धन्यवाद प्रकृति | उत्तराखंड | 30 Sep 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मन की बात के 114 वें एपिसोड में, प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन की सफलता पर प्रकाश डाला और पूरे भारत में व्यक्तिगत स्वच्छता प्रयासों की प्रशंसा की।
मुख्य बिंदु
- उत्तराखंड का झाला गाँव:
- उत्तरकाशी के झाला गाँव के युवाओं ने 'धन्यवाद प्रकृति ' नाम से एक अभियान शुरू किया है ।
- इस पहल के तहत, ग्रामीणजन प्रतिदिन दो घंटे अपने आस-पास की सफाई करते हैं तथा गाँव के बाहर अपशिष्ट का उचित तरीके से निपटान करते हैं।
- प्रधानमंत्री ने अन्य गाँवों और इलाकों से भी इस पहल को अपनाने का आग्रह किया।
- स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगाँठ:
- प्रधानमंत्री ने श्रोताओं को याद दिलाया कि 2 अक्तूबर, 2024 को स्वच्छ भारत मिशन के 10 वर्ष पूरे हो जाएंगे।
- उन्होंने कहा कि यह आंदोलन स्वच्छता के प्रति महात्मा गांधी की आजीवन प्रतिबद्धता के प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
- प्रधानमंत्री ने 'वेस्ट टू वेल्थ' मंत्र के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डाला, जहाँ अधिक लोग 'न्यूनीकरण (Reduce)', 'पुन: उपयोग (Reuse)' और 'पुनर्चक्रण (Recycle)' के सिद्धांतों को अपना रहे हैं।
स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission- SBM)
- परिचय:
- यह एक विशाल जन आंदोलन है जिसका उद्देश्य स्वच्छ भारत बनाना है। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमेशा स्वच्छता पर ज़ोर देते थे क्योंकि स्वच्छता से स्वस्थ और समृद्ध जीवन प्राप्त होता है।
- इसे ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने 2 अक्तूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन शुरू करने का निर्णय लिया है। यह मिशन सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करेगा।
- मिशन के शहरी घटक का कार्यान्वयन आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा किया जाएगा, तथा ग्रामीण घटक का कार्यान्वयन जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।