इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 24 जनवरी, 2023

  • 24 Jan 2023
  • 10 min read

गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्‍य अतिथि

मिस्र के राष्‍ट्रपति ‘अब्‍देल फतेह अल-सीसी’ भारत के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्‍य अतिथि होंगे। दोनों देशों ने इसी साल राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगाँठ मनाई है। भारत और मिस्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार ने वर्ष 2021-22 में सात अरब 26 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड स्तर की बढ़त हासिल की। इसी वित्तीय वर्ष में भारत से मिस्र को तीन अरब 74 करोड़ का निर्यात किया गया तथा भारत द्वारा मिस्र से किया गया तीन अरब 52 करोड़ का आयात, मिस्र के साथ भारत के व्यापार संतुलन को दर्शाता है। 50 से अधिक भारतीय कंपनियों ने मिस्र की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग तीन अरब 15 करोड़ डॉलर का निवेश कर रखा है, जिनमें रसायन, ऊर्जा, कपड़ा परिधान, कृषि व्यवसाय और खुदरा व्यापार आदि शामिल हैं।

राष्ट्रीय बालिका दिवस

प्रतिवर्ष 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day) के रूप में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत पहली बार वर्ष 2008 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के प्रति समाज का नज़रिया बदलना, कन्या भ्रूण हत्या को कम करना और घटते लिंगानुपात के बारे में जागरूकता पैदा करना है। हालाँकि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस 2023 के विषय की आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की गई है। विगत वर्ष की थीम "डिजिटल पीढ़ी, हमारी पीढ़ी, हमारा समय अब है- हमारे अधिकार, हमारा भविष्य" रखी गई थी। बालिकाओं से संबंधित मुद्दों पर नज़र डालें तो हम पाएंगे कि भारत में कन्या भ्रूण हत्या, कम उम्र में विवाह, शिक्षा आदि समस्याएँ हैं जिनके विषय में देश एवं समाज को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। सरकार द्वारा इसमें सुधार की दिशा में निरंतर प्रयास किये जाते रहे हैं, यथा कुछ उल्लेखनीय पहलों के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, माध्यमिक शिक्षा के लिये लड़कियों हेतु प्रोत्साहन प्रदान करने की राष्ट्रीय योजना शामिल हैं जिनके माध्यम से बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

येलो बैंड डिज़ीज़ 

हाल ही में वैज्ञानिकों ने पाया कि पूर्वी थाईलैंड के प्रवाल (Coral) येलो बैंड डिज़ीज़ (Yellow Band Disease) से प्रभावित हो रहे हैं, यह समुद्र तल के विशाल हिस्सों में प्रवाल को नष्ट कर रहा है। प्रवाल को नष्ट करने से पहले रंग बदलने वाली येलो बैंड डिज़ीज़ पहली बार दशकों पहले देखी गई थी। इसने कैरिबियन क्षेत्र में रीफ को व्यापक क्षति पहुँचाई है लेकिन पहली बार यह डिज़ीज़ विगत वर्ष थाईलैंड के पूर्वी तट पर स्थित लोकप्रिय पर्यटन शहर  पटाया के पास पाई गई थी। यह समुद्र के लगभग 600 एकड़ (240 हेक्टेयर) में फैल चुकी है। इस डिज़ीज़ का कोई ज्ञात इलाज नहीं है और कोरल ब्लीचिंग के विपरीत इस बीमारी से संक्रमित होने के बाद कोरल को बहाल नहीं किया जा सकता। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अत्यधिक मछली पकड़ने, प्रदूषण और पानी के बढ़ते तापमान से रीफ येलो बैंड डिज़ीज़ के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।

Yellow-Band

नोरोवायरस 

हाल ही में केरल में दो स्कूली बच्चों में नोरोवायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। नोरोवायरस वायरस का एक समूह है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी फैलाता है। यह गंभीर उल्टी और दस्त के अलावा पेट एवं आँतों के सूजन का कारण बनता है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, नोरोवायरस का प्रकोप गंभीर होने की संभावना कम है, लेकिन अगर उचित सावधानी नहीं बरती गई तो वायरस तेज़ी से फैल सकता है। दूषित जल या भोजन इसके सामान्य संक्रामक एजेंट हैं। वायरस मल-गुहा मार्ग से फैलता है। नोरोवायरस कई कीटाणुनाशकों के लिये प्रतिरोधी होने के साथ 60 डिग्री सेल्सियस ताप तक जिंदा रह सकता है। इसलिये केवल भोजन को गरम कर देने या जल को क्लोरीनयुक्त करने से वायरस नहीं मरते। यह कई सामान्य हैंड सैनिटाइज़र से भी बच सकता है। हालाँकि वायरस के इलाज हेतु कोई विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं है, लेकिन दस्त और उल्टी की सामान्य दवाएँ रोग को ठीक करने में मदद कर सकती हैं।

और पढ़ें.. नोरोवायरस 

गर्भ का चिकित्सकीय समापन अधिनियम (MTP), 1971

हाल ही में बॉम्बे उच्च न्यायालय ने एक विवाहित महिला को 33 सप्ताह की अवधि की गर्भावस्था को चिकित्सकीय रूप से समाप्त करने की अनुमति देते हुए कहा कि गर्भावस्था की अवधि गंभीर भ्रूण असामान्यताओं के मामलों में कोई मायने नहीं रखती है। मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (संशोधन) अधिनियम, 2021 के तहत भारत में अधिकतम गर्भकालीन अवधि, जिस पर एक महिला चिकित्सीय देखरेख में गर्भपात करा सकती है, को 20 सप्ताह से बढ़ाकर 24 सप्ताह (दो पंजीकृत चिकित्सकों की सिफारिश के साथ) कर दिया गया था। साथ ही गर्भावस्था अवधि के 24 सप्ताह से अधिक के लिये गंभीर भ्रूण असामान्यता की स्थिति में गर्भावस्था की चिकित्सीय समाप्ति की अनुमति दी जाती है।

और पढ़ें… गर्भ का चिकित्सकीय समापन अधिनियम (MTP), 1971

ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट के मानदंड में बदलाव

विश्व आर्थिक मंच (WEF) ने अपनी भविष्य की रिपोर्ट में देशों को रैंक करने के लिये पंचायत स्तर पर महिलाओं की भागीदारी को ध्यान में रखते हुए ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट के मानदंड में बदलाव करने पर सहमति व्यक्त की है। इससे वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति बेहतर होगी। यह निर्णय भारत की केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री द्वारा हाल ही में आयोजित दावोस शिखर सम्मेलन में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्त्व करने और रैंकिंग प्रणाली में ‘त्रुटियों’ को दोहराने के बाद आया है। अभी तक WEF के पास किसी देश में लिंग अंतराल का आकलन करने के लिये 4 प्रमुख आयाम हैं- (A) आर्थिक भागीदारी, (B) राजनीतिक भागीदारी, (C) स्वास्थ्य तथा (D) शिक्षा का स्तर। भारतीय पंचायत प्रणाली में 1.4 मिलियन महिलाएँ हैं जिनके राजनीतिक योगदान को अब भविष्य की रिपोर्टों में गिना जाएगा।

और पढ़े….. विश्व आर्थिक मंच (WEF), ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स 2022

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2023

सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार (SCBAPP) 2023 की घोषणा 23 जनवरी, 2023 को की गई थी। 

2023 के लिये ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (OSDMA) और लुंगलेई फायर स्टेशन (LFS), मिज़ोरम, दोनों को संस्थागत श्रेणी में आपदा प्रबंधन में उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु चुना गया है। SCBAPP को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा के लिये प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है। SCBAPP प्रतिवर्ष उन व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिये प्रदान किया जाता है जिन्होंने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा प्रदान की है। इसके तहत किसी संस्था को प्रमाण पत्र तथा 51 लाख रुपए का नकद पुरस्कार और व्यक्ति के मामले में प्रमाण पत्र तथा 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

और पढ़ें - नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आपदा प्रबंधन

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2