और आश्रय के संदर्भ में राज्यों और ज़िलों के प्रदर्शन का आकलन करता है। 
      • कल्याण की नींव: यह बुनियादी जानकारी तक पहुँच, सूचना और संचार तक पहुँच, स्वास्थ्य और कल्याण तथा पर्यावरण गुणवत्ता के घटकों में देश द्वारा की गई प्रगति का मूल्यांकन करता है।
      • अवसर: यह व्यक्तिगत अधिकारों, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और विकल्प, समावेशिता और उन्नत शिक्षा तक पहुँच पर केंद्रित है।

सूचकांक के निष्कर्ष

  • उच्चतम SPI स्कोर: पुद्दुचेरी
  • न्यूनतम SPI स्कोर: झारखंड और बिहार
  • बुनियादी मानवीय आवश्यकताएँ: गोवा, पुद्दुचेरी, लक्षद्वीप और चंडीगढ़ जल, स्वच्छता और आश्रय के क्षेत्र सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वाले शीर्ष चार राज्य हैं।
  • कल्याण की नींव: मिज़ोरम, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और गोवा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरे हैं।
  • पर्यावरणीय गुणवत्ता के लिये मिज़ोरम, नगालैंड और मेघालय शीर्ष तीन राज्य हैं।
  • अवसर: अवसर प्रदान करने के संबंध में तमिलनाडु ने उच्चतम स्कोर हासिल किया है।
  • सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष ज़िले: आइजोल (मिज़ोरम), सोलन (हिमाचल प्रदेश) और शिमला (हिमाचल प्रदेश) सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शीर्ष तीन ज़िलों के रूप में उभरे हैं।

स्रोत: पी.आई.बी.


रूस-चीन संयुक्त नौसेना अभ्यास

हाल ही में रूस और चीन ने पूर्वी चीन सागर में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास आरंभ किया है।

Russia

इस अभ्यास के प्रमुख बिंदु:

  • इसमें फायरिंग तथा पनडुब्बी रोधी अभ्यास शामिल हैं।
  • इस अभ्यास का मुख्य लक्ष्य रूसी संघ और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के बीच नौसैनिक सहयोग को मज़बूत करना और एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता बनाए रखना है।
  • यह संयुक्त अभ्यास समुद्री सुरक्षा खतरों का संयुक्त रूप से जवाब देने के लिये दोनों पक्षों के दृढ़ संकल्प और क्षमता का प्रदर्शन करने तथा चीन-रूस व्यापक नए युग की रणनीतिक समन्वय साझेदारी को और बेहतर करने के लिये निर्देशित किया जाता है।
  • रूस और चीन ने भी विगत एक वर्ष में लगातार कई सैन्य अभ्यास किये हैं, इसके अंतर्गत मई 2022 में दोनों देशों ने परमाणु-सक्षम बमवर्षकों(bombers) की उड़ान का परीक्षण किया था।
  • इसके बाद सितंबर 2022 में एक व्यापक संयुक्त अभ्यास किया गया जिसके अंतर्गत 2,000 से अधिक चीनी सैनिक, सैकड़ों सैन्य वाहन, लड़ाकू विमान और युद्धपोत शामिल थे।

चीन और रूस के साथ भारत का अभ्यास: 

  • चीन: 
    • हैंड इन हैंड अभ्यास: 
      • इसका उद्देश्य संयुक्त योजना का अभ्यास करना और अर्द्ध-शहरी इलाकों में आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन करना है।. 
  • रूस: 
    • अभ्यास इंद्र (INDRA): 
      • यह अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी समूहों के खिलाफ एक संयुक्त बल द्वारा संयुक्त राष्ट्र के शासनादेश के तहत आतंकवाद विरोधी अभियान के संचालन में मदद करेगा।
      • इस सैन्य अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2003 में की गई थी, जिसे दोनों देशों के बीच बारी-बारी से द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के रूप में आयोजित किया गया था। 
        • हालाँकि पहला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास (Tri-Services Exercise) वर्ष 2017 में आयोजित किया गया था।
    • अभ्यास TSENTR: 
      • अभ्यास TSENTR 2019, बड़े पैमाने पर अभ्यास की वार्षिक शृंखला और रूसी सशस्त्र बलों के वार्षिक प्रशिक्षण चक्र का हिस्सा है। 
      • इस शृंखला में क्रमिक रूप से चार प्रमुख रूसी परिचालन रणनीतिक कमानों (commands) यानी वोस्तोक (पूर्व), ज़ापद (पश्चिम), TSENTR (केंद्र) और कवकाज़ (दक्षिण) के माध्यम से आयोजित होती है। 

स्रोत: द हिंदू


सैंड बैटरी

सैंड बैटरी एक नया नवाचार है जिसमें काफी हद तक तापीय ऊर्जा को संग्रहित करने की क्षमता है और यह स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में सहायता कर सकती है।  

  • फिनलैंड ने अपने शहर कंकनपा  (Kankaanpää) में विश्व की पहली पूरी तरह से काम करने वाली "सैंड बैटरी" स्थापित की है, जो एक ही बार में महीनों भर की हरित ऊर्जा का भंडारण करने में सक्षम है। यह बैटरी वर्ष भर आपूर्ति की समस्या को हल करने में मदद सकती हैं।  

सैंड बैटरी:

  • "सैंड बैटरी" एक उच्च तापमान तापीय ऊर्जा भंडारण है जो अपने भंडारण माध्यम के रूप में रेत या रेत जैसी सामग्री का उपयोग करता है। यह रेत में ऊर्जा को ऊष्मा के रूप में संग्रहीत करता है।
  • लंबी अवधि तक ऊष्मा बनाए रखने के लिये रेत एक बहुत ही प्रभावी माध्यम है, एक बार में यह महीनों तक की बिजली का भंडारण करता है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य अतिरिक्त पवन और सौर ऊर्जा के लिये उच्च शक्ति और उच्च क्षमता वाले संग्रह स्थान के रूप में काम करना है। इसमें ऊर्जा को ऊष्मा के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जिसका उपयोग घरों में ऊष्मा के लिये किया जा सकता है, गर्म भाप और कुछ उद्योगों में उच्च तापमान प्रक्रिया हेतु ऊष्मा प्रदान करने के लिये किया जा सकता है, विशेषकर ऐसे संयंत्र जो जीवाश्म-ईंधन पर निर्भर होते हैं।
  • सैंड बैटरी नवीकरणीय ऊर्जा से हमेशा लाभान्वित होने का एक तरीका सुनिश्चित करके नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को महत्त्वाकांक्षी रूप से बढ़ाने में मदद करती है, भले ही अधिशेष बड़े पैमाने पर हो।

Sand-Battery

यूरोप के ऊर्जा संकट का समाधान 

  • रूस  (यूरोपीय संघ की प्राकृतिक गैस आपूर्ति का 40% का आपूर्तिकर्त्ता)  ने अपनी पाइपलाइनों को काफी हद तक बंद कर दिया है।
  • उत्तरी गोलार्द्ध के देश सर्दियों में केंद्रीय ताप प्रणाली पर निर्भर करते हैं, जिसमें प्राकृतिक गैस सबसे आम ताप ईंधन के रूप में है। यह उष्णकटिबंधीय जलवायु वाले विकासशील देशों में इसके विपरीत स्थिति है।
  • आंतरिक उष्मन के नवीकरणीय स्रोत माने जाने वाले हीट पंपों की बिक्री यूरोपीय संघ में 35% बढ़ी है। इसके साथ-साथ वुड पेलेट जैसे अन्य विवादास्पद विकल्पों की बिक्री में भी वृद्धि हुई।
  • दुनिया तेज़ी से नवीकरणीय आंतरिक ताप स्रोतों को देख रही है।
  • थर्मल स्टोरेज जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करेगा, आंतरायिक नवीकरणीय ऊर्जा के लिये भंडारण प्रदान करेगा साथ ही ग्रिड को संतुलित करने में मदद करेगा।
    • वैश्विक स्तर पर इस मायने में ताप उर्जा भंडारण का अभी एक क्षेत्र के रूप में विकसित होना शेष है। 
  • ऐसे समय में अंतराल को भरने के लिये वैकल्पिक ऊर्जा आपूर्ति खोजना महत्त्वपूर्ण हो सकता है, सैंड बैटरी सही दिशा में सही कदम साबित हो सकती हैं। 
  • यह पेटेंट तकनीक फिनलैंड जैसे देश के लिये उपयोगी है, जो उत्तरी ध्रुव के सबसे करीबी देशों में से एक है, जहाँ सर्दियों के महीनों में सूर्य दोपहर के लगभग 3 बजे शून्य से 30 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान के साथ अस्त होता है।  
  • माना जा रहा है कि इससे हरित ऊर्जा के लिये वर्ष भर आपूर्ति की समस्या का एक बड़ा मुद्दा हल हो सकता है।

स्रोत: डाउन टू अर्थ


इंकोवैक, इंट्रानेज़ल कोविड-19 वैक्सीन

भारत बायोटेक का इंट्रानेज़ल वैक्सीन, BBV154 या Incovacc विश्व का पहला इंट्रानेज़ल वैक्सीन है जिसे कोविड-19 के लिये बूस्टर खुराक के रूप में स्वीकृति दी गई है। 

इंकोवैक: 

  • परिचय:  
    • नेजल वैक्सीन, पूर्व-संलयन स्थिर स्पाइक प्रोटीन के साथ एक रिकॉम्बिनेंट रेप्लीकेशन-डेफिसीएंट एडेनोवायरस वेक्टर वाला वैक्सीन है। ।
  • महत्त्व: 
    • वैक्सीन को नेज़ल स्प्रे के माध्यम से दिये जाने की वजह से, यह वर्तमान में उपलब्ध सभी कोविड-19 टीकों के लिये सुई और सीरिंज की आवश्यकता को समाप्त कर देगा।
    • इससे देने के लिये प्रशिक्षित कर्मियों पर निर्भरता भी कम होगी।
    • Incovacc ओमिक्रॉन वैरिएंट के लिये प्रभावी है जो फेफड़ों में प्रवेश करने से पहले ऊपरी श्वसन पथ को प्रभावित करता है।
  • क्रियाविधि: 
    • जैसे ही यह वैक्सीन नाक से दिया जाता है, यह म्यूकोसल झिल्ली में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है।
    • BBV154 ऊपरी श्वसन पथ में स्थानीय एंटीबॉडी का उत्पादन कर सकता है जो बीमारी के संक्रमण और संचरण को कम करने की क्षमता प्रदान कर सकता है।
    • चूँकि नजल वैक्सीन स्थानीय प्रतिरक्षा प्रदान करता है (नाक में जहाँ वायरस पहली बार प्रवेश करता है), यह कहा जा सकता है कि हमारे पास वर्तमान पीढ़ी के टीकों की तुलना में इसमें संचरण को रोकने में प्रभावी होने की अधिक संभावना और क्षमता है।
  • बूस्टर डोज़: 
    • कॉर्बेवैक्स के बाद टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने वाला यह दूसरा विषम बूस्टर है।
      • होमोलॉगस बूस्टिंग (Homologous Boosting) में एक व्यक्ति को उसी टीके का इंजेक्शन लगाया जाता है जो पिछली दो खुराकों के लिये इस्तेमाल किया गया था।  हेटेरोलॉगस बूस्टिंग (Heterologous Boosting) में एक व्यक्ति को एक अलग वैक्सीन के साथ इंजेक्ट किया जाता है जो कि प्राथमिक खुराक के लिये इस्तेमाल किया गया था।
    • इसे पहले प्राथमिक खुराक के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति मिल चुकी है।
    • Incovacc बूस्टर खुराक के रूप में केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों के लिये उपलब्ध होगा, जिन्हें कोवैक्सीन या कोविशील्ड की 2 खुराकें मिली हैं।
      • इसे फिलहाल किसी अन्य श्रेणी में नहीं दिया जाएगा, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पहले ही बूस्टर खुराक ले ली है।
      • जिन लोगों ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन ले लिया है, वे अब इस नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) को हेटेरोलॉगस बूस्टर (Heterologous Booster) खुराक के रूप में ले सकते हैं। 

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)

Q. कोविड-19 वैश्विक महामारी को रोकने के लिये बनाई जा रही वैक्सीनों के प्रसंग में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:(2022)

  1. सीरम संस्थान ने mRNA प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर कोविशील्ड नामक कोविड-19 वैक्सीन निर्मित की।
  2. स्पुतनिक V वैक्सीन रोगवाहक (वेक्टर) आधारित प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर बनाई गई है। 
  3. कोवैक्सीन एक निष्कृत रोगजनक आधारित वैक्सीन है।

उपर्युक्त कथनों में कौन से सही हैं?

(a) केवल 1 और 2 
(b) केवल 2 और 3 
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3 

उत्तर: (b) 

व्याख्या: 

  • COVISHIELD वैक्सीन उस प्लेटफॉर्म पर आधारित है जो SARS-CoV-2 स्पाइक (S) ग्लाइकोप्रोटीन को एन्कोडिंग करने वाले एक पुनःसंयोजक, प्रतिकृति-रहित चिंपैंजी एडेनोवायरस वेक्टर का उपयोग करता है। इसे लगाए जाने के बाद कोरोनावायरस के हिस्से की आनुवंशिक सामग्री प्रकट होती है जो एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करती है। अतः कथन 1 सही नहीं है।
  • स्पुतनिक V एक अच्छी तरह से अध्ययन किये गए मानव एडेनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म पर आधारित विश्व की पहली पंजीकृत वैक्सीन है। इसे 4 अरब लोगों की कुल आबादी वाले 71 देशों में उपयोग के लिये मंज़ूरी दी गई है। वैक्सीन का नाम पहले सोवियत अंतरिक्ष उपग्रह के नाम पर रखा गया है। 5 दिसंबर, 2020 और 31 मार्च, 2021 के बीच दोनों वैक्सीन घटकों के साथ वैक्सीन लगाए गए रूसियों के बीच कोरोनावायरस की घटनाओं के आँकड़ों के विश्लेषण के आधार पर वैक्सीन की प्रभावकारिता 97.6% है। अतः कथन 2 सही है।
  • Covaxin एक निष्क्रिय वायरल वैक्सीन है। इस वैक्सीन को होल-विरियन इनएक्टिवेटेड वेरो सेल-व्युत्पन्न तकनीक से विकसित किया गया है। उनमें निष्क्रिय वायरस होते हैं, जो किसी व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर सकते हैं, लेकिन फिर भी प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय वायरस के खिलाफ एक रक्षा तंत्र तैयार करने में सक्षम बनाया जा सकता है। अतः कथन 3 सही है।

अत: विकल्प (B) सही है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 24 दिसंबर, 2022

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस

देश में उपभोक्ताओं के महत्त्व, उनके अधिकारों और दायित्वों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिये प्रतिवर्ष 24 दिसंबर को “राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस” मनाया जाता है। भारत की एक बड़ी आबादी अशिक्षित है, जो अपने अधिकारों एवं कर्त्तव्यों के प्रति अनभिज्ञ है, लेकिन उपभोक्ता अधिकारों के मामले में शिक्षित लोग भी अपने अधिकारों के प्रति उदासीन नज़र आते हैं। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये प्रतिवर्ष इस दिवस का आयोजन किया जाता है। वर्ष 2022 के लिये इस दिवस की थीमनिष्पक्ष डिजिटल वित्त (Fair Digital Finance)’ है। इस थीम का उद्देश्य डिजिटल वित्तीय सेवाओं से निपटने हेतु एक पारदर्शी एवं निष्पक्ष प्रणाली स्थापित करना है। डिजिटल भुगतान में बढ़ोत्तरी के साथ इससे संबंधित जोखिम भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। भारत सरकार ने उपभोक्ताओं द्वारा की जाने वाली ऑनलाइन शॉपिंग को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2019 में  ई-कॉमर्स संबंधी नियम बनाए हैं। जिसमे सरकार ई-कॉमर्स साइट्स पर कई सख्त कानूनी प्रावधान लागू करती है। इस नियम को उपभोक्ता संरक्षण (ई-कॉमर्स) अधिनियम, 2020 कहा गया है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम का प्राथमिक उद्देश्य उपभोक्ताओं को विभिन्न प्रकार के शोषण जैसे- दोषयुक्त सामान, असंतोषजनक सेवाओं और अनुचित व्यापार प्रथाओं के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करना है। ज्ञात हो कि वैश्विक स्तर पर प्रतिवर्ष 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का आयोजन किया जाता है।

भारतवंशी रिचर्ड वर्मा

अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो. बाइडन ने भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक रिचर्ड आर. वर्मा को अमेरिकी सीने‍ट विभाग में प्रबंधन और संसाधन मामलों का विदेश उप-मंत्री नियुक्‍त किया है। रिचर्ड वर्तमान में मुख्‍य विधिक अधिकारी और मास्‍टर कार्ड में वैश्विक लोक नीति के प्रमुख हैं। वे अमेरिका के राष्‍ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में भारत में अमेरिका के राजदूत और विधायी मामलों के सहायक मंत्री के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व रिचर्ड वर्मा अमेरिकी सीनेट हैरी रीड के राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, डेमोक्रेटिक व्हिप, और अमेरिकी सीनेट में मेज़ोरिटी नेता भी रहे हैं। इसके अलावा रि‍चर्ड वर्मा अमेरिकी वायु सेना में कार्यरत रहे हैं और उन्‍हें प्रतिष्‍ठ‍ित सेवा पदक सहित कई पदकों से सम्‍मानित किया जा चुका है। उन्‍होंने राष्‍ट्रपति के सतर्कता सलाहकार बोर्ड में भी अपनी सेवाएँ दी हैं और वे सामूहिक विनाश तथा आतंकवाद निवारण आयोग के सदस्‍य भी रहे हैं। वह फोर्ड फाउंडेशन सहित कई अन्‍य बोर्ड के ट्रस्‍टी हैं। इनमें नेशनल एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी एण्‍ड लेहिग यूनिवर्सिटी भी शामिल है। 

हॉकी विश्वकप

ओडिशा के भुवनेश्‍वर और राउरकेला में 13 से 29 जनवरी, 2022 तक आयोजित होने जा रहे FIH ओडिसा हॉकी पुरूष विश्‍वकप के लिये 18 सदस्‍यों वाली भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। प्रतियोगिता में भारतीय टीम ग्रुप-डी में है जिसमें इंग्‍लैंड, स्‍पेन और वेल्‍स की टीमें भी शामिल हैं। प्रतियोगिता में हरमनप्रीत सिंह भारतीय टीम का नेतृत्त्व करेंगे और अमित रोहिदास टीम के उप कप्‍तान होंगे। टीम में शामिल अन्‍य खिलाड़ी हैं- विवेक सागर प्रसाद, मनप्रीत सिंह, हार्दि‍क सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्‍याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह, राजकुमार पाल, जुगराज सिंह, कृष्‍ण बहादुर पाठक, श्रीजेश परात्‍तू रविन्‍द्रन, जमनप्रीत सिंह और सुरेन्‍द्र कुमार। टूर्नामेंट में भारत अपना पहला मैच 13 जनवरी को स्‍पेन से खेलेगा। यह मैच राउरकेला के बिरसामुंडा हॉकी स्‍टेडियम में खेला जाएगा। हॉकी विश्व कप अंतर्राष्ट्रीय मैदानी हॉकी प्रतियोगिता है जिसे अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (International Hockey Federation- FIH) द्वारा संचालित किया जाता है। पुरुष विश्वकप के अलावा महिला विश्वकप का भी आयोजन किया जाता है जिसकी वर्ष 1974 से शुरुआत हुई। महिला विश्व कप महिला अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के तत्त्वधान में आयोजित किया जाता है। हॉकी विश्व कप के 52 वर्ष के इतिहास में भारतीय टीम सिर्फ एक बार खिताब जीत पाई है। वर्ष 1975 में भारतीय टीम मलेशिया में चैंपियन बनी थी। इसके अलावा वर्ष 1973 में भारत दूसरे स्थान पर रहा था। वर्ष 1971 में हॉकी विश्व कप पहली बार आयोजित हुआ था और टीम इंडिया तीसरे स्थान पर रही थी। भारत में चौथी बार इस टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इससे पहले वर्ष 1982, 2010 और 2018 में भारत इस टूर्नामेंट की मेज़बानी कर चुका है। पाकिस्तान हॉकी विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल टीम है। पाकिस्तान ने सबसे ज़्यादा चार बार यह टूर्नामेंट जीता है।