विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 06 जनवरी, 2024
- 06 Jan 2024
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रिवर्स फ्लिपिंग
भारतीय स्टार्टअप्स के बीच रिवर्स फ्लिपिंग एक चलन बन गया है, खासकर फिनटेक सेक्टर में, क्योंकि वे इनिशियल पब्लिक ऑफर (Initial Public Offer-IPO) की योजना बनाते हैं या घरेलू बाज़ार में दीर्घकालिक लाभ की तलाश करते हैं।
- रिवर्स फ्लिपिंग किसी भारतीय कंपनी के मुख्यालय को आमतौर पर कर या नियाकम कारणों से विदेश में स्थानांतरित करने के बाद उसके अधिवास को वापस भारत में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया है। इसे 'री-डोमिसाइलिंग' भी कहा जाता है।
- यह रणनीतिक कदम भारत की समृद्ध अर्थव्यवस्था, विशाल बाज़ार, आशाजनक उद्यम पूंजी, अनुकूल कर संरचना, मज़बूत बौद्धिक संपदा संरक्षण, युवा और शिक्षित आबादी और सहायक सरकारी नीतियों से प्रेरित है।
MeitY ने ERNET इंडिया का वेब पोर्टल लॉन्च किया
इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय ने हाल ही में शैक्षणिक संस्थानों के लिये भारत के नए एकीकृत वेब पोर्टल ERNET का अनावरण किया है, जो डोमेन पंजीकरण, डोमेन नेम सिस्टम (DNS) और मूल्य वर्द्धित सेवाएँ प्रदान करता है।
- पोर्टल में एक सेवा के रूप में वेबसाइट (WaaS) और एक सेवा के रूप में लर्निंग मैनेजमेंट (LMaaS) शामिल हैं, जो उपयोगकर्त्ताओं को विभिन्न टेम्पलेट्स का उपयोग करके अनुकूलित वेबसाइट तथा लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम बनाने की अनुमति देता है।
- ERNET इंडिया MeitY के तहत एक गैर-लाभकारी वैज्ञानिक सोसायटी है। यह सभी शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों के लिये विशिष्ट डोमेन रजिस्ट्रार है, जिसका डोमेन नाम 'ac.in', 'edu.in' और 'res.in' होता है।
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भारतीय नौसेना कर्मियों के लिये कतर न्यायालय का निर्णय
कतर ने आठ भारतीय नौसेना अधिकारियों की मृत्यदंड की सज़ा को कम कर उसे कारावास की सज़ा को "Varying Quantum" में बदल दिया है। कतर में जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को जेल की अलग-अलग शर्तों के खिलाफ अपील करने के लिये 60 दिन का समय दिया गया है।
- मृत्यदंड की सज़ा का क्षमादान करने का तात्पर्य मौत की सज़ा को कम कर इसे कम गंभीर सज़ा में परिणत करने से है।
- आठ भारतीय, जिनकी मृत्यदंड की सज़ा कम कर दी गई है, अब भारत वापस आने के पात्र हैं। यह कतर के साथ वर्ष 2015 के द्विपक्षीय समझौते के अंतर्गत आता है, जो कैदियों को स्वदेश में अपनी सज़ा भुगतने की अनुमति देता है।
- कतर, एक मज़बूत क्षेत्रीय अग्रणी और भारत के लिये ऊर्जा का एक प्रमुख आपूर्तिकर्त्ता है जहाँ कम से कम सात लाख भारतीय कार्यबल का हिस्सा हैं।
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