बिहार
औरंगाबाद ज़िले में 195 योजनाओं का उद्घाटन
- 12 Feb 2025
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चर्चा में क्यों?
मुख्यमंत्री ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान औरंगाबाद ज़िले में 195 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
मुख्य बिंदु
- मुख्यमंत्री ने 554 करोड़ रुपए से अधिक की लागत की कुल 195 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 127.43 करोड़ रुपए की लागत से 79 योजनाओं का उद्घाटन एवं 426.76 करोड़ रुपए की लागत से 116 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
- प्रमुख विकास योजनाएँ:
- देव प्रखंड के बेढनी पंचायत में पंचायत सरकार भवन के शिलापट्ट का उद्धघाटन किया।
- सदर अस्पताल में 9 मंज़िला मॉडल अस्पताल का उद्घाटन किया।
- डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय का उद्घाटन किया।
- रिंग रोड और मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा।
- स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण निर्माण होगा।
- रुद्र कुंड और सूर्य कुंड के सौंदर्याकरण का अवलोकन किया।
- अदरी नदी पर प्रस्तावित रिवर फ्रंट निर्माण का अवलोकन किया।
- मुख्यमंत्री ने लाभुकों को मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना का सांकेतिक चेक और चाबी, आयुष्मान कार्ड, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना (वर्ष 2024-2025) के अंतर्गत 147 चयनित लाभुकों को प्रथम किश्त के रुप में 2 करोड़ 94 लाख रुपए का सांकेतिक चेक, मुख्यमंत्री निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया।
औरंगाबाद ज़िला
- स्थापना: गंगा नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित इस ज़िले की स्थापना वर्ष 1972 में की गई थी और यह पूर्वी चंपारण ज़िला और गया ज़िलों से बनाया गया था।
- नदियाँ: औरंगाबाद ज़िले में आदिरी, पुनपुन, औरंगा, बटाणे, मोहर और मदर मानक नदियाँ बहती हैं।
- भाषा: यहाँ की स्थानीय भाषा मैथिली है, लेकिन हिंदी और अंग्रेज़ी भी व्यापक रूप से बोली जाती हैं।
- पर्यटन स्थल: गृद्धकूट पर्वत, बारबरीन का मकबरा, देव सूर्य मंदिर, उमगा सूर्य मंदिर, दाऊद का किला आदि।
- शक्ति संयंत्र: कोयला आधारित नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना औरंगाबाद के सिवानपुर गाँव में स्थित है।
अदरी नदी
- यह नदी धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्त्वपूर्ण है। इस नदी के किनारे दूर-दराज़ एवं आस-पास के लोगों द्वारा छठ महोत्सव मनाया जाता है।
- यह औरंगाबाद शहर के बीच से गुजरती है और पुनपुन नदी की एक सहायक नदी है।
- इसका उद्गम स्थल देव प्रखंड के अदरी गाँव से माना जाता है।
- ज्ञातव्य है कि यह मानव निर्मित नदी है।