डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती | 16 Oct 2024
स्रोत: पीआईबी
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में मुख्य बिंदु क्या हैं?
- परिचय:
- डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
- उन्होंने कई सफल मिसाइलों के निर्माण के लिये कार्यक्रमों की योजना बनाई, जिससे उन्हें "भारत का मिसाइल मैन" कहा जाता है।
- उन्होंने वर्ष 2002 में भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वर्ष 2007 में पूरा कार्यकाल पूरा किया।
- प्राप्त पुरस्कार:
- उन्हें प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कार - पद्म भूषण (1981) और पद्म विभूषण (1990) तथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न (1997) से सम्मानित किया गया।
- वह भारत और विदेशों से 48 विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों से मानद डॉक्टरेट प्राप्त करने के अद्वितीय सम्मान के साथ भारत के सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों में से एक हैं।
- साहित्यिक रचनाएँ:
- "विंग्स ऑफ फायर",
- "इंडिया 2020 - ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम",
- "माई जर्नी" और "इग्नाइटेड माइंड्स - अनलीशिंग द पावर इन इंडिया",
- "इंडोमेबल स्पिरिट",
- योगदान:
- फाइबरग्लास प्रौद्योगिकी में अग्रणी: वे फाइबरग्लास प्रौद्योगिकी में अग्रणी थे और इसरो में इस प्रयास को शुरू करने के लिये उन्होंने एक युवा टीम का नेतृत्त्व किया था ।
- उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-3): परियोजना निदेशक के रूप में, उन्होंने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान (SLV-3) को विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई , जिसने जुलाई 1980 में रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में प्रक्षेपित किया, जिससे भारत विश्व के अंतरिक्ष क्लब में शामिल हुआ।
- स्वदेशी निर्देशित मिसाइल: वह एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के मुख्य कार्यकारी थे।
- उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग के सहयोग से सामरिक मिसाइलों के शस्त्रीकरण और पोखरण-II परमाणु परीक्षण नेतृत्त्व किया।
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने देश का पहला परमाणु परीक्षण,स्माइलिंग बुद्ध का नेतृत्त्व किया और बाद में प्रोजेक्ट डेविल और प्रोजेक्ट वैलियंट का निर्देशन किया - जो सफल एस.एल.वी. प्रोग्राम की की तकनीक से बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने में सफलता मिली।
- टेक्नोलॉजी विजन 2020: वर्ष 1998 में उन्होंने ‘टेक्नोलॉजी विज़न-2020’ नामक एक देशव्यापी योजना को सामने रखा, जिसे उन्होंने 20 वर्षों में भारत को ‘अल्प-विकसित’ से विकसित समाज में बदलने के लिये एक रोडमैप के रूप में पेश किया।
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य देखभाल: एपीजे अब्दुल कलाम ने हृदय रोग विशेषज्ञ बी. सोमा राजू के सहयोग से कोरोनरी हृदय रोग के लिये 'कलाम-राजू-स्टेंट' विकसित किया, जिससे स्वास्थ्य सेवा सभी के लिये सुलभ हो पाई।
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यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्सप्रश्न:भारत के राष्ट्रपति के निर्वाचन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ? (a) केवल 1 उत्तर: (a) |