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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 28 दिसंबर, 2023
- 28 Dec 2023
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पोंग बाँध वन्यजीव अभयारण्य
केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने हाल ही में एक मसौदा अधिसूचना जारी कर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले में पोंग बाँध वन्यजीव अभयारण्य की सीमाओं से एक किलोमीटर के क्षेत्र को इको-सेंसिटिव ज़ोन घोषित किया है।
- पोंग बाँध वन्यजीव अभयारण्य पोंग बाँध झील (महाराणा प्रताप सागर के नाम से भी जाना जाता है) के आसपास स्थित है, जो ब्यास नदी पर पोंग बाँध के निर्माण के कारण बना एक मानव निर्मित जलाशय है।
- पोंग बाँध भारत का सबसे ऊँचा अर्थ-फिल डैम है और इसका निर्माण वर्ष 1975 में किया गया था। वर्ष 1983 में, पूरे जलाशय को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था।
- वर्ष 1994 में भारत सरकार ने इसे “राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि” घोषित किया। पोंग बाँध झील को वर्ष 2002 में रामसर साइट घोषित किया गया था।
- अभयारण्य क्षेत्र उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वनों से आच्छादित है।
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पालना योजना
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘पालना’ योजना के तहत पूरे भारत में आँगनवाड़ी केंद्रों के भीतर 17,000 क्रेच स्थापित करने की योजना बनाई है।
- इस पहल का उद्देश्य बच्चों के संज्ञानात्मक, पोषण और स्वास्थ्य विकास को बढ़ाते हुए सुरक्षित डे-केयर सुविधाएँ प्रदान करना है।
- कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी दर के साथ, वर्ष 2022 में 37% तक पहुँचने के साथ, क्रेच का यह विस्तार भावी पीढ़ियों के विकास का पोषण करते हुए महिलाओं का समर्थन करने के लिये एक ठोस प्रयास का प्रतीक है।
- जुलाई 2022 में, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘मिशन शक्ति’ के तहत राष्ट्रीय क्रेच योजना को पालना योजना में बदल दिया।
- इस परिवर्तन से आँगनवाड़ी सह क्रेच की शुरुआत हुई और मौजूदा क्रेच को पुरानी योजना से स्टैंड अलोन क्रेच के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया गया।
और पढ़ें: मिशन शक्ति, आंगनवाड़ी सेवाएँ
JAXA का SLIM चंद्र मिशन विश्लेषण
जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने हाल ही में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है क्योंकि उसके “स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून” (SLIM) ने चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है, जिसका लक्ष्य चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग जाँच में सक्षम देशों के विशिष्ट समूह में शामिल होना है।
- यह मिशन, HAKUTO-R मून मिशन, एक निजी वाणिज्यिक उद्यम, के वर्ष 2023 की शुरुआत में विफलता के बाद जापान के चंद्रमा पर नरम लैंडिंग के दूसरे प्रयास को चिह्नित करता है।
- SLIM, जिसका वज़न लगभग 190 किलोग्राम है, सटीक प्रौद्योगिकी का एक उदाहरण है, जिसका लक्ष्य अपने लक्ष्य स्थल, भूमध्यरेखीय क्षेत्र में शिनोली क्रेटर के 100 मीटर के भीतर छूना है।
और पढ़ें: HAKUTO-R मून मिशन
भारतीय बाज़ारों में P-नोट में बढ़ोतरी
नवंबर 2023 में, पार्टिसिपेटरी नोट निवेश में वृद्धि हुई, जो कुल ₹1.31 लाख करोड़ तक पहुँच गया।
- पार्टिसिपेटरी नोट्स (P-नोट्स) विदेशी निवेशकों द्वारा उपयोग किये जाने वाले वित्तीय उपकरण हैं जो बाज़ार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ प्रत्यक्ष पंजीकरण किये बिना भारतीय बाज़ारों में निवेश करना चाहते हैं।
- वे पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) अथवा उनके उप-खातों द्वारा अंतर्निहित भारतीय प्रतिभूतियों के तहत जारी किये जाते हैं।
- हालाँकि P-नोट्स लचीलापन तथा निवेश में सरलता प्रदान करते हैं किंतु वे धन-शोधन, राउंड-ट्रिपिंग एवं पारदर्शिता की कमी में उनके संभावित उपयोग के बारे में चिंताओं के कारण नियामक जाँच का मुद्दा रहे हैं।
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