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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश बोर्ड व्यावसायिक शिक्षा शुरू करेगा

  • 31 Aug 2024
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल कक्षा 6 से ही व्यावसायिक शिक्षा को शामिल करने की तैयारी कर रहे हैं।

प्रमुख बिंदु

  • इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को कक्षा 12 में पहुँचने तक विभिन्न व्यावसायिक विषयों में महत्त्वपूर्ण कौशल प्रदान करना है, जिससे वे अपने दम पर उद्यमशीलता के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।
  • यह परिवर्तनकारी बदलाव नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) के तहत लागू किया जा रहा है, जिसमें व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में सबसे महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं।
    • पाठ्यक्रम में कई तरह के विषय शामिल होंगे, जिनमें पाक कला, कन्फेक्शनरी, मधुमक्खी पालन, नर्सरी प्रबंधन, खाद्य संरक्षण, फल संरक्षण और फसल सुरक्षा शामिल हैं, जिनमें सभी में जीवित जीवों के साथ कार्य करना शामिल है
    • मशीनरी श्रेणी में छात्रों को ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, IT, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल वर्क, सोलर सिस्टम इंस्टॉलेशन, मोबाइल रिपेयरिंग, टेक्सटाइल डिज़ाइन, फोटोग्राफी, गारमेंट डिज़ाइन और डेकोरेशन, स्टेनोग्राफी, टाइपिंग, प्रिंटिंग, रेडियो तथा टेलीविज़न टेक्नोलॉजी जैसे विषयों का पता लगाने का अवसर मिलेगा
    • सेवा प्रदाता श्रेणी में स्वास्थ्य सेवा, खुदरा व्यापार, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, पुस्तकालय विज्ञान, धुलाई और रंगाई, बैंकिंग, अकाउंटेंसी, पर्यटन एवं आतिथ्य में पाठ्यक्रम पेश किये जाएंगे।
  • कक्षा 6 से 10 तक विद्यार्थियों को इन विषयों में आधारभूत शिक्षा दी जाएगी तथा कक्षा 11 व 12 में वे इनमें से किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करेंगे।
    • व्यावसायिक विषयों में हाई स्कूल तक 31 विषय और इंटरमीडिएट तक 44 विषय शामिल हैं। इन विषयों के लिये पाठ्यक्रम NCERT स्तर पर तैयार किया जा रहा है।

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा

  • परिचय:
    • NCF नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रमुख घटकों में से एक है, जो NEP 2020 के उद्देश्यों, सिद्धांतों और दृष्टिकोण से सूचित इस परिवर्तन को सक्षम एवं सक्रिय करता है
    • NCF में अतीत में चार- वर्ष 1975, 1988, 2000 और 2005 में संशोधन हुए हैं। प्रस्तावित संशोधन, यदि लागू किया जाता है, तो ढाँचे का पाँचवाँ संशोधन होगा।
  • NCF के चार खंड:
  • उद्देश्य:
    • इसका उद्देश्य शिक्षाशास्त्र सहित पाठ्यक्रम में सकारात्मक बदलावों के माध्यम से, NEP 2020 में परिकल्पित भारत की स्कूली शिक्षा प्रणाली को सकारात्मक रूप से बदलने में सहायता करना है
    • इसका उद्देश्य सभी बच्चों के लिये उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा का एहसास करना है, जो भारत के संविधान द्वारा परिकल्पित एक समतापूर्ण, समावेशी और बहुलवादी समाज को साकार करने के अनुरूप है
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