ग्रेट इंडियन बस्टर्ड | 17 Jan 2025

चर्चा में क्यों?

शोधकर्त्ताओं ने राजस्थान के डेजर्ट नेशनल पार्क (DNP) में 12 ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (GIB) देखे। इससे भारत की सबसे गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों में से एक को संरक्षित करने के प्रयासों को बढ़ावा मिला है।

मुख्य बिंदु

  • GIB जनसंख्या स्थिति:
    • GIB गंभीर रूप से संकटग्रस्त है तथा केवल 173 पक्षी ही बचे हैं।
    • इनमें से 128 प्रजातियाँ वनों में निवास करती हैं, जबकि अन्य पक्षियों को कैद में रखा जाता है।
    • राजस्थान के अलावा यह प्रजाति गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी पाई जाती है।
  • संरक्षण प्रयास:
    • शिकार, आवास की क्षति और विखंडन के कारण वर्ष 2011 में IUCN रेड लिस्ट में GIB को "गंभीर रूप से संकटग्रस्त" के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
    • इसके जवाब में, राजस्थान ने इस प्रजाति के संरक्षण के लिये वर्ष 2013 में 12.90 करोड़ रुपए की परियोजना शुरू की, जिसका उद्देश्य इसके आवास की सुरक्षा और प्रजनन की स्थिति में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना था।
      • इस परियोजना के तहत दो स्थानों, सम और रामदेवरा में 45 बस्टर्ड का सफल प्रजनन किया गया।
  • आवास संरक्षण और प्रजनन:
    • देखे गए पक्षी जंगल में पैदा हुए थे, जिनमें से अधिकांश मादाएँ  तीन से चार वर्ष की थीं तथा कुछ नर एक वर्ष तक के थे।
    • उनके आवास की सुरक्षा के प्रयासों में घास के मैदानों में सुधार करना और पक्षियों को रेगिस्तानी लोमड़ियों, बिल्लियों और नेवलों जैसे शिकारियों से बचाने के लिये बाड़ लगाना शामिल है।
  • संरक्षण में मील का पत्थर:

ग्रेट इंडियन बस्टर्ड

मरुस्थल राष्ट्रीय उद्यान