पाँच शहरों को मिलेगी यूनेस्को की मान्यता | 07 Mar 2025

चर्चा में क्यों 

उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और उसे विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से 5 शहरों को अमूर्त विरासत और रचनात्मक शहरों के रूप में यूनेस्को की मान्यता हेतु आवेदन करेगी

मुख्य बिंदु 

  • चयनित सांस्कृतिक शहर (तत्त्व)
    • कन्नौज का इत्र
    • ब्रज की होली 
    • वाराणसी की गंगा आरती 
    • फिरोज़ाबाद की कांच कला
    • आज़मगढ़ (निजामाबाद) की ब्लैक पॉटरी
  • प्रयास: 
    • इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड की लोककला एवं लोक साहित्य को भी मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में शामिल कराने के लिये प्रयास कर रही है। 
      • कन्नौज के इत्र के लिये देग-भापका विधि, ऐतिहासिक महत्त्व, सामाजिक-आर्थिक प्रभाव और पारंपरिक प्रक्रियाओं पर शोध किया जाएगा।
      • वाराणसी की गंगा आरती के ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और अनुष्ठानिक महत्त्व पर अध्ययन किया जाएगा।
      • ब्रज की होली विशेष रूप से लट्ठमार होली को प्रमुखता दी जाएगी।
      • बुंदेलखंड के आल्हा गायन व राई नृत्य, आज़मगढ़ की ब्लैक पॉटरी और फिरोज़ाबाद के कांच उद्योग पर शोध कर दस्तावेज तैयार किये जाएंगे।
  • ऐतिहासिक संदर्भ:
    • वर्ष 2017 में केंद्र व प्रदेश सरकार के प्रयासों से कुंभ को पहली बार यूनेस्को द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी गई थी।
  • प्रभाव और संभावित लाभ:
    • वैश्विक मान्यता मिलने से इन सांस्कृतिक विरासतों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार मिलेगा।
    • पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
    • स्थानीय कारीगरों, कलाकारों और परंपरागत उद्योगों को संरक्षण मिलेगा, जिससे उनकी आजीविका को बल मिलेगा।
    • संस्कृति और धरोहर के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ये परंपराएं आने वाली पीढ़ियों तक सुरक्षित रहेंगी।

यूनेस्को

  • संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़रायल ने यूनेस्को की सदस्यता वर्ष 2019 में औपचारिक रूप से छोड़ दी थी।
  • संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन' (UNESCO), संयुक्त राष्ट्र (United Nation- UN) की एक विशेष एजेंसी है। यह संगठन शिक्षा, विज्ञान एवं संस्कृति के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति स्थापित करने का प्रयास करता है। 
  • यूनेस्को के कार्यक्रम एजेंडा 2030 में परिभाषित सतत् विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) की प्राप्ति में योगदान करते हैं, जिसे 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।
  • इसके 193 सदस्य देश और 11 संबद्ध सदस्य हैं। भारत वर्ष 1946 में यूनेस्को में शामिल हुआ था।
    • इसका मुख्यालय पेरिस (फ्राँस) में है।