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उदयपुर में आदमखोर तेंदुए का शिकार
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उदयपुर ज़िले में अधिकारी कई मौतों के लिये ज़िम्मेदार एक तेंदुए की सक्रिय रूप से तलाश कर रहे हैं।
मुख्य बिंदु
- उदयपुर ज़िले में एक तेंदुए ने सात लोगों को मार डाला है, वन विभाग, पुलिस और भारतीय सेना की खोज टीम जानवर को पकड़ने या मारने की कोशिश कर रही हैं।
- विभिन्न स्थानों पर पिंजरे लगाए गए हैं और स्थानीय ग्रामीण इस प्रयास में सहायता कर रहे हैं।
- हाल ही में 55 वर्षीय महिला पर हुए घातक हमले के बाद मुख्य वन्यजीव वार्डन ने जानवर को गोली मारने का आदेश दिया तथा गोगुंदा और आसपास के क्षेत्रों में उसकी तलाश जारी है।
मुख्य वन्यजीव वार्डन
- प्राधिकरण: मुख्य वन्यजीव वार्डन (Chief Wild Life Warden- CLWL) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत वैधानिक प्राधिकरण है जो राज्य वन विभाग के वन्यजीव विंग की देखरेख के लिये ज़िम्मेदार है।
- प्रशासनिक नियंत्रण: CWLW राज्य के संरक्षित क्षेत्रों (Protected Areas- PA) पर पूर्ण प्रशासनिक नियंत्रण रखता है, तथा वन्यजीव संरक्षण उपायों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करता है।
- संरक्षित क्षेत्रों की संरचना: प्रत्येक संरक्षित क्षेत्र ( PA) को आम तौर पर एक वन्यजीव प्रभाग के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, जिसकी प्रशासनिक ज़िम्मेदारियों का नेतृत्व उप वन संरक्षक (Deputy Conservator of Forests- DCF) करता है।
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