पोचमपल्ली को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव का पुरस्कार : यूएनडब्ल्यूटीओ | 17 Nov 2021
हाल ही में तेलंगाना के पोचमपल्ली गाँव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँवों में से एक के रूप में चुना गया।
- यह पुरस्कार दिसंबर 2021 में मैड्रिड (स्पेन) में UNWTO महासभा के 24वें सत्र के अवसर पर प्रदान किया जाएगा।
- केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने एक ग्रामीण पर्यटन नीति का भी मसौदा तैयार किया है जो न केवल हमारे गाँवों में पर्यटन को बढ़ावा देगी बल्कि स्थानीय कला और शिल्प को पुनर्जीवित करेगी तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी।
- इससे पूर्व तेलंगाना के मुलुगु ज़िले में स्थित रुद्रेश्वर मंदिर (जिसे रामप्पा मंदिर के रूप में भी जाना जाता है) को यूनेस्को (UNESCO) की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- पोचमपल्ली गाँव:
- पोचमपल्ली, तेलंगाना के नलगोंडा ज़िले का एक कस्बा है और इसे अक्सर उत्कृष्ट साड़ियों के लिये भारत के सिल्क सिटी के रूप में जाना जाता है, जिसे इकत (Ikat) नामक एक अनूठी शैली के माध्यम से बुना जाता है।
- पोचमपल्ली इकत शैली को वर्ष 2004 में एक भौगोलिक संकेतक (GI Status) के रूप में दर्ज किया गया।
- पोचमपल्ली की अनूठी बुनाई शैलियों और पैटर्न पर प्रधानमंत्री के 'वोकल फॉर लोकल' (Vocal for Local) के उद्देश्य के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना के एक भाग के रूप में विशेष रूप से ध्यान दिया गया है।
- प्रधानमंत्री ने बुनाई की तकनीकों की विविधता और हमारी समृद्ध हथकरघा परंपरा को मान्यता देने के लिये 7 अगस्त, 2015 को पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उद्घाटन स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक घोषणा के लिये एक श्रद्धांजलि के रूप में किया था। स्वदेशी आंदोलन की औपचारिक घोषणा कलकत्ता में वर्ष 1905 में 7 अगस्त को टाउन हॉल की एक बैठक में की गई थी।
- 18 अप्रैल, 1951 को इस गाँव से आचार्य विनोबा भावे द्वारा शुरू किये गए भूदान आंदोलन की याद में पोचमपल्ली को भूदान पोचमपल्ली के नाम से भी जाना जाता है।
- विनोबा भावे वर्ष 1958 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय व्यक्ति थे। उन्हें 1983 में मरणोपरांत भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।
- पर्यटन मंत्रालय ने भारत से UNWTO सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव की प्रविष्टि के लिये तीन गाँवों की सिफारिश की थी। हालाँकि पोचमपल्ली को UNWTO द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँवों में से एक के रूप में सम्मानित किया गया था।
- इन तीन गाँवों में शामिल थे- मेघालय में कोंगथोंग, मध्य प्रदेश में लधपुरा खास और तेलंगाना में पोचमपल्ली।
- पोचमपल्ली, तेलंगाना के नलगोंडा ज़िले का एक कस्बा है और इसे अक्सर उत्कृष्ट साड़ियों के लिये भारत के सिल्क सिटी के रूप में जाना जाता है, जिसे इकत (Ikat) नामक एक अनूठी शैली के माध्यम से बुना जाता है।
- बेस्ट टूरिज़्म विलेज इनिशिएटिव:
- यह उन गाँवों के महत्त्व को उजागर करने के लिये UNWTO द्वारा संचालित एक पायलट प्रोजेक्ट है, जो पर्यटन संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने, सामूहिक उत्सव को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करता है और जैव विविधता की सुरक्षा करता है।
- इसका उद्देश्य उन गाँवों को पुरस्कृत करना है जो ग्रामीण स्थलों के उत्कृष्ट उदाहरण हैं और इसके निर्दिष्ट नौ मूल्यांकन क्षेत्रों के अनुरूप अच्छी प्रथाओं का प्रदर्शन करते हैं।
- इसका उद्देश्य गाँवों को प्रशिक्षण और सुधार के अवसर प्रदान कर ग्रामीण पर्यटन क्षमता को बढ़ाने में सहायता करना है।
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO)
- यह संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट एजेंसी है जो उत्तरदायी, धारणीय और सार्वभौमिक रूप से सुलभ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये ज़िम्मेदार है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1975 में की गई थी। इसका मुख्यालय मैड्रिड (स्पेन) में स्थित है।
- UNWTO पर्यटन के लिये वैश्विक आचार संहिता के कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करता है, ताकि इसके संभावित नकारात्मक प्रभावों को कम करते हुए पर्यटन के सामाजिक-आर्थिक योगदान को बढ़ाया जा सके।