वन्यजीव पर्यावासों का एकीकृत विकास | 26 Sep 2024
स्रोत: पी.आई.बी
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंज़ूरी के साथ वन्यजीव पर्यावासों के एकीकृत विकास (IDWH) की केंद्र प्रायोजित योजना को 15वें वित्त आयोग (वर्ष 2021-2026) के लिये बढ़ा दिया गया है।
IDWH के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- परिचय: इसका उद्देश्य संपूर्ण भारत में वन्यजीव पर्यावासों के संरक्षण एवंर प्रबंधन में वृद्धि करना शामिल है।
- इसमें पर्यावास पुनर्स्थापन,संरक्षण में सामुदायिक भागीदारी एवं मानव-वन्यजीव संघर्षों के समाधान जैसी विभिन्न गतिविधियाँ भी शामिल हैं।
- योजना के घटक :
- संरक्षित क्षेत्रों (राष्ट्रीय उद्यान,वन्यजीव अभयारण्य,संरक्षण रिजर्व और सामुदायिक रिजर्व) को समर्थन।
- संरक्षित क्षेत्रों के बाहर वन्यजीवों का संरक्षण।
- गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों तथा उनके पर्यावासों को बचाने के लिये पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम।
- IDWH के उपघटक:
- प्रोजेक्ट टाइगर: इसे भारत में वर्ष 1973 में शुरू किया गया था जिसका प्राथमिक उद्देश्य बाघों की आबादी को उनके प्राकृतिक पर्यावासों में संरक्षित करना और विलुप्त होने से बचाना था।
- प्रोजेक्ट एलीफेंट : इसे वर्ष 1992 में हाथियों की पर्यावासों में हो रही कमी तथा अवैध शिकार के कारण हो रही गिरावट को रोकने के लिये शुरू किया गया था।
- वन्यजीव पर्यावास का विकास: जैवविविधता और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने के लिये, यह पर्यावासों के विकास एवं सुधार पर ध्यान केंद्रित करता है।
- प्रोजेक्ट डॉल्फिन और प्रोजेक्ट लायन इसके उपघटक के अंतर्गत हैं।
- कीस्टोन प्रजातियों का संरक्षण: यह योजना कीस्टोन प्रजातियों जैसे बाघ,हाथी,चीता तथा शेरों के संरक्षण पर केंद्रित है,जो पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के संकेतक हैं।
- यह वन्यजीव पर्यावास घटक के विकास के अंतर्गत प्रजाति पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम के तहत पहचानी गई कम-ज्ञात प्रजातियों का भी समर्थन करता है।
- गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों/पारिस्थितिकी तंत्रों को बचाने के लिये 16 स्थलीय और 6 जलीय प्रजातियों की पहचान की गई है।
- यह वन्यजीव पर्यावास घटक के विकास के अंतर्गत प्रजाति पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम के तहत पहचानी गई कम-ज्ञात प्रजातियों का भी समर्थन करता है।
IUCN स्थिति |
प्रजातियाँ |
गंभीर रूप से संकटग्रस्त (Critically Endangered) |
ग्रेट इंडियन बस्टर्ड,हंगुल, जेरडॉन्स कॉर्सर,मालाबार सिवेट,नॉर्दर्न रिवर टेरापिन |
संकटग्रस्त(Endangered) |
एशियाई जंगली भैंसा,ब्रो एंटलर्ड हिरण (संगई),गंगा नदी डॉल्फिन,नीलगिरि तहर, अरब सागर हंपबैक व्हेल, रेड पांडा |
सुभेद्य(Vulnerable) |
एशियाई शेर,डुगोंग,भारतीय गैंडा या एक सींग वाला गैंडा,निकोबार मेगापोड,हिम तेंदुआ, दलदली हिरण,क्लाउडेड तेंदुआ |
निकट संकटग्रस्त(Near Threatened) |
कैराकल (विश्व स्तर पर: सबसे कम चिंतनीय) |
कम चिंतनीय (Least Concern) |
एडिबल नेस्ट स्विफ्टलेट |
- लाभान्वित क्षेत्र: इस योजना के लाभ में 718 संरक्षित क्षेत्र और उनके संबंधित प्रभाव क्षेत्र, 33 हाथी रिजर्व एवं 55 बाघ रिजर्व शामिल हैं।
- तकनीकी हस्तक्षेप:
- बाघों को देखे जाने, गतिविधियों और अन्य संबंधित विषयों के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिये प्रोजेक्ट टाइगर द्वारा M-STrIPES (बाघों की गहन सुरक्षा और पारिस्थितिकी स्थिति के लिये निगरानी प्रणाली) मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग किया जाता है।
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI): अखिल भारतीय बाघ आकलन प्रक्रिया में प्रजातियों के स्तर की पहचान के लिये AI का उपयोग शामिल है।
- संरक्षण आनुवंशिकी अनुप्रयोग : बाघों की आनुवंशिक संरचना के आधार पर उनके स्थानांतरण के लिये एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की गई है।
- कम घनत्व वाले क्षेत्रों में बाघों की आबादी का आकलन करने और उनकी खाद्य पारिस्थितिकी का विश्लेषण करने के लिये आनुवंशिकी का भी उपयोग किया जाता है।
- विशिष्ट पशुओं पर ध्यान केंद्रित करना:
- प्रोजेक्ट डॉल्फिन: डॉल्फिन परियोजना के अंर्तगत डॉल्फिन और उनके पर्यावासों की गणना करने के लिये निष्क्रिय ध्वनिक निगरानी उपकरणों और दूर से संचालित वाहनों (ROV) की सहायता से संचालित किया जाएगा।
- प्रोजेक्ट लायन: प्रोजेक्ट लायन को “लायन@2047: अमृत काल के लिये एक विजन ” के दृष्टिकोण से सुदृढ़ किया जाएगा, जिसका उद्देश्य शेरों के साथ-साथ उनके पारिस्थितिक तंत्र के दीर्घकालिक संरक्षण को बढ़ावा देना है।
- प्रोजेक्ट चीता : प्रोजेक्ट टाइगर घटक भारत में महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चीता का भी समर्थन करता है। चीता कार्य योजना के अनुसार चीतों को लाने के लिये क्षेत्रों का विस्तार किया जाएगा।
- आजीविका सृजन: यदि कार्यक्रम जारी रखा जाता है, तो यह अनुमान है कि संरक्षण प्रयासों में प्रत्यक्ष भागीदारी से 50 लाख से अधिक मानव-दिवस रोज़गार सृजित होंगे।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रिलिम्सप्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2018)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (a) |