हरियाणा
बीमा सखी योजना
- 11 Dec 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रधानमंत्री ने हरियाणा के पानीपत में भारतीय जीवन बीमा निगम की 'बीमा सखी योजना' का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखी।
मुख्य बिंदु
- बीमा सखी योजना:
- यह 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिये बनाया गया है, जिसका ध्यान वित्तीय साक्षरता और बीमा जागरूकता पर केंद्रित है।
- इसमें तीन वर्ष का प्रशिक्षण और वजीफा, LIC एजेंट या विकास अधिकारी बनने के अवसर और 2 लाख महिलाओं के लिये रोज़गार सृजन शामिल है।
- इससे "सभी के लिये बीमा" के मिशन को मज़बूती मिलेगी, सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और गरीबी उन्मूलन होगा।
- महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय:
- यह 495 एकड़ में विस्तृत है, जिसमें अनुसंधान केंद्र, एक बागवानी महाविद्यालय और पाँच स्कूल हैं।
- इसका उद्देश्य फसलों में विविधता लाना और विश्व स्तरीय बागवानी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना है।
- कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने निम्नलिखित बातों पर भी प्रकाश डाला:
- पानीपत से शुरू किये गए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान ने पिछले दशक में हज़ारों बेटियों का जीवन बचाने में योगदान दिया है।
- महिलाओं के लिये विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला गया, जिनमें शामिल हैं:
- महिलाओं को बैंक सखी, बीमा सखी और कृषि सखी के रूप में प्रशिक्षण देना।
- मातृत्व अवकाश को बढ़ाकर 26 सप्ताह करना।
- वित्तीय समावेशन के लिये जन धन योजना जैसे कार्यक्रम शुरू किए गए , जिससे 30 करोड़ महिलाएँ लाभान्वित होंगी।
- उन्होंने ग्रामीण आर्थिक परिवर्तन की आधारशिला के रूप में स्वयं सहायता समूहों (SHG) पर ज़ोर दिया, जिनसे 10 करोड़ से अधिक महिलाएँ जुड़ी हैं।
- लखपति दीदी अभियान जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया, जिसके कारण 1.15 करोड़ महिलाएँ प्रतिवर्ष 1 लाख रुपए से अधिक कमाने में सक्षम हुई हैं।
- उन्होंने जन धन योजना द्वारा लाए गए परिवर्तन पर प्रकाश डाला, जिससे निम्नलिखित योजनाओं से लाभ का सीधा हस्तांतरण सुनिश्चित हुआ:
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना
- परिचय:
- यह योजना प्रधानमंत्री द्वारा 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य बाल लिंग अनुपात (CSR) में कमी लाना तथा जीवन-चक्र में महिला सशक्तीकरण से संबंधित मुद्दों का समाधान करना था।
- यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MW&CD), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MH&FW) तथा शिक्षा मंत्रालय का त्रि-मंत्रालयीय प्रयास है।
- मुख्य उद्देश्य:
- लिंग-पक्षपाती लिंग-चयनात्मक उन्मूलन की रोकथाम।
- बालिकाओं के जीवन और संरक्षण को सुनिश्चित करना।
- बालिकाओं की शिक्षा एवं भागीदारी सुनिश्चित करना।
- बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा करना।