छत्तीसगढ़ में CRPF का नया ऑपरेशन बेस | 17 Feb 2025

चर्चा में क्यों?

केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) ने छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में माओवादी गलियारे में एक नया ऑपरेशन बेस स्थापित किया गया, जिससे राज्य के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में इसकी उपस्थिति प्रबल हुई है।

मुख्य बिंदु

  • फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB): परिचय 
    • 196वीं और 205वीं कमांडो बटालियन फॉर रेज़ोल्यूट एक्शन (CoBRA) ने अन्य अर्द्धसैनिक इकाइयों के साथ मिलकर इस बेस की स्थापना में सहायता की।
    • FOB एक सुदूर पहाड़ी क्षेत्र में है, जहाँ माओवादी प्रशिक्षण शिविर, हथियार, गोला-बारूद के भंडार और राशन इकाइयाँ स्थित हैं।
    • यह दक्षिण और पश्चिम बस्तर संभाग के माओवादियों के गढ़ में स्थित है।
  • सुरक्षा चुनौतियाँ और प्रतिरोध:
    • यह क्षेत्र सशस्त्र माओवादी कैडरों की पहली बटालियन के संचालन केंद्र के रूप में कार्य करता है।
    • CRPF ने माओवादियों द्वारा अपने शहीदों की याद में बनाए गए लाल रंग के ऊँचे स्मारक को भारी मिट्टी हटाने वाली मशीन से ध्वस्त कर दिया।
  • सरकारी रणनीति और विस्तार:
    • यह बेस नए FOB की शृंखला में 13वाँ बेस है, जिसे केंद्र सरकार के मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद को समाप्त करने के लक्ष्य के तहत बनाया जा रहा है।
    • माओवादियों के वार्षिक सामरिक जवाबी आक्रामक अभियान (TCOC) के शुरू होने से पहले और अधिक FOB बनाने की योजना बनाई गई है।
      • TCOC नक्सलियों द्वारा किया जाने वाला ग्रीष्मकालीन आक्रमण है, जो शुष्क वनों में बेहतर दृश्यता का लाभ उठाकर सुरक्षा बलों पर हमला करता है।
  • छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान:
    • पिछले तीन-चार वर्षों में CRPF ने छत्तीसगढ़ में 40 से अधिक पैदल पुल स्थापित किये हैं।
    • सबसे तीव्र नक्सल विरोधी अभियान ओडिशा और तेलंगाना की सीमा से लगे दक्षिणी बस्तर में केंद्रित हैं।

केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF)

  • CRPF की स्थापना 1939 में रियासतों में राजनीतिक उथल-पुथल और अशांति के जवाब में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में की गई थी।
  • 1949 में इस बल का नाम बदलकर केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल कर दिया गया।
  • तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने CRPF की बहुमुखी भूमिका की कल्पना की थी तथा इसके कार्यों को नव स्वतंत्र राष्ट्र की उभरती जरूरतों के अनुरूप ढाला था।
  • कोबरा (CoBRA): 
    • यह भारत के केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की एक विशेष ऑपरेशन इकाई है जो गुरिल्ला रणनीति और जंगल युद्ध में कुशल है। मूल रूप से नक्सलवादी आंदोलन का मुकाबला करने के लिये स्थापित किया गया था।
    • CoBRA को विषम युद्ध में संलग्न विद्रोही समूहों से निपटने के लिये तैनात किया गया है।