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H5N1 रीअसॉर्टेंट वायरस

  • 12 Nov 2024
  • 2 min read

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में कंबोडिया में H5N1 बर्ड फ्लू वायरस के नए रीअसॉर्टेंट के मानव संक्रमण से जुड़े मामले सामने आए हैं।

  • क्लेड 2.3.2.1c, जो दक्षिण-पूर्व एशिया में प्रसारित हो रहा था, वैश्विक क्लेड 2.3.4.4b के साथ मिश्रित होकर नए रीअसॉर्टेंट वायरस का निर्माण करता है।
  • H5N1 कई इन्फ्लूएंज़ा वायरसों में से एक है, जो पक्षियों में अत्यधिक संक्रामक श्वसन रोग उत्पन्न करता है, जिसे एवियन इन्फ्लूएंज़ा (या "बर्ड फ्लू") कहा जाता है।
  • H5N1 बर्ड फ्लू की पहचान सबसे पहले वर्ष 1996 में चीन में गीज़ में हुई थी।
    • यह उन लोगों को संक्रमित कर सकता है जो संक्रमित पशुओं या उनके उपोत्पादों (जैसे- कच्चा दूध) के संपर्क में रहते हैं, जैसे- डेयरी कर्मचारी।
  • यह वायरस संक्रमित स्तनधारियों से मनुष्यों में तो संचारित हो सकता है, लेकिन मानव-से-मानव में नहीं
  • इन्फ्लूएंज़ा वायरस एक सिंगल-स्ट्रैंडेड RNA वायरस है जिसमें लिपिड-युक्त आवरण होता है
  • मौसमी इन्फ्लूएंज़ा के टीके मानव H5N1 वायरस जैसे पशुजनित इन्फ्लूएंज़ा A वायरस के संक्रमण से सुरक्षा प्रदान नहीं करते हैं, क्योंकि ये टीके मुख्य रूप से मौसमी मानव इन्फ्लूएंज़ा वायरस उपभेदों को लक्षित करने के लिये डिज़ाइन किये गए हैं।

और पढ़ें: H5N1 बर्ड फ्लू

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