टोक्यो ओलंपिक 2020 स्थगित
प्रीलिम्स के लिये:अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति, टोक्यो ओलंपिक 2020, कोरोनोवायरस मेन्स के लिये:COVID-19 तथा वैश्विक आयोजनों पर इसका प्रभाव |
चर्चा में क्यों?
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee- IOC) ने वैश्विक महामारी COVID-19 के कारण टोक्यो ओलंपिक-2020 (ग्रीष्मकालीन) खेलों को वर्ष 2021 के मध्य तक स्थगित करने का निर्णय लिया है।
प्रमुख बिंदु:
- कोरोनोवायरस की महामारी को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे कुछ प्रमुख राष्ट्रों द्वारा टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics-2020) से हट जाने के बाद IOC ने यह निर्णय लिया है।
- कई राष्ट्रों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं पर नियंत्रण, प्रशिक्षण में कठिनाई और बीमारी फैलने के जोखिम के कारण यह फैसला लिया गया है।
- ज्ञातव्य है कि इससे पहले वर्ष 1916, 1940 एवं 1944 में विश्व युद्ध के कारण इन खेलों को रद्द किया गया था।
- वर्ष 1940 में, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जापान ओलंपिक की मेजबानी करने वाला था किंतु एशिया में सैन्य आक्रामकता के कारण जापान में होने वाले ओलंपिक को रद्द कर दिया गया था।
आर्थिक लागत:
- ओलंपिक खेलों की मेजबानी हेतु टोक्यो का बजट 12.6 बिलियन डॉलर था किंतु स्थगन के कारण इसपर अतिरिक्त 6 बिलियन डॉलर की लागत आने की संभावना है।
- यह प्रायोजकों और प्रमुख प्रसारकों के लिये एक झटका होगा, जो राजस्व हेतु विज्ञापनों के लिये चार-वर्ष से इस पर आश्रित थे।
पृष्ठभूमि:
- उत्पत्ति (Origin) :
- ओलंपिक खेलों की उत्पत्ति प्राचीन ग्रीस में हुई थी और ये धार्मिक उत्सव का एक आंतरिक हिस्सा था।
- यह ग्रीस के ओलंपिया में ज़ीउस (Zeus) (ग्रीक धर्म के सर्वोच्च देवता) के सम्मान में आयोजित किया जाता था।
- अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee-IOC):
- वर्ष 23 जून, 1894 को IOC की स्थापना की गयी थी और यह ओलंपिक का सर्वोच्च प्राधिकरण है।
- यह एक गैर-लाभकारी स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो खेल के माध्यम से एक बेहतर विश्व के निर्माण के लिये प्रतिबद्ध है।
- यह ओलंपिक खेलों के नियमित आयोजन को सुनिश्चित करता है, सभी संबद्ध सदस्य संगठनों का समर्थन करता है और उचित तरीकों से ओलंपिक के मूल्यों को बढ़ावा देता है।
- वर्ष 1948 से हर चार वर्ष में एक बार ओलंपिक आयोजित होते हैं।
कोरोनोवायरस (coronavirus):
- WHO के अनुसार, COVID-19 में CO का तात्पर्य कोरोना से है, जबकि VI विषाणु को, D बीमारी को तथा संख्या 19 वर्ष 2019 (बीमारी के पता चलने का वर्ष ) को चिन्हित करता है।
- इसके सामान्य लक्षणों में खाँसी, बुखार और श्वसन क्रिया में रुकावट मुख्य लक्षण हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिये दिशानिर्देश जारी किये हैं:
- हाथों को साबुन से धोना चाहिये, अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, खांसते और छिंकते समय नाक और मुंह पर रुमाल या टिश्यू पेपर से ढँककर रखें।
- इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation-WHO) ने COVID-19 को महामारी घोषित किया है।