केप वर्ड को मलेरिया-मुक्त देश घोषित किया गया | 18 Jan 2024
स्रोत: डाउन.टू.अर्थ
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) ने केप वर्ड को मलेरिया मुक्त देश घोषित किया है।
- केप वर्ड वर्तमान में मॉरीशस तथा अल्जीरिया के साथ अफ्रीकी क्षेत्र में WHO द्वारा प्रामाणित मलेरिया मुक्त होने वाला तीसरा देश बन गया है।
मलेरिया उन्मूलन प्रमाणन प्रक्रिया क्या है ?
- परिचय:
- WHO द्वारा किसी देश को मलेरिया-मुक्त का प्रमाण तब दिया जाता है जब वह कम-से-कम 3 वर्षों तक संपूर्ण देश में मलेरिया के संचरण में रोकथाम दर्शाता है तथा उसके पास स्वदेशी संचरण के पुनः संचरित होने की स्थिति में उसकी रोकथाम करने वाली कार्यात्मक निगरानी एवं प्रतिक्रिया प्रणाली होती है।
- वैश्विक स्थिति:
- दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र: मालदीव (2015) तथा श्रीलंका (2016) को WHO द्वारा मलेरिया मुक्त प्रामाणित किया गया है।
- भारत को मलेरिया-मुक्त प्रामाणित नहीं किया गया है।
- वर्तमान में WHO ने 43 देशों तथा 1 क्षेत्र को 'मलेरिया-मुक्त' प्रमाणन प्रदान किया है।
- दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र: मालदीव (2015) तथा श्रीलंका (2016) को WHO द्वारा मलेरिया मुक्त प्रामाणित किया गया है।
मलेरिया क्या है?
- मलेरिया मच्छर जनित एक जानलेवा रक्त रोग है जो प्लाज़्मोडियम परजीवियों के कारण होता है।
- 5 प्लाज़्मोडियम परजीवी प्रजातियाँ हैं जो मनुष्यों में मलेरिया का कारण बनती हैं और इनमें से 2 प्रजातियाँ– पी. फाल्सीपेरम (P. falciparum) और पी. विवैक्स (P. vivax), सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न करती हैं।
- मलेरिया मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
- मलेरिया संक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है।
- किसी संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद मच्छर संक्रमित हो जाता है। इसके बाद मलेरिया परजीवी उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं जिसे वह संक्रमित मच्छर काटता है। परजीवी यकृत तक पहुँचते हैं, परिपक्व होते हैं और फिर लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं।
- मलेरिया के लक्षणों में बुखार और फ्लू जैसी बीमारी शामिल हैं, जिसमें कंपकंपी वाली ठंड, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द तथा थकान शामिल है। विशेष रूप से, मलेरिया का इलाज और इसकी रोकथाम दोनों संभव है।
मलेरिया से संबंधित पहल क्या हैं?
- वैश्विक:
- भारत:
- मलेरिया उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय ढाँचा 2016-2030
- राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम
- राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम (NMCP)
- हाई बर्डन टू हाई इम्पैक्ट (HBHI) पहल
- मलेरिया उन्मूलन अनुसंधान गठबंधन-भारत (MERA-India)
केप वर्डे के संबंध में प्रमुख बिंदुक्या हैं?
- भौगोलिक स्थिति:
- केप वर्डे के नाम से जाना जाने वाला यह अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित द्वीपों का एक समूह है।
- यह सेनेगल के पास स्थित है और अफ़्रीकी महाद्वीप का निकटतम बिंदु है।
- द्वीपसमूह संरचना:
- देश दस द्वीपों और पाँच टापूओं से बना है।
- इन्हें दो मुख्य समूहों में विभाजित किया गया है, पवनमुखी द्वीप (बारलावेंटो) और पवनविमुख द्वीप (सोटावेंटो)।
- जनसंख्या:
- केप वर्डे में अधिकांश आबादी मिश्रित यूरोपीय और अफ्रीकी मूल की है।
- इस मिश्रित विरासत के लोगों को अक्सर "मेस्टिको" या "क्रिओलो" कहा जाता है।
- पूंजी:
- केप वर्डे की राजधानी प्राएया (Praia) है।
- भाषा:
- पुर्तगाली आधिकारिक भाषा है।
- केप वर्डीन क्रियोल या केवल क्रियोल, भी व्यापक रूप से बोली जाती है और इसे सांस्कृतिक पहचान का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. क्लोरोक्वीन जैसी दवाओं के लिये मलेरिया परजीवी के व्यापक प्रतिरोध ने मलेरिया से निपटने हेतु एक मलेरिया वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों को प्रेरित किया है। एक प्रभावी मलेरिया टीका विकसित करना कठिन क्यों है? (2010) (a) मलेरिया प्लाज़्मोडियम की कई प्रजातियों के कारण होता है। उत्तर: (b) |