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झारखंड

IED विस्फोट में कोबरा बटालियन का जवान घायल

  • 21 Sep 2024
  • 3 min read

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में झारखंड के चाईबासा (सिंहभूम ज़िला)  में चल रहे तलाशी अभियान के दौरान IED विस्फोट में कोबरा (CoBRA) बटालियन का एक जवान घायल हो गया ।

 मुख्य बिंदु: 

  • ऑपरेशन का विवरण: यह ऑपरेशन माओवादी नेता को निशाना बनाकर किया जा रहा है, जिस पर राज्य सरकार ने 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है।
    • माओवादी नेताओं को पकड़ने के लिये चाईबासा पुलिस, 209 कोबरा बटालियन और CRPF की टीमों द्वारा क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है।
  • कोबरा: कोबरा भारत के केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की एक विशेष ऑपरेशन इकाई है जो गुरिल्ला रणनीति और जंगल युद्ध में कुशल है। जिसे मूल रूप से नक्सली आंदोलन का मुकाबला करने के लिये स्थापित किया गया था। 
  • कोबरा को विषम युद्ध में संलग्न विद्रोही समूहों से निपटने के लिये तैनात किया गया है। 
  • सिंहभूम ज़िला: सिंहभूम ज़िले की स्थापना वर्ष 1990 में हुई थी जब मूल सिंहभूम ज़िले को पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर ज़िला मुख्यालय के रूप में) और पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा ज़िला मुख्यालय के रूप में) में विभाजित किया गया था। 
    • वर्ष 2001 में पश्चिमी सिंहभूम को विभाजित कर सरायकेला-खरसावाँ ज़िला बनाया गया, जिससे पश्चिमी सिंहभूम में 15 प्रखंड और 3 उप-मंडल रह गए।
    • इस ज़िले की विशेषता पहाड़ी इलाका, खड़ी पहाड़ियाँ और घने वन हैं, जिनमें प्रसिद्ध साल वन और विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सारंडा वन क्षेत्र शामिल हैं। 
    • यह विविध वन्यजीवों का घर है, जिसमें हाथी, बाइसन, बाघ, तेंदुआ और विभिन्न हिरण प्रजातियाँ शामिल हैं, हालाँकि मानव आवास के निकट उनकी आबादी घट रही है। 
    • ऐसा माना जाता है कि "सिंहभूम" नाम की उत्पत्ति या तो पोराहाट के सिंह राजाओं या स्थानीय जनजातीय आबादी के प्रमुख देवता "सिंह बोंगा" के बिगड़े हुए रूप से हुई है।

 इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस

  • इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) एक घरेलू बम है जिसे लक्ष्यों को नष्ट करने या अक्षम करने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जिसका उपयोग आमतौर पर अपराधियों, आतंकवादियों और विद्रोहियों द्वारा विभिन्न रूपों में किया जाता है।
  • IED को कई तरीकों से पहुँचाया जा सकता है, जिसमें वाहनों द्वारा, व्यक्तियों द्वारा रखा जाना, या सड़क के किनारे छिपाया जाना शामिल होता है, तथा वर्ष 2003 में शुरू हुए इराक युद्ध के दौरान इसे प्रमुखता मिली।

 

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