सेल फोन में आपातकालीन चेतावनी संदेश | 28 Sep 2024
स्रोत: बीएस
हाल ही में दूरसंचार विभाग (DoT) ने अनिवार्य किया है कि भारत में सभी फीचर फोन में हिंदी और अंग्रेज़ी में आपातकालीन संदेशों को ऑटो-रीडआउट करना अनिवार्य होगा। इस आदेश ने मोबाइल निर्माताओं के बीच चिंता उत्पन्न कर दी है।
- फीचर फोन बेसिक सेल फोन की तुलना में अधिक सुविधाएँ प्रदान करते हैं लेकिन स्मार्टफोन जितने उन्नत नहीं होते हैं।
- दूरसंचार विभाग के आदेश का मुख्य प्रावधान:
- भारत में बेचे जाने वाले सभी फोनों को हिंदी और अंग्रेज़ी में आपातकालीन संदेशों के ऑटो-रीडआउट करना अनिवार्य होगा, साथ ही निर्माताओं को पूर्ण भाषा समर्थन प्राप्त होने तक प्रत्येक वर्ष चार अतिरिक्त भारतीय भाषाओं के लिये समर्थन जोड़ना होगा।
- मानक स्थितियों के तहत फोनों में चेतावनी संकेत (साउंड, वाइब्रेशन, लाइट) 30 सेकंड तक तथा ऑटो-रीडआउट वाले संदेशों के लिये 15 सेकंड तक या यूज़र द्वारा स्वीकार किये जाने तक बने रहने चाहिये।
- फोन निर्माताओं की चिंताएँ:
- फीचर फोन में टेक्स्ट-टू-ऑडियो रूपांतरण के लिये पर्याप्त मेमोरी का अभाव होता है।
- नई आवश्यकताओं से उत्पादन लागत बढ़ेगी।
- फोन का रिडिज़ाइन करने से उत्पादन समयसीमा प्रभावित होगी।
- छोटे भारतीय ब्रांडों को भारतीय वायरलेस टेलीग्राफी (आपदा अलर्ट के लिये सेल ब्रॉडकास्टिंग सेवा) अधिनियम, 2023 का अनुपालन करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उनकी बाज़र स्थिति खतरे में पड़ सकती है।
- अधिनियम में यह प्रावधान है कि सेल प्रसारण क्षमता के बिना भारत में किसी भी स्मार्टफोन या फीचर फोन का निर्माण या बिक्री नहीं की जा सकती।
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