भारत का 5G लड़ाकू विमान और LCA तेजस
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने भारत के पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू मल्टीरोल जेट, एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को डिज़ाइन और विकसित करने के लिये 15,000 करोड़ रुपए के परिव्यय की परियोजना को मंज़ूरी दी।
- राजस्थान में एक परिचालन प्रशिक्षण उड़ान के दौरान भारतीय वायु सेना के हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों की जाँच के लिये जाँच न्यायालय की प्रक्रिया शुरू की गई है।
पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान क्या हैं?
- परिचय:
- पाँचवीं पीढ़ी (5G) के लड़ाकू विमान अत्यंत प्रतिस्पर्द्धी युद्ध क्षेत्रों, वास्तविक समय के और प्रत्याशित सबसे उन्नत हवाई तथा थल आधारित खतरों की उपस्थिति, में संचालन करने में सक्षम विमान हैं।
- 5G लड़ाकू विमान में स्टील्थ क्षमताएँ होती हैं और आफ्टरबर्नर की सहायता के बिना सुपरसोनिक गति से उड़ान भरने में सक्षम हैं।
- 5G लड़ाकू विमान की मल्टी-स्पेक्ट्रल लो-ओब्ज़र्वेबल डिज़ाइन, आत्म-सुरक्षा, रडार जैमिंग क्षमताएँ और एकीकृत एवियोनिक्स जैसी विशेषताएँ इन्हें चौथी पीढ़ी (4G) के लड़ाकू विमान से अलग बनाती हैं।
- रूस (सुखोई Su-57), चीन (चेंगदू J-20) और अमेरिका (F-35) के पास 5G जेट हैं।
- भारत की ज़रूरत:
- भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में लगभग 30 लड़ाकू स्क्वाड्रन हैं, जिनकी स्वीकृत क्षमता 42 है।
- मिग-21, मिग-29, जगुआर और मिराज़ 2000 के स्क्वाड्रन को अगले दशक के मध्य तक चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की योजना है।
- भारत को चीन और पाकिस्तान के खिलाफ अपनी वायु सुरक्षा को मज़बूत करना होगा, चीन के पास 3,304 विमान हैं, जबकि भारत तथा पाकिस्तान के पास क्रमशः 2,296 एवं 1,434 विमान हैं।
- भारत का लक्ष्य रक्षा क्षेत्र में अपनी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है, अपनी वायु सेना को मज़बूत करने और पुराने विमानों को बदलने पर ध्यान केंद्रित करना है, हालाँकि इस मान्यता के साथ कि लड़ाकू विमान तथा अन्य उपकरण प्राप्त करना एक दीर्घकालिक प्रक्रिया है।
- भारत एलसीए तेजस की सफलता के आधार पर एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) विकसित कर रहा है, जिसके पाँच प्रोटोटाइप ADA, HAL और निज़ी उद्योगों द्वारा सहयोगात्मक रूप से निर्मित किये जाएंगे।
- एक बार भारत जब यह पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को प्राप्त कर लेगा, तब भारत अमेरिका, रूस और चीन के जैसे देशों के समूह में शामिल हो जाएगा।
- भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में लगभग 30 लड़ाकू स्क्वाड्रन हैं, जिनकी स्वीकृत क्षमता 42 है।
उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) की विशेषताएँ क्या हैं?
- नोडल एजेंसी: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत वैमानिकी विकास एजेंसी कार्यक्रम को निष्पादित करने तथा विमान को डिज़ाइन करने के लिये नोडल एजेंसी होगी।
- निर्माता: राज्य के स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
- विशेषताएँ:
- स्टील्थ: 25 टन का ट्विन इंजन वाला विमान आकार में वर्तमान भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की क्षमता से अधिक है और इसमें वैश्विक 5G स्टील्थ लड़ाकू विमानों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करने के लिये बढ़ी हुई स्टील्थ क्षमताएँ होंगी।
- ईंधन और हथियार: विमान में 6.5 टन क्षमता का एक विस्तृत, छिपा हुआ आंतरिक ईंधन टैंक और स्वदेशी हथियारों सहित कई प्रकार के हथियारों के लिये एक आंतरिक हथियार बे (Weapons Bay) शामिल होगा।
- इंजन: AMCA Mk1 में यूएस-निर्मित GE414 इंजन (90 किलो न्यूटन क्लास) की सुविधा होगी, जबकि अधिक उन्नत AMCA Mk2 एक अधिक शक्तिशाली 110 kN इंजन का उपयोग करेगा, जिसे DRDO के गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट (GTRE) ने एक विदेशी रक्षा प्रमुख के सहयोग से विकसित किया है।
- विकास की टाइमलाइन: ADA का लक्ष्य 4-5 वर्षों में विमान की पहली उड़ान का है, जिसके पूर्ण विकास में लगभग 10 वर्ष का समय लगने की उम्मीद है; HAL द्वारा विनिर्माण शुरू करने से पहले पाँच प्रोटोटाइप बनाए जाएंगे, जिसमें निजी क्षेत्र भी शामिल होगा।
हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस की क्या विशेषताएँ हैं?
- परिचय:
- लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में शुरू किया गया था जब उन्होंने LAC कार्यक्रम के प्रबंधन के लिये ADA की स्थापना की थी।
- इसने पुराने हो चुके मिग 21 लड़ाकू विमानों का स्थान ले लिया।
- लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा वर्ष 1984 में शुरू किया गया था जब उन्होंने LAC कार्यक्रम के प्रबंधन के लिये ADA की स्थापना की थी।
- डिज़ाइन:
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के अंतर्गत ADA द्वारा किया गया है।
- निर्माण:
- सरकारी स्वामित्व वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)।
- विशेषताएँ:
- अपनी श्रेणी में सबसे हल्का, सबसे छोटा और टेललेस मल्टी-रोल सुपरसोनिक लड़ाकू विमान।
- हवा से हवा, हवा से सतह, सटीक-निर्देशित, हथियारों की एक शृंखला ले जाने के लिये डिज़ाइन किया गया।
- हवा से हवा में ईंधन भरने की क्षमता।
- अधिकतम पेलोड क्षमता 4000 किलोग्राम।
- यह 1.8 मैक की अधिकतम गति पकड़ सकता है।
- विमान की मारक क्षमता 3,000 किमी. है।
- तेजस के प्रकार:
- तेजस ट्रेनर: वायु सेना के पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिये 2-सीटर ऑपरेशनल कन्वर्जन ट्रेनर।
- LCA नेवी: भारतीय नौसेना के लिये ट्विन एवं सिंगल सीट वाहक-सक्षम।
- LCA तेजस नेवी MK2: यह LCA नेवी वेरिएंट का दूसरा चरण है।
- LCA तेजस Mk-1A: यह उच्च थ्रस्ट इंजन वाले एलसीए तेजस Mk-1 से बेहतर है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा 'INS अस्त्रधारिणी' का सबसे अच्छा विवरण है, जो हाल ही में खबरों में था? (2016) (a) उभयचर युद्ध पोत उत्तर: (c) प्रश्न. भारतीय रक्षा के संदर्भ में 'ध्रुव' क्या है? (2008) (a) वायुयान ले जाने वाला युद्धपोत उत्तर: (c) |
कनेक्टोम
स्रोत: द हिंदू
मानव मस्तिष्क अरबों न्यूरॉन्स से मिलकर, हमारे अस्तित्व एवं अनुभूति के लिये महत्त्वपूर्ण है जो एक जटिल नेटवर्क बनाता है। इस जटिल नेटवर्क को समझने की प्रक्रिया जिसे कनेक्टोम के नाम से जाना जाता है, जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली एवं तंत्रिका संबंधी विकारों में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
- कनेक्टोम अवधारणा तंत्रिका के संदर्भ में एक व्यापक मानचित्र का प्रतिनिधित्व करती है, जो न्यूरॉन्स के बीच आदान-प्रदान किये गए विद्युत एवं रासायनिक संकेतों को दर्शाने वाले ब्लूप्रिंट के समान है।
- एक न्यूरॉन में एक कोशिका निकाय होता है जिसमें न्यूक्लियस, इनपुट प्राप्त करने के लिये डेंड्राइट तथा संदेश को भेजने हेतु एक अक्षतंतु होता है, जो कभी-कभी तीव्रता से सिग्नल ट्रांसमिशन के लिये माइलिन शीथ से ढका होता है।
- न्यूरॉन्स सिनैप्स के माध्यम से संचार करते हैं, जहाँ डेंड्राइट रासायनिक संकेत प्राप्त करते हैं और साथ ही उन्हें विद्युत आवेगों में परिवर्तित भी करते हुए उन्हें अक्षतंतु के माध्यम से अन्य न्यूरॉन्स तक पहुँचाते हैं।
- मस्तिष्क की जटिलता एवं डेटा की मात्रा के बावजूद कनेक्टोम वैज्ञानिकों की समझ को सरल बनाता है, जिससे तंत्रिका विज्ञान तथा न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य अनुसंधान में प्रगति सुनिश्चित होती है।
- कनेक्टोम का मानचित्रण मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और तंत्रिका प्रक्रियाओं पर अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर तथा अल्ज़ाइमर रोग जैसी स्थितियों के प्रभाव को समझने में सहायता करता है।
समुद्री प्रवासियों की वापसी के विरुद्ध इटली के न्यायालय का निर्णय
स्रोत: द हिंदू
इटली के सर्वोच्च न्यायालय, कोर्ट ऑफ कैसेशन ने निर्णय किया कि बचाव किये गए समुद्री प्रवासियों को पुनः लीबिया भेजना विधि-विरुद्ध है।
- न्यायालय का यह निर्णय नॉन-रिफाउलमेंट के सिद्धांत पर आधारित है जो लोगों को उन देशों में जबरन भेजने से निर्बंध करता है जहाँ उनके जीवन अथवा अधिकार के संबंध में खतरे की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- इटली के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार लीबिया प्रवासियों के लिये असुरक्षित क्षेत्र है और उन्हें पुनः लीबिया भेजने की दशा में तटरक्षकों तथा मिलिशिया के द्वारा हिरासत केंद्रों में उनके साथ "अमानवीय एवं अपमानजनक व्यवहार" का जोख़िम उत्पन्न हो सकता है।
- इटली के सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्णय कि समुद्री प्रवासियों को पुनः लीबिया भेजना विधि-विरुद्ध है, समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के अनुच्छेद 98 के अनुरूप है।
- यह अनुच्छेद शिपमास्टर को अपने जहाज़ अथवा लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए समुद्र में आपात अथवा संकटपूर्ण स्थिति में फँसे लोगों को सहायता प्रदान करने हेतु बाध्य करता है।
और पढ़ें…UNCLOS समुद्री क्षेत्र, लीबियाई संकट और संघर्षविराम की घोषणा
प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार 2024
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में जापानी वास्तुकार रिकेन यामामोटो को प्रतिष्ठित प्रित्ज़कर आर्किटेक्चर पुरस्कार (Pritzker Architecture Prize) का विजेता घोषित किया गया, जिसे अक्सर "आर्किटेक्चर नोबेल" कहा जाता है। यह पुरस्कार इस क्षेत्र का सर्वोच्च अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है। यामामोटो जापान के नौवें पुरस्कार विजेता हैं।
- इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1979 में जे ए प्रित्ज़कर और उनकी पत्नी सिंडी द्वारा जीवित वास्तुकारों को सम्मानित करने के लिये की गई थी, जिनका काम प्रतिभा, दृष्टि तथा मानवता एवं निर्मित पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
- रिकेन यामामोटो की वास्तुशिल्प दृष्टि वास्तुकला के दृश्य और मूर्त पहलुओं पर ध्यान देने के साथ परिवार तथा समुदाय को प्राथमिकता देती है।
- यामामोटो के डिज़ाइन में अक्सर "संबंधपरक जीवन" और प्राकृतिक परिदृश्यों को संरक्षित करने जैसी नवीन अवधारणाएँ शामिल होती हैं, जैसा कि हॉटाकुबो हाउसिंग तथा योकोसुका म्यूज़ियम ऑफ आर्ट जैसी परियोजनाओं में देखा गया है।
- बालकृष्ण दोशी, प्रित्ज़कर पुरस्कार (2018) जीतने वाले पहले भारतीय वास्तुकार हैं। उनका प्रसिद्ध कार्य इंदौर शहर में स्थित अरन्या लो-कॉस्ट हाउसिंग कॉम्प्लेक्स है।
- परिसर एक समुदाय को आँगनों और रास्तों के नेटवर्क द्वारा एक साथ जुड़ी इमारतों के समूह के माध्यम से जोड़ता है।
कर्नाटक ने हानिकारक फूड कलरिंग एजेंटों पर प्रतिबंध लगाया
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में कर्नाटक सरकार ने कॉटन कैंडी और गोभी मंचूरियन जैसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में हानिकारक कलरिंग एजेंट के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
- प्रतिबंध कॉटन कैंडी में रोडामाइन B को लक्षित करता है और गोभी मंचूरियन में टार्ट्राज़िन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है।
- रोडामाइन B, एक रासायनिक यौगिक है जिसका उपयोग आमतौर पर रेशम, जूट, चमड़ा, कपास तथा ऊन को रंगने के लिये सिंथेटिक रंगों के साथ-साथ सौंदर्य प्रसाधन एवं प्लास्टिक उद्योगों में किया जाता है।
- टार्ट्राज़िन एक चमकीला पीला एज़ो डाई है जो अधिक स्थिर है और साथ ही प्राकृतिक खाद्य रंगों का एक सस्ता विकल्प भी है।
- भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के अनुसार भोजन में कोई भी रंग पदार्थ तब तक नहीं मिलाया जाना चाहिये जब तक कि खाद्य सुरक्षा और मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य सहयोज्य) विनियमन, 2011 में इसकी अनुमति न हो।
नेशनल स्पीड ब्रीडिंग क्रॉप फैसिलिटी
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, मोहाली में अपनी तरह की पहली 'नेशनल स्पीड ब्रीडिंग क्रॉप फैसिलिटी', ‘डीबीटी स्पीडी सीड्स’ का उद्घाटन किया।
- इस सुविधा का उपयोग प्रति वर्ष एक फसल की चार से अधिक पीढ़ियों को प्राप्त करने के लिये सटीक नियंत्रित वातावरण का उपयोग करके गेहूँ, चावल, सोयाबीन, मटर, टमाटर इत्यादि जैसी नई किस्मों को विकसित करने के लिये किया जाएगा।
- यह सुविधा कृषि और जैव प्रौद्योगिकी शोधकर्त्ताओं को बेहतर फसल किस्मों, पौधा प्रजनकों तथा किसानों को बेहतर उपज एवं पोषण संबंधी गुणों वाली किस्मों को अपनाने में मदद करेगी।
- यह सुविधा भारत के सभी राज्यों की ज़रूरतों को पूरा करेगी लेकिन यह विशेष रूप से उत्तर भारतीय राज्यों, जैसे- पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिये उपयोगी होगी।
- NABI पहला कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान है, जिसकी स्थापना 18 फरवरी 2010 को भारत में हुई थी।
- NABI ने 'अटल जय अनुसंधान बायोटेक मिशन, पोषण अभियान और जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा आदि के लिये बायोटेक किसान हब में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
और पढ़े: भारतीय कृषि में प्रौद्योगिकी
हैती
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में हैती के प्रधानमंत्री एरियल हेनरी ने एक संक्रमणकालीन राष्ट्रपति परिषद बनने के बाद इस्तीफा देने की अपनी मंशा व्यक्त की।
परिचय:
- यह कैरेबियन सागर तथा उत्तरी अटलांटिक महासागर के बीच स्थित है।
- यह हिस्पानियोला द्वीप के पश्चिमी एक-तिहाई हिस्से को आच्छादित करता है और पूर्वी हिस्से में डोमिनिकन गणराज्य के साथ सीमा साझा करता है।
- हैती, पश्चिम में जमैका और उत्तर-पश्चिम में क्यूबा से भी घिरा हुआ है।
- आधिकारिक भाषाएँ: फ़्रेंच, हैतीयन क्रियोल।
- प्रमुख पर्वत शृंखलाएँ: मैसिफ डे ला सेले, मैसिफ डू नॉर्ड।
- यह विश्व का पहला स्वतंत्र अश्वेत नेतृत्व वाला गणतंत्र है।
- राष्ट्र लगभग दो शताब्दियों तक स्पेनिश औपनिवेशिक शासन एवं एक शताब्दी से अधिक फ्राँसीसी शासन में भी रहा।