रैपिड फायर
भारत-मोरक्को रक्षा उद्योग
- 16 Dec 2024
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स्रोत: द हिंदू
हाल ही में, मोरक्को के रबात में आयोजित भारत-मोरक्को रक्षा उद्योग संगोष्ठी में रक्षा सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें मोरक्को ने अपने देश में भारतीय कंपनियों के लिये लाभदायक, नौकरशाही से पूर्णतः मुक्त परिवेश का प्रस्ताव किया।
- हालिया आँकड़ों के अनुसार, भारत का कुल रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2013-14 में 686 करोड़ रुपए था जिसके वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर 21,083 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।
- मोरक्को जैसे वैश्विक साझेदारों के साथ रक्षा सहयोग से तकनीकी प्रगति, वर्द्धित निवेश और वैश्विक सहयोग के माध्यम से उत्पादन क्षमताओं को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।
- टाटा समूह द्वारा मोरक्को में भारत का पहला रक्षा विनिर्माण संयंत्र स्थापित करना "मेक इन इंडिया" पहल को रेखांकित करता है, जो विशेष रूप से WhAP 8x8 ग्राउंड कॉम्बैट व्हीकल जैसी उन्नत प्रणालियों में भारत की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाता है।
- मोरक्को के निवेशक-अनुकूल परिवेश और 90 देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के व्यापक नेटवर्क से भारतीय रक्षा निर्यात के लिये विशेष रूप से अफ्रीका एवं यूरोप में नए बाज़ार स्थापित होंगे।
मोरक्को:
- इसकी सीमा अल्जीरिया (पूर्व), पश्चिमी सहारा (दक्षिण), अटलांटिक महासागर (पश्चिम), और भूमध्य सागर (उत्तर) से लगती है तथा जिब्राल्टर जलडमरूमध्य इसे स्पेन से अलग करता है।
- भारत का मोरक्को से निर्यात 83.9 मिलियन अमरीकी डॉलर और आयात 162 मिलियन अमरीकी डॉलर है।