आमेर किला | 24 Apr 2025

चर्चा में क्यों?

अपने परिवार सहित भारत की चार दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और जयपुर में भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा की।

मुख्य बिंदु

  • यात्रा के बारे में:
    • वेंस परिवार का स्वागत पारंपरिक राजस्थानी शैली में आमेर किले में किया गया, जिसमें कच्ची घोड़ी, घूमर और कालबेलिया नृत्य शामिल रहे।
    • जयपुर में राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (RIC) में उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों पर चर्चा करते हुए भारत के संस्कृतिक अनुभव की सराहना की।
  • आमेर किला 
    • परिचय
      • आमेर किला (Amber Fort)  जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर अरावली पर्वतमाला में स्थित है। 
      • यह भारत के सबसे प्रसिद्ध राजपूत किलों में से एक है और अपनी भव्य वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्त्व और सांस्कृतिक वैभव के कारण अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
    • इतिहास और स्थापत्य
      • आमेर किला हिंदू स्थापत्य और राजपूत वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। इसकी संरचना में राजस्थानी और मुग़ल शैली का सम्ममिश्रण देखा जा सकता है।
      • आमेर किला कभी कछवाहा राजपूतों की राजधानी हुआ करता था। इसका निर्माण राजा मानसिंह प्रथम ने 16वीं शताब्दी के अंत में प्रारंभ किया था। 
      • बाद में राजा जयसिंह प्रथम और सवाई जयसिंह द्वितीय ने इसमें कई महत्त्वपूर्ण परिवर्तन और विस्तार किये।
      • किले का निर्माण चार चरणों में किया गया और यह मुख्यतः हल्के पीले, गुलाबी बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से निर्मित है। 
      • किला चार मुख्य खंडों में विभाजित है और प्रत्येक खंड का अपना-अपना प्रांगण (courtyard) है।
    • प्रमुख संरचनाएँ और आकर्षण
      • इसमें एक 'दीवान-ए-आम' (सार्वजनिक श्रोताओं का हॉल), 'दीवान-ए-खास' (निजी श्रोताओं का हॉल), एक 'शीश महल' (दर्पण महल) और एक 'सुख निवास' शामिल हैं।
        • सुख निवास अपनी विशिष्ट शीतलता के लिये जाना जाता है, जो झरनों के ऊपर बहने वाली हवाओं द्वारा उत्पन्न होती है।

कालबेलिया नृत्य 

  • कालबेलिया नृत्य कालबेलिया समुदाय के पारंपरिक जीवनशैली की एक अभिव्यक्ति है। यह इसी नाम की एक राजस्थानी जनजाति से संबंधित है।
  • इसे वर्ष  2010 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठनों (UNESCO) की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) की सूची में शामिल किया गया था।
    • UNESCO की प्रतिष्ठित सूची उन अमूर्त विरासतों से मिलकर बनी है जो सांस्कृतिक विरासत की विविधता को प्रदर्शित करने और इसके महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
    • यह सूची 2008 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा पर कन्वेंशन के समय स्थापित की गई थी।
  • इस नृत्य रूप में घूमना और रमणीय संचरण शामिल है, जो इस नृत्य को देखने लायक बनाता है।
  • यह प्रायः किसी भी खुशी के उत्सव पर किया जाता है और इसे कालबेलिया संस्कृति का एक अभिन्न अंग माना जाता है।
  • इसे केवल महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया जाता है, जबकि पुरुष वाद्य यंत्र बजाते हैं और संगीत प्रदान करते हैं।