अंतर्राष्ट्रीय संबंध
दावोस शिखर सम्मेलन: विश्व आर्थिक मंच
- 19 Jan 2022
- 8 min read
प्रिलिम्स के लिये:विश्व आर्थिक मंच, दावोस एजेंडा। मेन्स के लिये:दावोस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री के संबोधन का महत्त्व। |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में प्रधानमंत्री ने विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum’s - WEF) के दावोस एजेंडा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया।
- दावोस (स्विट्जरलैंड) में WEF की वार्षिक बैठक वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग एजेंडा को आकार देने के लिये विश्व के शीर्ष नेताओं को शामिल करती है।
प्रमुख बिंदु:
- एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य:
- कोविड- 19 के दौरान भारत ने ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के अपने दृष्टिकोण का पालन करते हुए आवश्यक दवाओं और टीकों का निर्यात करके कई लोगों की जान बचाई।
- भारत ने 31 दिसंबर 2021 तक 97 देशों को कोविड- 19 टीकों की 1154.173 लाख खुराकें पहुंँचाई हैं।
- भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा दवा उत्पादक देश है और इसे 'विश्व के लिये फार्मेसी' माना जाता है।
- कोविड- 19 के दौरान भारत ने ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ के अपने दृष्टिकोण का पालन करते हुए आवश्यक दवाओं और टीकों का निर्यात करके कई लोगों की जान बचाई।
- प्रो-प्लेनेट पीपुल्स (P3) एप्रोच:
- वैश्विक मंच (UNFCCC COP 26) में जलवायु परिवर्तन के प्रति भारत की प्रतिबद्धताओं को रेखांकित करने वाले "पी3 (प्रो-प्लैनेट-पीपल) मूवमेंट" के विचार का प्रस्ताव रखा गया।
- भारत के "स्वच्छ, हरित, टिकाऊ और विश्वसनीय" ऊर्जा लक्ष्यों को दोहराया गया, जो वर्ष 2070 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन (Net-Zero Carbon Emission) प्राप्त करने पर केंद्रित हैं।
- LIFE (पर्यावरण के लिये जीवन शैली- UNFCCC COP-26 सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा दी गई) को एक जन आंदोलन बनाना P3 के लिये एक मज़बूत आधार हो सकता है।
- LIFE एक लचीली और टिकाऊ जीवनशैली की दृष्टि है जो जलवायु संकट व भविष्य की अन्य अप्रत्याशित चुनौतियों से निपटने में काम आएगी।
- इस संस्कृति और उपभोक्तावाद ने जलवायु चुनौती को बढ़ा दिया है।
- वैश्विक मंच (UNFCCC COP 26) में जलवायु परिवर्तन के प्रति भारत की प्रतिबद्धताओं को रेखांकित करने वाले "पी3 (प्रो-प्लैनेट-पीपल) मूवमेंट" के विचार का प्रस्ताव रखा गया।
- भारत द्वारा हाल ही में किये गए सुधार:
- 6 लाख गाँवों में ऑप्टिकल फाइबर जैसे भौतिक और डिजिटल, कनेक्टिविटी से संबंधित बुनियादी ढाँचे में 1.3 ट्रिलियन डॉलर का निवेश, परिसंपत्ति मुद्रीकरण के माध्यम से 80 बिलियन डॉलर के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
- गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान सभी हितधारकों को एक मंच पर लाने के लिये वस्तु, लोगों और सेवाओं की निर्बाध कनेक्टिविटी के लिये नई गतिशीलता का संचार करता है।
- आज भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है।
- दिसंबर 2021 में भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) के ज़रिये 4.4 अरब ट्रांज़ेक्शन किये गए।
- कोरोना संक्रमणों पर नज़र रखने के लिये आरोग्य-सेतु ऐप और टीकाकरण के लिये CoWinPortal जैसे तकनीकी समाधान।
- एक निवेश गंतव्य के रूप में भारत:
- हाल ही में सरकार द्वारा विभिन्न सुधार उपाय किये गए हैं, जैसे कि पूर्वव्यापी कराधान को हटाना, अनुपालन आवश्यकताओं में कमी और कॉर्पोरेट टैक्स दर संरचना का सरलीकरण, जो इसे मौजूदा सबसे अच्छा निवेश गंतव्य बनाता है।
- केवल पिछले वर्ष में ही भारत ने 25,000 से अधिक अनुपालनों को कम किया है।
- आज भारत में विश्व के किसी भी अन्य देश की तुलना में यूनिकॉर्न की तीसरी सबसे बड़ी संख्या मौजूद है। वहीं पिछले छह महीनों में 10,000 से अधिक स्टार्ट-अप्स पंजीकृत किये गए हैं।
- भारत विभिन्न उपायों के माध्यम से व्यापार करने में सुगमता को बढ़ावा दे रहा है और साथ ही सरकारी हस्तक्षेप को कम कर रहा है।
- नीति-निर्माण के तहत अगले 25 वर्षों के लिये ‘स्वच्छ और हरित’ के साथ-साथ ‘सतत् एवं विश्वसनीय’ विकास की आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
- हाल ही में सरकार द्वारा विभिन्न सुधार उपाय किये गए हैं, जैसे कि पूर्वव्यापी कराधान को हटाना, अनुपालन आवश्यकताओं में कमी और कॉर्पोरेट टैक्स दर संरचना का सरलीकरण, जो इसे मौजूदा सबसे अच्छा निवेश गंतव्य बनाता है।
- बहुपक्षीय संगठनों के समक्ष चुनौतियाँ:
- जब इन संस्थाओं का गठन हुआ तो स्थितियाँ काफी अलग थीं। आज परिस्थितियाँ बदल चुकी हैं हैं।
- इसलिये प्रत्येक लोकतांत्रिक देश की यह ज़िम्मेदारी है कि वह इन संस्थानों में सुधारों पर ज़ोर दे ताकि वे वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें।
- भविष्य की चुनौतियों के लिये सामूहिक प्रयास:
- प्रत्येक देश और प्रत्येक वैश्विक एजेंसी द्वारा एक सामूहिक और समन्वित कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है।
- आपूर्ति शृंखला में व्यवधान, मुद्रास्फीति और जलवायु परिवर्तन इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
- एक अन्य उदाहरण क्रिप्टोकरेंसी है। इससे जिस प्रकार की तकनीक जुड़ी हुई है, उसमें किसी एक देश द्वारा लिये गए निर्णय संबंधित चुनौतियों से निपटने हेतु अपर्याप्त होंगे।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम
- परिचय:
- वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) एक स्विस गैर-लाभकारी संस्थान है जिसकी स्थापना वर्ष 1971 में जिनेवा (स्विट्ज़रलैंड) में हुई थी।
- स्विस सरकार द्वारा इसे सार्वजनिक-निजी सहयोग के लिये एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- मिशन:
- WEF वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग जगत की परियोजनाओं को आकार देने हेतु व्यापार, राजनीतिक, शिक्षा क्षेत्र और समाज के अन्य प्रतिनिधियों को शामिल करके विश्व की स्थिति में सुधार के लिये प्रतिबद्ध है।
- संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष: क्लॉस श्वाब (Klaus Schwab)।
- WEF द्वारा प्रकाशित प्रमुख रिपोर्टों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
- ऊर्जा संक्रमण सूचकांक (Energy Transition Index- ETI)
- वैश्विक प्रतिस्पर्द्धात्मकता रिपोर्ट (Global Competitiveness Report)
- वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी रिपोर्ट (Global IT Report)
- WEF द्वारा INSEAD और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया जाता है।
- वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट (Global Gender Gap Report)
- वैश्विक जोखिम रिपोर्ट (Global Risk Report)
- वैश्विक यात्रा और पर्यटन रिपोर्ट (Global Travel and Tourism Report)