प्रारंभिक परीक्षा
38वांँ भारत-इंडोनेशिया कॉर्पेट
- 14 Jun 2022
- 2 min read
38वीं भारत-इंडोनेशिया समन्वित गश्त (IND-INDO CORPAT) का आयोजन अंडमान सागर और मलक्का जलडमरूमध्य में किया जा रहा है।
प्रमुख बिंदु
- परिचय:
- दोनों नौसेनाएंँ वर्ष 2002 से अपनी अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) के साथ गश्त का संचालन कर रही हैं।
- यह दो मित्र देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी विश्वास, तालमेल और सहयोग को प्रदर्शित करता है।
- भारत और इंडोनेशिया के बीच घनिष्ठ संबंध हैं, जिसमें गतिविधियों और बातचीत के व्यापक दृष्टिकोण शामिल हैं जो पिछले कुछ वर्षों में और मज़बूत हुए हैं।
- उद्देश्य:
- इस अभ्यास का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र को वाणिज्यिक नौवहन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिये सुरक्षित करना है।
- सागर (क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास) के भारत सरकार के दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना समन्वित गश्त के लिये हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रही है।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) निगरानी, मार्ग अभ्यास और द्विपक्षीय/बहुपक्षीय अभ्यासों में सहयोग।
- CORPATs नौसेनाओं के बीच समझ और अंतर-संचालनीयता के निर्माण में मदद करते हैं तथा अवैध और अनियमित (IUU) मछली पकड़ने, मादक पदार्थों की तस्करी, समुद्री आतंकवाद, सशस्त्र डकैती एवं पायरेसी को रोकने के लिये संस्थागत उपायों की सुविधा प्रदान करते हैं।
- इस अभ्यास का उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र को वाणिज्यिक नौवहन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिये सुरक्षित करना है।
- भारत और इंडोनेशिया के बीच अन्य अभ्यास:
- समुद्र शक्ति: एक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास।
- गरुड़ शक्ति: एक संयुक्त सैन्य अभ्यास।