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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 25 जुलाई, 2023
- 25 Jul 2023
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मेरी माटी मेरा देश अभियान
भारत सरकार ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के जश्न 'आजादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान शुरू किया है।
- देश के विभिन्न हिस्सों से एकत्र की गई मिट्टी का उपयोग दिल्ली में कर्तव्य पथ के किनारे अमृत वाटिका उद्यान को विकसित करने के लिये किया जाएगा।
- पंचायत और गाँव से लेकर राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
- सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुरों के नाम के साथ शिलाफलकम (स्मारक पट्टिका) स्थापित की जाएगी।
- नागरिकों द्वारा देश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते प्रतिज्ञा ली जाएगी।
- 'वसुधा वनधन' के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत या गाँव में देशी प्रजातियों के 75 पौधे लगाए जाएंगे।
- स्वतंत्रता सेनानियों और मृत स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सम्मानित करने के लिये 'वीरों का वंदन' का आयोजन किया जाएगा।
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भारत के असंगठित क्षेत्र के श्रमिक
हाल ही में केंद्रीय श्रम और रोज़गार राज्य मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में भारत के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया है।
- आर्थिक सर्वेक्षण, 2021-22 के अनुसार, वर्ष 2019-20 के दौरान असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या लगभग 43.99 करोड़ है।
- सरकार ने श्रमिकों और अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 के प्रभाव को कम करने के लिये 27 लाख करोड़ रुपए से अधिक के राजकोषीय प्रोत्साहन के साथ 'आत्मनिर्भर भारत' पैकेज पेश किया।
- 'आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY)' ने रोज़गार सृजन और बहाली को प्रोत्साहित किया, जिससे 60.3 लाख लाभार्थियों को लाभ हुआ।
- अपने गृह राज्यों में लौटने वाले असंगठित श्रमिकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिये रोज़गार और आजीविका के अवसर प्रदान करने हेतु 116 ज़िलों में 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोज़गार अभियान' शुरू किया गया था।
- 'अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY)' ने संकट के दौरान वित्तीय सहायता प्रदान करते हुए नौकरी खोने वाले बीमाकृत व्यक्तियों को अधिक राहत प्रदान की।
- 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY)' के तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त उपलब्ध कराया गया।
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फ्लोरोमिक्स (Fluoromix )
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने फ्लोरीन परमाणु प्राप्त करने के लिये एक सुरक्षित और कम ऊर्जा-गहन विधि विकसित की है।
- फ्लोरीन को कैल्शियम नमक से प्राप्त किया जाता है जिसे कैल्शियम फ्लोराइड या फ्लोरस्पार कहा जाता है। फ्लोरस्पार का खनन किया जाता है, तत्पश्चात् हाइड्रोजन फ्लोराइड जारी करने के लिये उच्च तापमान पर सल्फ्यूरिक एसिड से उपचारित किया जाता है।
- फ्लोरीन एक अत्यधिक प्रतिक्रियाशील तत्त्व है, इसका उपयोग फ्लोरोकेमिकल्स बनाने के लिये किया जाता है, जिसे प्लास्टिक, एग्रोकेमिकल्स, लिथियम-आयन बैटरी के साथ दवाओं के उत्पादन के लिये उपयोग किया जाता है।
- हड्डियों तथा दांँतों में पाए जाने वाले प्राकृतिक कैल्शियम फॉस्फेट बायोमिनरलाइज़ेशन प्रक्रिया से प्रेरणा लेकर शोधकर्ताओं ने ज़हरीले एवं संक्षारक हाइड्रोजन फ्लोराइड के उपयोग से बचते हुए फ्लोरस्पार को पोटेशियम फॉस्फेट के साथ मिलाकर फ्लोरोमिक्स नामक एक यौगिक बनाया।
- फ्लोरोमिक्स अत्यधिक प्रभावी सिद्ध हुआ, कार्बनिक यौगिकों के साथ संयुक्त होने पर 98% तक दक्षता के साथ लगभग 50 अलग-अलग फ्लोरोकेमिकल्स का उत्पादन हुआ, जो फ्लोरोकेमिकल्स पर निर्भर उद्योगों के लिये महत्त्वपूर्ण संकेत प्रस्तुत करता है।
सिल्वर कॉक्सकॉम्ब
सिल्वर कॉक्सकॉम्ब, जिसे लागोस स्पिनच (Lagos Spinach) के नाम से भी जाना जाता है, एक व्यवधान कारक खरपतवार है जो तेज़ी से फैलने के साथ ही अन्य फसलों के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है।
- हालाँकि कर्नाटक के चामराजनगर ज़िले में सोलिगा जनजाति इसे एक पौष्टिक पत्तेदार हरी सब्जी मानती है, जो इसे मस्सैन और उल्लसप्पु सांभर जैसे पारंपरिक व्यंजनों में उपयोग करती है।
- वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि सिल्वर कॉक्सकॉम्ब में लाभकारी गुण होते हैं, जिनमें जीवाणुरोधी गतिविधि, उच्च पोषक तत्त्व सामग्री (विटामिन ई, कैल्शियम और आयरन) तथा ऑक्सालिक एसिड एवं फाइटिक एसिड जैसे हानिकारक पदार्थ निम्न मात्रा में शामिल हैं।
- दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया, लैटिन अमेरिका एवं अमेरिका तथा ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में प्रचलित इस खरपतवार का उपयोग विश्व के समुदायों द्वारा औषधीय प्रयोजनों , जंगली सब्जी व चारे के रूप में किया जाता है।
- पारंपरिक ज्ञान का प्रलेखन और अन्वेषण करके, सिल्वर कॉक्सकॉम्ब को संभावित रूप से एक मूल्यवान सुपरफूड के रूप में पहचाना जा सकता है।
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