एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में भारत को लगातार तीसरी बार एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (Asia-Pacific Institute for Broadcasting Development- AIBD) जनरल कॉन्फ्रेंस (GC) का अध्यक्ष चुना गया है।
- AIBD के इतिहास में ऐसा पहली बार है कि यह प्रसारण के क्षेत्र में मार्गदर्शन और नवाचार में भारत की क्षमताओं के प्रति दुनिया भर के प्रसारण संगठनों के विश्वास को दर्शाता है।
एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (AIBD):
- परिचय:
- एशिया-प्रशांत प्रसारण विकास संस्थान (AIBD) की स्थापना वर्ष 1977 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के तत्वावधान में की गई थी।
- यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विकास के क्षेत्र में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिये संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UN-ESCAP) के देशों की सेवा करने वाला एक विशिष्ट क्षेत्रीय अंतर सरकारी संगठन है।
- इसका सचिवालय कुआलालंपुर में स्थित है और इसकी मेज़बानी मलेशिया सरकार द्वारा की जाती है।
- उद्देश्य:
- AIBD को नीति और संसाधन विकास के माध्यम से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक जीवंत एवं सामंजस्यपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक मीडिया वातावरण प्राप्त करने का दायित्व सौंपा गया है।
- संस्थापक सदस्य:
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), यूनेस्को और एशिया-प्रशांत प्रसारण संघ (ABU) संस्थान के संस्थापक संगठन हैं तथा ये सामान्य सम्मेलन के गैर-मतदान सदस्य हैं।
- सदस्य:
- AIBD में वर्तमान में 44 देशों के 92 सदस्य संगठन हैं जिनमें 26 सरकारी सदस्य (देश) शामिल हैं जिनका प्रतिनिधित्व 48 प्रसारण प्राधिकरण और प्रसारक करते हैं तथा 44 संबद्ध (संगठन) जिनका प्रतिनिधित्व एशिया, प्रशांत, यूरोप, अफ्रीका, अरब राज्यों एवं उत्तरी अमेरिका के 28 देशों व क्षेत्रों द्वारा किया जाता है।
- एशिया मीडिया शिखर सम्मेलन :
- एशिया मीडिया शिखर सम्मेलन एक वार्षिक सम्मेलन है जिसका आयोजन AIBD द्वारा उसके सहयोगियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से किया जाता है ।
- इस सम्मेलन में एशिया, प्रशांत, अफ्रीका, यूरोप, मध्य पूर्व और उत्तरी अमेरिका के निर्णय करने वाले, मीडिया पेशेवर, विद्वान एवं समाचार तथा प्रोग्रामिंग के हितधारक भाग लेते हैं।
- सचिवालय:
- कुआलालंपुर, मलेशिया।
- भारत और AIBD:
- भारत AIBD के संस्थापक सदस्यों में से एक है।
- भारत का सार्वजनिक लोक सेवा प्रसारक, प्रसार भारती, AIBD में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रतिनिधि निकाय है।
प्रसार भारती:
- प्रसार भारती एक वैधानिक स्वायत्त संस्था है।
- यह देश का सार्वजनिक लोक सेवा प्रसारक है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1997 में प्रसार भारती अधिनियम के तहत की गई थी।
- प्रसार भारती निगम का मुख्य उद्देश्य जनता को शिक्षित करने और उसके मनोरंजन के लिये दूरदर्शन एवं आकाशवाणी को स्वायत्तता प्रदान करना है।
एशियन गेम्स- 2023
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में 19वें एशियाई खेल- 2022 (वर्ष 2023 में आयोजित) चीन के हांगझू ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर स्टेडियम (जिसे बिग लोटस भी कहा जाता है) में संपन्न हुए। हॉकी खिलाड़ी पी.आर. श्रीजेश एथलीटों की परेड में भारत के ध्वजवाहक थे।
- 20वें एशियाई खेल वर्ष 2027 में जापान में आयोजित किये जायेंगे।
एशियाई खेल 2023 की मुख्य विशेषताएँ:
- भारत की उपलब्धियाँ:
- भारत की पदक तालिका:
- 107 पदकों (28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य) की अभूतपूर्व उपलब्धि के साथ भारत ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझू में 2023 के एशियाई खेलों में एक नया मानदंड स्थापित किया।
- जकार्ता में वर्ष 2018 के एशियाई खेलों में भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया था और 16 स्वर्ण पदक सहित 70 पदक जीते थे।
- एशियाई खेलों के इतिहास में यह पहली बार था कि भारत की पदक संख्या तीन अंकों के आँकड़े को पार कर गई। भारत चीन (383), जापान (188) और कोरिया गणराज्य (190) के बाद एशियाई खेलों के एक ही संस्करण में 100 या अधिक पदक जीतने वाला एकमात्र चौथा देश बन चुका है।
- 107 पदकों (28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य) की अभूतपूर्व उपलब्धि के साथ भारत ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझू में 2023 के एशियाई खेलों में एक नया मानदंड स्थापित किया।
- एथलीटों का प्रदर्शन:
- सबसे अधिक पदक जीतने वाला खेल एथलेटिक्स था, जिसमें 6 स्वर्ण, 14 रजत और 9 काँस्य समेत कुल 29 पदक जीते गये।
- हॉकी:
- भारत की पुरुष हॉकी टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता तथा जापान को 5-1 से पराजित कर पेरिस ओलंपिक में अपना स्थान सुरक्षित किया।
- भारत की पदक तालिका:
- नये खेलों का आगमन:
- 2023 एशियाई खेलों में ई-स्पोर्ट्स और ब्रेकडांसिंग दो नए खेलों की शुरुआत की गई।
- इनके अतिरिक्त क्रिकेट तथा गो, जियांगकी एवं शतरंज जैसे बोर्ड गेम जो 2018 एशियाड में शामिल नहीं किये गये थे, वर्ष 2023 एशियाई खेलों में पुनः उनकी वापसी की गई।
एशियाई खेल:
- परिचय:
- इसे अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त है।
- एशियाई खेल एशिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता है। इन्हें प्रत्येक चार वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है। एशियाई खेलों का प्रतीक चिन्ह उगते हुए सूरज के साथ एक-दूसरे से जुड़े हुए छल्ले हैं।
- पृष्ठभूमि एवं शुरुआत:
- कई एशियाई देशों ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्रता प्राप्त की तथा भारतीय अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एशियाई खेलों के आयोजन का प्रस्ताव रखा ताकि सभी एशियाई देशों का प्रतिनिधित्त्व किया जा सके।
- पहला एशियाई खेल वर्ष 1951 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था।
- विनियमन:
- एशियाई खेल महासंघ ने वर्ष 1951 से 1978 तक एशियाई खेलों के विनियमन का कार्य किया। वर्ष 1982 से एशियाई खेलों के विनियमन का कार्यभार एशियाई ओलंपिक परिषद द्वारा किया जाने लगा।
- मेज़बान के रूप में भारत:
- भारत एशियाई खेलों के संस्थापक सदस्यों में से एक है और पहले एशियाई खेलों की मेज़बानी भी भारत ने ही की थी।
- एशियाई खेलों का 9वाँ संस्करण नवंबर और दिसंबर 1982 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था।
- अप्पू (भारतीय हाथी) एशियाई खेलों के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला पहला शुभंकर था।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्प्रिलिम्स:प्रश्न. 32वें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) प्रश्न. वर्ष 2000 में स्थापित लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
उपर्युक्त कथनों में से कौन से सही हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (c) |
डांसिंग फ्रॉग
स्रोत: डाउन टू अर्थ
हाल ही में भारतीय वन्यजीव न्यास द्वारा IUCN प्रजाति उत्तरजीविता आयोग (Species Survival Commission) के उभयचर विशेषज्ञ समूह द्वारा समन्वित वैश्विक उभयचर मूल्यांकन के द्वितीय संस्करण का आकलन किया गया, जिससे इस बात पुष्टि होती है कि भारत की उभयचर प्रजातियों में डांसिंग फ्रॉग सर्वाधिक खतरे में है। ये पश्चिमी घाट के स्थानिक जीव हैं।
- माइक्रिक्सलस जीनस से संबंधित मेंढकों की 24 प्रजातियों में से दो को गंभीर रूप से लुप्तप्राय पाया गया और 15 को लुप्तप्राय पाया गया। परिणामस्वरूप, वे इंडो-मलायन प्रजातियों में सबसे संकटग्रस्त हैं।
- यह विश्व का पाँचवाँ सबसे असुरक्षित जीनस है और इसकी 92% प्रजातियाँ खतरे में हैं।
डांसिंग फ्रॉग:
- परिचय:
- डांसिंग फ्रॉग माइक्रिक्सलस जीनस से संबंधित मेंढकों का एक समूह है।
- व्यवहार और संसर्ग प्रदर्शन:
- डांसिंग फ्रॉग में एक विशिष्ट संसर्ग प्रक्रिया होती है जिसमें पैर हिलाने की विशेषता होती है, जहाँ नर अपने पश्च पादों को फैलाते और अपने जालदार पंजों को हिलाते हैं।
- यह दृश्य प्रदर्शन मादा फ्रॉग को आकर्षित करने और प्रतिद्वंद्वी नर फ्रॉग को संकेत देने में सहायता करता है।
- पर्यावास प्राथमिकता:
- ये सघन छत्र वाले आवरण में निवास करना पसंद करते हैं, ये आमतौर पर (लगभग 70-80%) पश्चिमी घाट में धीमे प्रवाह वाली बारहमासी नदियों के पास पाए जाते हैं।
- जोखिम:
- डांसिंग फ्रॉग की संख्या विभिन्न मानवजनित कारकों के कारण खतरे में है जिनमें मच्छर, मछली जैसी आक्रामक प्रजातियाँ, भूमि उपयोग में परिवर्तन, तापमान और आर्द्रता भिन्नताएँ, विषम मौसम की घटनाएँ, संक्रामक रोग, जल प्रदूषण, प्रकाश प्रदूषण एवं बाँध जैसी बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ शामिल हैं।
- इन प्रजातियों के अस्तित्व के लिये इनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा और इष्टतम स्थिति बनाए रखना महत्त्वपूर्ण है। हालाँकि विश्व स्तर पर उभयचरों की संख्या घट रही है जिनमें एक बहुत बड़ी आबादी पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है।
- संरक्षण के प्रयास:
- भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट की ‘उभयचर पुनर्प्राप्ति परियोजना’ जैसी संरक्षण पहलें सक्रिय रूप से उन चुनौतियों का समाधान करने में सक्षम हैं जो उभयचर प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा उत्पन्न करती हैं।
- इन प्रयासों में खतरे के प्रतिकूल प्रभावों को कम करना, संरक्षण कार्य योजना, क्षमता विकास, प्रशिक्षण, समर्थन और आवश्यक सूचना साझा करना शामिल है।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 अक्तूबर, 2023
लोकनायक जयप्रकाश नारायण जयंती
हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है।
- 11 अक्तूबर 1902 को सिताबदियारा, बिहार में जन्मे जयप्रकाश नारायण, जिन्हें जे.पी. अथवा लोकनायक (पीपुल्स लीडर) के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्त्ता, समाज सुधारक व राजनेता थे।
- वे अमेरिका के मार्क्सवादी विचारों और गांधीवादी विचारधारा दोनों से प्रभावित थे।
- वर्ष 1929 में वह भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस में शामिल हुए और सविनय अवज्ञा आंदोलन तथा भारत छोड़ो आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
- विनोबा भावे से प्रेरणा लेकर उन्होंने भूमिहीनों को भूमि पुनर्वितरण की वकालत करते हुए, भूदान यज्ञ आंदोलन के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया।
- उन्होंने चुनावी कानून के उल्लंघन के जवाब में इंदिरा गांधी शासन के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्त्व किया, वर्ष 1974 में 'संपूर्ण क्रांति' अथवा टोटल रेवोलुशन के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।
- 'संपूर्ण क्रांति' के सात घटक थे: राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, वैचारिक, शैक्षिक और आध्यात्मिक।
- जयप्रकाश नारायण उद्देश्य सर्वोदय के आदर्शों के अनुरूप सामाजिक परिवर्तन लाना था, यह एक गांधीवादी दर्शन है तथा सभी की प्रगति पर केंद्रित है।
- जयप्रकाश नारायण को वर्ष 1999 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 8 अक्तूबर, 1979 को उनका निधन हुआ।
नानाजी देशमुख की जयंती
हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने नानाजी देशमुख को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है।
- 11 अक्तूबर, 1916 को महाराष्ट्र के हिंगोली ज़िले में जन्में नानाजी देशमुख एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता, राजनीतिज्ञ और भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख व्यक्ति थे।
- उन्होंने आचार्य विनोबा भावे के भूदान आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
- उन्होंने सामाजिक सुधार, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित किया।
- उन्होंने गरीबी विरोधी और न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम की दिशा में काम किया।
- उन्होंने चित्रकूट में भारत के पहले ग्रामीण विश्वविद्यालय, चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय की स्थापना की और इसके कुलाधिपति के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 1999 में उन्हें राज्यसभा केलिये नामित किया गया था।
- वर्ष 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया और वर्ष 2019 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
- मृत्यु: 27 फरवरी, 2010
और पढ़ें: जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख की जयंती
विश्व दृष्टि दिवस
विश्व दृष्टि दिवस (World Sight Day) एक वैश्विक कार्यक्रम है प्रत्येक वर्ष अक्तूबर माह के दूसरे गुरुवार को आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य अंधापन और दृष्टि बाधिता की ओर ध्यान आकर्षित करना है।
- वर्ष 2023 में, यह दिवस 12 अक्तूबर को मनाया जा रहा है और इसकी थीम है “Love your eyes at work” अर्थात् "काम करते समय अपनी आँखों से प्यार करें।"
- इस वर्ष लोगों को कार्यस्थल पर अपनी दृष्टि की सुरक्षा के बारे में शिक्षित करने पर ज़ोर दिया जा रहा है।
- विश्व स्तर पर, कम-से-कम 1 बिलियन लोगों को निकट या दूर दृष्टि दोष है जिसे रोका जा सकता है या अभी तक इसका समाधान नहीं किया जा सका है (विश्व स्वास्थ्य संगठन)।
और पढ़ें: विश्व दृष्टि दिवस
ऑपरेशन अजय
भारत ने इज़राइल से लौटने के इच्छुक अपने नागरिकों की सहायता के लिये "ऑपरेशन अजय" शुरू किया है। उनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिये विशेष चार्टर उड़ानें और व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
- इजराइल और फिलिस्तीन की स्थिति पर नज़र रखने और जानकारी एवं सहायता प्रदान करने के लिये विदेश मंत्रालय में 24 घंटे उपलब्ध का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
- यह घोषणा गाजा पट्टी में हमास उग्रवादियों को लक्षित करने के उद्देश्य से इजराइल द्वारा चलाए जा रहे सैन्य अभियानों को देखते हुए की गई थी।
- इजराइल द्वारा यह कार्रवाई उसकी सीमाओं के भीतर हुए एक गंभीर और हिंसक हमले के जवाब में की गई थी।
और पढ़ें: इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष
बॉण्ड निवेशकों के लिये 'SUGAM REC' मोबाइल एप
विद्युत मंत्रालय के अधीन एक महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम REC लिमिटेड ने 'SUGAM REC' नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन पेश किया है, जिसे विशेष रूप से REC के 54EC पूंजीगत लाभ कर छूट बॉण्ड में वर्तमान और संभावित निवेशकों के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- यह एप REC 54EC बॉण्ड में निवेश के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान करता है, जो एक प्रकार का निश्चित आय वाला वित्तीय साधन है और आयकर अधिनियम की धारा 54EC के तहत पूंजीगत लाभ पर कर छूट प्रदान करता है।
- पूंजीगत लाभ शब्द किसी भी लाभ को संदर्भित करता है जो पूंजीगत परिसंपत्ति की बिक्री से प्राप्त होता है।
- REC लिमिटेड की स्थापना वर्ष 1969 में की गई थी। यह एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के रूप में काम करती है तथा पूरे भारत में विद्युत क्षेत्र के वित्तपोषण एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करती है।