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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 04 Dec 2024
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मध्य प्रदेश में प्रधान डाकघर का आधुनिकीकरण

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री ने मध्य प्रदेश के अशोकनगर ज़िले में प्रधान डाकघर की आधारशिला रखी।

मुख्य बिंदु

  • प्रधान डाकघर:
    • प्रधान डाकघर का निर्माण 2.1 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। इसका निर्माण एक वर्ष के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
    • इस सुविधा में ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिये आधुनिक सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी-सक्षम बुनियादी ढाँचा उपलब्ध होगा।
    • प्रधान डाकघर अशोकनगर ज़िले के 10 उप-डाकघरों के लिये प्रशासनिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
      • इसका उद्देश्य सेवा वितरण में सुधार करना और स्थानीय आबादी को अधिक सुविधा प्रदान करना है। 
  • भारतीय डाक की विरासत: 
    • 150 वर्षों से अधिक की सेवा के साथ, भारतीय डाक विश्व स्तर पर सबसे बड़े डाक नेटवर्कों में से एक बना हुआ है।
    • भारतीय डाकघर अधिनियम, 1898 को निरस्त करते हुए डाकघर अधिनियम 2023 लागू हुआ।
    • विभाग आधुनिकीकरण और ज़मीनी स्तर पर पहुँच पर विशेष ध्यान देते हुए शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अंतराल को पाटने और उत्कृष्टता प्रदान करने का कार्य जारी रखे हुए है।

भारतीय डाकघर अधिनियम, 1898

  • यह अधिनियम 1 जुलाई, 1898 को भारत में डाकघरों से संबंधित कानून को समेकित और संशोधित करने के उद्देश्य से लागू हुआ।
  • यह केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली डाक सेवाओं के विनियमन का प्रावधान करता है।
    यह विधेयक केंद्र सरकार को पत्रों के संप्रेषण पर विशेष विशेषाधिकार प्रदान करता है तथा पत्रों के संप्रेषण पर केंद्र सरकार का एकाधिकार स्थापित करता है।




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विश्व AIDS दिवस 2024 पर इंदौर में कार्यक्रम

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने मध्य प्रदेश के इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय सभागार में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विश्व AIDS दिवस, 2024 स्मरणोत्सव का उद्घाटन किया।

इस कार्यक्रम में “सही रास्ता अपनाएँ” थीम पर ज़ोर दिया गया, जिसमें HIV/AIDS से प्रभावित व्यक्तियों के लिये समान अधिकार, सम्मान और स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच पर प्रकाश डाला गया।

मुख्य बिंदु

  • सरकार की प्रतिबद्धता:
    • केंद्रीय मंत्री ने HIV/AIDS से पीड़ित लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिये सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई, जिसमें कानूनी सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल तक पहुँच और सामाजिक परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
    • उन्होंने जागरूकता बढ़ाने, रूढ़िवादिता से निपटने तथा सामुदायिक पहलों और अभियानों के माध्यम से AIDS पर प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया।
    • यह कार्यक्रम 2030 तक AIDS को समाप्त करने के वैश्विक सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) के अनुरूप है।
    • गतिविधियों में सामूहिक कार्रवाई, समानुभूति और अनुकूलता पर ज़ोर दिया गया तथा भेदभाव और भय से मुक्त विश्व को बढ़ावा दिया गया।
  • AIDS नियंत्रण में उपलब्धियाँ:
    • भारत में 2010 से नए HIV मामलों में 44% की कमी देखी गई है , जबकि वैश्विक कमी दर 39% है।
      • इसी अवधि के दौरान देश में AIDS से संबंधित मौतों में 79% की कमी आई।
    • भारत अब सस्ती, प्रभावी HIV दवाओं के उत्पादन में वैश्विक अग्रणी है और AIDS रोगियों को मुफ्त एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) प्रदान करता है।
  • रणनीतिक लक्ष्य:
    • भारत ने AIDS के 90% मामलों का पता लगाने, 90% का एआरटी से उपचार करने तथा उपचारित 90% व्यक्तियों में वायरल लोड को कम करने के लिये 90-90-90 का लक्ष्य अपनाया।
    • संशोधित 95-95-95 लक्ष्य प्राप्ति के निकट हैं, जिसमें 81% की पहचान हो चुकी है, 88% का उपचार हो चुका है तथा 97% में विषाणु दमन का लक्ष्य प्राप्त हो चुका है।
  • मध्य प्रदेश की भूमिका:
    • मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में राज्य की प्रगति की सराहना की, जिसमें 2028 तक AIDS को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा मानने की योजना भी शामिल है, जो वैश्विक लक्ष्य 2030 से दो वर्ष पहले है।
    • उन्होंने मध्य प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि का उल्लेख किया, जो 5 से बढ़कर 31 हो गई है तथा 2026 तक इनकी संख्या 50 करने की योजना है।
  • प्रमुख पहल और विज्ञप्तियाँ:
    • संकल्प 6वाँ संस्करण: भारत में AIDS नियंत्रण की प्रगति का विवरण।
    • भारत HIV अनुमान 2023: HIV प्रसार, घटना और मृत्यु दर पर अद्यतन डेटा प्रदान करना।
    • कॉफी टेबल बुक: गहन सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) अभियान की उपलब्धियों पर प्रकाश डालती हुई।
    • रोकथाम प्रगति अद्यतन 2023-2024: उच्च जोखिम वाले समूहों के लिये रोकथाम गतिविधियों पर रिपोर्टिंग।
    • अनुसंधान संकलन खंड II: AIDS पर राज्य-विशिष्ट अध्ययनों से प्राप्त अंतर्दृष्टि को साझा करना।
  • सामुदायिक सहभागिता:
    • इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय AIDS नियंत्रण संगठन (NACO) द्वारा प्रदर्शनियाँ, एक नए लॉन्च किये गए थीम गीत का लाइव प्रदर्शन और राष्ट्रीय AIDS नियंत्रण कार्यक्रम के लाभार्थियों की कहानियाँ शामिल थीं।
    • नीति निर्धारकों, स्वास्थ्य पेशेवरों, नागरिक समाज और विकास सहयोगियों सहित विभिन्न हितधारकों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की और सहयोग को प्रोत्साहित किया।

HIV/AIDS रोग

  • परिचय:
    • मानव इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) एक संक्रमण है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
    • एड्स HIV संक्रमण का अंतिम चरण है, जो तब उत्पन्न होता है जब वायरस के प्रभाव से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से प्रभावित हो जाती है।
    • HIV शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में CD4 नामक श्वेत रक्त कोशिका (T कोशिका) पर हमला करता है।
    • T कोशिकाएँ वे कोशिकाएँ हैं जो शरीर में घूमकर कोशिकाओं में विसंगतियों और संक्रमणों का पता लगाती हैं।
    • शरीर में प्रवेश करने के बाद, HIV खुद को गुणा करता है और सीडी 4 कोशिकाओं को नष्ट कर देता है , जिससे मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को गंभीर नुकसान पहुँचता है। एक बार यह वायरस शरीर में प्रवेश कर जाए तो इसे कभी भी हटाया नहीं जा सकता।
    • HIV से संक्रमित व्यक्ति का CD4 काउंट काफी कम हो जाता है। स्वस्थ शरीर में CD4 काउंट 500-1600 के बीच होता है, लेकिन संक्रमित शरीर में यह 200 तक भी कम हो सकता है।
  • संचरण:
    • HIV विभिन्न स्रोतों के माध्यम से फैल सकता है, जब किसी HIV संक्रमित व्यक्ति के शरीर के कुछ तरल पदार्थों के साथ सीधा संपर्क होता है, जिसमें वायरल लोड का पता लगाया जा सकता है। यह संपर्क रक्त, वीर्य, मलाशय द्रव, योनि द्रव या स्तन के दूध के माध्यम से हो सकता है।
  • लक्षण:
    • एक बार जब HIV AIDS में परिवर्तित हो जाता है तो इसके प्रारंभिक लक्षण अस्पष्टीकृत थकान, बुखार, जननांगों या गर्दन के आसपास घाव, निमोनिया आदि हो सकते हैं।


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