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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 11 नवंबर, 2022
- 11 Nov 2022
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डिजिलॉकर
भारत सरकार के प्रामाणिक दस्तावेज़ विनिमय प्लेटफॉर्म डिजिलॉकर को अब स्वास्थ्य लॉकर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अंतर्गत टीकाकरण रिकॉर्ड, डॉक्टर की पर्ची, लैब रिपोर्ट और अस्पताल से छुट्टी मिलने का विवरण सहित स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेज़ो को सुरक्षित रखने की सुविधा होगी। डिजिलॉकर द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के साथ दूसरे स्तर का एकीकरण पूरा होने के बाद यह संभव हो पाया है। इससे पूर्व डिजिलॉकर ने ABDM के साथ पहले स्तर का एकीकरण पूरा किया था जिसके तहत आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अकाउंट को इस प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ा गया था। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अकांउट (ABHA) से लगभग 13 करोड़ उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। डिजिलॉकर की इस नई प्रणाली से उपभोक्ता इसे अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड एप के रूप में उपयोग कर पाएँगे। इसके अलावा ABHA धारक अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ भी लिंक कर सकते हैं। उपभोक्ता इस एप के माध्यम से अपने पुराने स्वास्थ्य रिकॉर्ड स्कैन और अपलोड भी कर सकते हैं। साथ ही वे कुछ स्वास्थ्य रिकॉर्ड को ABDM पंजीकृत स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ साझा कर सकते हैं।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। अबुल कलाम आज़ाद विद्वान, शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत की शिक्षा प्रणाली के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को मरणोपरांत वर्ष 1992 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। मौलाना आज़ाद ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की स्थापना में महत्त्वपूर्ण योगदान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE), भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR), साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, संगीत नाटक अकादमी एवं वैज्ञानिक औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की स्थापना में भी भूमिका निभाई। पहले राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समारोह का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 11 नवंबर, 2008 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में किया था, इसके साथ ही केंद्र सरकार ने 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
विश्व विज्ञान दिवस
समाज में विज्ञान की महत्त्वपूर्ण भूमिका और वैज्ञानिक मुद्दों पर बहस में आम जनता को संलग्न करने के साथ दैनिक जीवन में विज्ञान की प्रासंगिकता को रेखांकित करने तथा शांति व विकास हेतु प्रत्येक वर्ष 10 नवंबर को विश्व विज्ञान दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2022 के लिये इस दिवस की थीम "सतत विकास के लिये बुनियादी विज्ञान" रखी गई है। सर्वप्रथम 10 नवंबर, 2002 को यूनेस्को (UNESCO) के तत्त्वावधान में दुनिया भर में मनाया गया यह दिवस वर्ष 1999 में बुडापेस्ट में विज्ञान विषय पर आयोजित विश्व सम्मेलन का परिणाम है। इस दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को विज्ञान के विकास से अवगत कराने और पृथ्वी को लेकर हमारी समझ को व्यापक बनाने में विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डालना है।