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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 30 Mar, 2022
  • 23 min read
प्रारंभिक परीक्षा

शृंकफ्लेशन

लागत में जारी वृद्धि के कारण कई कंपनियाँ ‘शृंकफ्लेशन’ (Shrinkflation) का अभ्यास कर रही हैं।

शृंकफ्लेशन क्या है?

  • शृंकफ्लेशन किसी उत्पाद के स्टिकर मूल्य को बनाए रखते हुए उसके आकार को कम करने की पद्धति है।
  • लाभांश को चुपके से बढ़ाने या इनपुट लागत में वृद्धि के सापेक्ष लाभ को बनाए रखने के लिये प्रति दी गई मात्रा के अनुसार कीमतों में वृद्धि करना (मुख्य रूप से खाद्य और पेय उद्योग में) कंपनियों द्वारा नियोजित एक रणनीति है।
  • व्यवसाय एवं शैक्षणिक अनुसंधान में शृंकफ्लेशन को पैकेज डाउनसाइज़िंग (पैकेज के आकार को छोटा करना) के रूप में भी जाना जाता है।
  • सामान्य रूप से बहुत कम प्रचलित यह शब्द समष्टि अर्थशास्त्र की उस स्थिति को संदर्भित कर सकता है जहाँ कीमत स्तर में वृद्धि का अनुभव करने के बावजूद अर्थव्यवस्था में संकुचन हो रहा है।
    • मैक्रोइकॉनॉमिक्स/समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से एक राष्ट्रीय या क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के व्यवहार का अध्ययन है।
    • यह अर्थव्यवस्था में व्याप्त घटनाओं जैसे- उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कुल मात्रा, बेरोज़गारी के स्तर तथा कीमतों के सामान्य व्यवहार को समझने से संबंधित है।
  • आजकल शृंकफ्लेशन उत्पादकों के बीच लोकप्रिय एक सामान्य अभ्यास है। डाउनसाइज़िंग से गुज़रने वाले उत्पादों की संख्या में प्रत्येक वर्ष वृद्धि होती है।
    • यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाज़ारों में बड़े उत्पादक मुनाफे को कम किये बिना अपने उत्पादों की प्रतिस्पर्द्धी कीमतों को बनाए रखने के लिये इस रणनीति पर भरोसा करते हैं।
  • ऐसे समय में शृंकफ्लेशन के चलते ग्राहकों में निर्माता के ब्रांड के संबंध में प्रायः निराशा होती है और उपभोक्ता की भावना भी प्रभावित हो सकती है।

Shrinkflation

शृंकफ्लेशन के प्रमुख कारण:

  • उत्पादन की उच्च लागत: शृंकफ्लेशन का प्राथमिक कारण सामान्यतः उत्पादन में लगातार हो रही वृद्धि है।
    • सामग्री या कच्चे माल, ऊर्जा मदों और श्रम की लागत में वृद्धि से उत्पादन लागत में वृद्धि होती है तथा बाद में उत्पादकों के लाभांश में कमी आती है।
    • खुदरा मूल्य के टैग को समान रखते हुए उत्पादों के वज़न या मात्रा को कम करने से निर्माता के लाभांश में सुधार हो सकता है।
    • इस समय औसत उपभोक्ता मात्रा में मामूली कमी पर ध्यान नहीं देगा। इस प्रकार विक्रय की मात्रा प्रभावित नहीं होगी।
  • प्रबल बाज़ार प्रतिस्पर्द्धा: बाज़ार में अत्यधिक/तीव्र प्रतिस्पर्द्धा भी शृंकफ्लेशन का कारण बन सकती है। 
    • खाद्य और पेय उद्योग आमतौर पर एक अत्यंत प्रतिस्पर्द्धी उद्योग है, क्योंकि उपभोक्ता विभिन्न प्रकार के उपलब्ध विकल्पों का उपयोग करने में सक्षम हैं।
    • इसलिये निर्माता उन विकल्पों को तलाशते हैं जो उन्हें ग्राहकों को पक्ष में बनाए रखने के साथ ही लाभांश को बनाए रखने में सक्षम बनाते हैं।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न (PYQs)

प्रश्न. भारत में मुद्रास्फीति के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है?

(a) भारत में मुद्रास्फीति का नियंत्रण केवल भारत सरकार का उत्तरदायित्व है।
(b) मुद्रास्फीति के नियंत्रण में भारतीय रिज़र्व बैंक की कोई भूमिका नहीं है।
(c) घटा हुआ मुद्रा परिचलन (मनी सर्कुलेशन), मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायता करता है।
(d) बढ़ा हुआ मुद्रा परिचलन, मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायता करता है।

उत्तर: (c)

  • मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना भारत सरकार और आरबीआई दोनों की ज़िम्मेदारी है।
  • मुद्रा आपूर्ति को कम करके मुद्रास्फीति को नियंत्रित किया जा सकता है क्योंकि लोगों के पास खर्च करने के लिये कम पैसा होता है।
  • बढ़ी हुई मुद्रा आपूर्ति मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में मदद नहीं करती है, बल्कि यह मुद्रास्फीति में वृद्धि करती है।

स्रोत: वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम 


प्रारंभिक परीक्षा

रेगिस्तानी लोमड़ी और ‘मेंजे’ रोग

हाल ही में राजस्थान के जैसलमेर ज़िले के झाड़ियों के जंगलों में कुछ रेगिस्तानी लोमड़ियों को देखा गया था, जो ‘मेंजे’ त्वचा रोग के कारण बाल संबंधी नुकसान से पीड़ित थीं।

  • राजस्थान की वर्ष 2019 की वन्यजीव जनगणना के अनुसार, राज्य में 8,331 लोमड़ियों में भारतीय और रेगिस्तानी दोनों प्रकार की लोमड़ियाँ थीं। 

Desert-Fox

रेगिस्तानी लोमड़ी:

  • सामान्य नाम: सफेद पैर वाली लोमड़ी। 
  • वैज्ञानिक नाम: वल्प्स वल्प्स पुसिला (Vulpes Vulpes Pusilla)
  • परिचय:
    • रेगिस्तानी लोमड़ी भारत में लाल लोमड़ी की तीसरी उप-प्रजाति है।
      • अन्य दो उप-प्रजातियाँ हैं: तिब्बती रेड फॉक्स और कश्मीरी रेड फॉक्स।
    • उन्हें अन्य लोमड़ी प्रजातियों से उनकी सफेद पूँछ द्वारा अलग किया जा सकता है। बिंदीदार आँखें और एक छोटा सा थूथन उन्हें एक प्यारा और लगभग मनमोहक रूप देता है।
    • इसकी सीमा अन्य लाल लोमड़ी उप-प्रजातियों के साथ ओवरलैप नहीं होती है।
  • परिवेश:
    • रेगिस्तानी लोमड़ी पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भारत के शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में निवास करती है।
    • रेगिस्तानी लोमड़ियाँ भारत में अपने संभावित आवासों के आधे से भी कम हिस्से में पाई जाती हैं।
    • रेगिस्तानी लोमड़ियों को रेत के टीलों और अर्द्ध-शुष्क नदी घाटियों में घूमते हुए पाया जा सकता है, जहाँ वे अपनी माँद बनाती हैं।
    • ये सर्वाहारी होती हैं जो जामुन और पौधों से लेकर रेगिस्तानी कृन्तकों, कीड़े, मकड़ियों, छोटे पक्षियों व छिपकलियों तक का सेवन करती हैं।
  • खतरा:
    • उन्हें निवास स्थान की क्षति, सड़क से संबंधित मृत्यु दर और आवारा/घरेलू कुत्तों के साथ संघर्ष का खतरा बना हुआ है।
  • संरक्षण स्थिति:
    • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंताजनक 
    • CITES लिस्टिंग: अनुसूची II
    • भारत का वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम: अनुसूची II

 मेंजे रोग के बारे में: 

  • मेंजे जानवरों का एक त्वचा रोग है जो घुन (Mites) के संक्रमण के कारण होता है, जिसमें सूजन, खुजली, त्वचा का मोटा होना और बालों का झड़ना शामिल होता है।
  • मेंजे  का सबसे गंभीर रूप घुन की विभिन्न किस्मों सरकोप्टस स्कैबीई (Sarcoptes Scabiei) के कारण होता है, जो मानव खुजली का भी कारण बनता है। 
  • मेंजे के किसी-न-किसी रूप को सभी घरेलू जानवरों में देखा जाता है, हालांँकि कई प्रकार के मेंजे घुन केवल एक प्रजाति को संक्रमित करते हैं।
  • वे जानवरों के बीच सीधे संपर्क से और संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने वाली वस्तुओं द्वारा संचरित होते हैं।
  • मेंजे के अधिकांश रूप उपचार योग्य हैं।
  • जब संक्रमित जानवर खजुली करता है और त्वचा फट जाती है तो यह वह अंडे देकर अपनी संख्या में वृद्धि करता है। प्रभावित क्षेत्र पपड़ीदार हो जाता है और वहांँ बाल नहीं उगते हैं।

स्रोत: डाउन टू अर्थ 


प्रारंभिक परीक्षा

अर्थ आवर

26 मार्च 2022 को दुनिया भर के लोग विश्व ‘अर्थ आवर’ के दौरान ऊर्जा संरक्षण हेतु समर्थन के रूप में अपने घरों एवं कार्यालयों में लाइट बंद कर देते हैं।

  • विदित हो कि अर्थ आवर पृथ्वी दिवस (22 अप्रैल) से अलग है।

Earth-Hour

प्रकृति हेतु विश्व वन्यजीव कोष:

  • परिचय:
    • यह दुनिया का एक अग्रणी संरक्षण संगठन है, जो 100 से अधिक देशों में काम करता है।
  • स्थापना:
    • इसकी स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी और इसका मुख्यालय ग्लैंड, स्विटज़रलैंड में स्थित है।
  • मिशन:
    • प्रकृति का संरक्षण और पृथ्वी पर जैव विविधता के समक्ष मौजूद खतरों को कम करना।
  • WWF की अन्य पहलें:

‘अर्थ आवर’ क्या है?

  • परिचय:
    • ‘अर्थ आवर’ वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड फॉर नेचर (WWF) की वार्षिक पहल है, जो वर्ष 2007 में शुरू हुई थी।
    • यह प्रतिवर्ष मार्च माह के अंतिम शनिवार को आयोजित किया जाता है।
    • यह 180 से अधिक देशों के लोगों को उनके स्थानीय समय के अनुसार रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक लाइट बंद करने के लिये प्रोत्साहित करता है।
    • पर्यावरण संरक्षण के लिये इस प्रतीकात्मक आह्वान में ऊर्जा बचाने हेतु गैर-आवश्यक प्रकाश के उपयोग को कम करना है।
  • थीम 2022:
    • ‘शेप आवर फ्यूचर’।

उद्देश्य और महत्त्व:

  • अर्थ आवर का उद्देश्य प्रकृति की रक्षा, जलवायु संकट से निपटने और मनुष्यों के उज्जवल भविष्य को आकार देने हेतु मिलकर काम करने के विषय में जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक वार्ता को बढ़ावा देना है।
  • यह दुनिया को लोगों और ग्रह के लिये एकजुटता का आह्वान करता है।
  • यह प्रथा नाटकीय परिवर्तन एवं पर्यावरण की रक्षा हेतु सामूहिक कार्रवाई का उत्प्रेरक बन गई है।
  • यह जलवायु परिवर्तन की रोकथाम और ऊर्जा संरक्षण के लिये ज़मीनी स्तर पर विश्व का सबसे बड़ा आंदोलन है। इस दौरान दुनिया भर के लोग एक घंटे के लिये अनावश्यक लाईट बंद करके जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एकजुट होते हैं।

ऊर्जा संरक्षण के लिये प्रमुख भारतीय पहलें:

  •  प्रदर्शन, उपलब्धि और व्यापार (Perform, Acheive and Trade-PAT) के तहत ऊर्जा बचत के प्रमाणीकरण के माध्यम से ऊर्जा गहन उद्योगों की ऊर्जा दक्षता सुधार में लागत प्रभावशीलता बढ़ाने के लिये यह एक बाज़ार आधारित तंत्र है।
  • मानक और लेबलिंग: यह योजना 2006 में शुरू की गई थी और वर्तमान में उपकरण/उपकरणों के लिये लागू की गई है।
  • ऊर्जा संरक्षण भवन कोड (ECBC): इसे वर्ष 2007 में नए वाणिज्यिक भवनों के लिये विकसित किया गया था।
  • मांग पक्ष प्रबंधन (DSM): इसका आशय विद्युत मीटर की मांग या ग्राहक-पक्ष पर प्रभाव डालने के उद्देश्य से उपायों के चयन, नियोजन और कार्यान्वयन से है।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षो के प्रश्न (PYQs)

'पृथ्वी काल' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:

1- यह UNEP तथा UNESCO का उपक्रमण है।
2- यह एक आंदोलन है, जिसमें प्रतिभागी प्रतिवर्ष एक निश्चित दिन, एक घंटे के लिये बिजली बंद कर देते हैं।
3- यह जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता लाने वाला आंदोलन है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c)

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स


प्रारंभिक परीक्षा

महिलाओं के लिये विधिक सहायता क्लीनिक

हाल ही में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण (DSLSA) के सहयोग से एक विधिक सहायता क्लीनिक शुरू किया है।

विधिक सहायता क्लीनिक:

  • यह महिलाओं को मुफ्त कानूनी सहायता देकर उनकी शिकायतों के समाधान के लिये सिंगल विंडो सुविधा है।
  • NCW अन्य राज्य महिला आयोगों में भी इसी तरह के विधिक सहायता क्लीनिक स्थापित करने की योजना बना रहा है।
  • नए विधिक सहायता क्लीनिक के तहत शिकायतकर्त्ताओं को परामर्श प्रदान किया जाएगा, संकट में महिलाओं को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA)/DSLSA की विभिन्न योजनाओं पर कानूनी सहायता, सलाह और जानकारी दी जाएगी एवं महिला जनसुनवाई संबंधी सहायता, मुफ्त कानूनी सहायता, वैवाहिक मामलों में सुनवाई और आयोग के साथ पंजीकृत अन्य शिकायतों में अन्य सेवाओं में सहायता प्रदान की जाएगी।

राष्ट्रीय महिला आयोग:

  • परिचय:
    • इसे राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम, 1990 के तहत जनवरी 1992 में एक वैधानिक निकाय के रूप में स्थापित किया गया।
    • इसका उद्देश्य उपयुक्त नीति निर्माण, विधायी उपायों आदि के माध्यम से महिलाओं को उनके उचित अधिकारों तथा जीवन के सभी क्षेत्रों में समानता व समान भागीदारी हेतु उचित कार्य करना है
  • कार्य:
    • महिलाओं के संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करना।
    • उपचारात्मक विधायी उपायों की सिफारिश करना।
    • शिकायतों के निवारण को सुगम बनाना।
    • महिलाओं को प्रभावित करने वाले सभी नीतिगत मामलों पर सरकार को सलाह देना।

स्रोत: पी.आई.बी.


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 30 मार्च, 2022

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन

टोगो के राजनयिक ‘गिल्बर्ट एफ. हौंगबो’ को ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (ILO) का अगला महानिदेशक नियुक्त किया गया है। हौंगबो को ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ के शासी निकाय द्वारा चुना गया है, जिसमें सरकारों, श्रमिकों और नियोक्ताओं के प्रतिनिधि शामिल थे। उनका पाँच वर्षीय कार्यकाल 01 अक्तूबर, 2022 से शुरू होगा। ज्ञात हो कि यूनाइटेड किंगडम के वर्तमान महानिदेशक गाय राइडर, वर्ष 2012 से इस पद पर कार्यरत हैं। ‘अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन’ (ILO) संयुक्त राष्ट्र की एकमात्र त्रिपक्षीय संस्था है, जिसकी स्थापना वर्ष 1919 में वर्साय की संधि द्वारा राष्ट्र संघ की एक संबद्ध एजेंसी के रूप में की गई थी। यह श्रम मानक निर्धारित करने, नीतियाँ विकसित करने एवं सभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है। वर्ष 1946 में ILO, संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध पहली विशिष्ट एजेंसी बनी थी। वर्ष 1969 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।

स्टॉकहोम जल पुरस्कार

स्टॉकहोम इंटरनेशनल वाटर इंस्टीट्यूट (SIWI) ने वैज्ञानिक और वाष्पीकरण विशेषज्ञ ‘विल्फ्रेड ब्रुट्सर्ट’ को वर्ष 2022 के ‘स्टॉकहोम जल पुरस्कार’ से सम्मानित किया है, ज्ञात हो कि इस पुरस्कार को व्यापक तौर पर जल के नोबेल पुरस्कार के रूप में भी जाना जाता है। प्रोफेसर विल्फ्रेड ब्रुट्सर्ट को यह पुरस्कार 'पर्यावरणीय वाष्पीकरण को मापने में उनके अभूतपूर्व कार्य हेतु प्रदान किया गया है। विल्फ्रेड ब्रुट्सर्ट ने वाष्पीकरण को मापने और पृथ्वी के ऊर्जा संतुलन में इसकी भूमिका को समझने हेतु विधि विकसित की हैं, जिससे इस बात का अधिक सटीक अनुमान लगाया जा सकता है कि वर्षा किस प्रकार विकसित हो सकती है। यह विधि विशेषज्ञों को यह समझने में मदद कर सकती है कि वर्तमान में कितना पानी उपलब्ध है और भविष्य में कितना उपलब्ध होगा। विदित हो कि स्टॉकहोम इंटरनेशनल वाटर इंस्टीट्यूट (SIWI) बेहतर जल प्रशासन की वकालत करने हेतु स्थापित एक संस्थान है, जो पिछले 30 वर्षों से ‘जल से संबंधित असाधारण उपलब्धियों’ के लिये लोगों और संगठनों को इस पुरस्कार से सम्मानित कर रहा है। 

विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी पार्क 

भारत सरकार के वेस्ट टू वेल्थ मिशन के तहत पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) के सहयोग से 29 मार्च, 2022 को न्‍यू ज़ाफराबाद, पूर्वी दिल्ली में नगर पालिका ठोस अपशिष्‍ट के ऑनसाइट प्रसंस्‍करण के लिये विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी पार्क (Decentralised Waste Management Technology Park) का उद्घाटन किया गया। इसका उद्देश्य ज़ीरो वेस्‍ट और ज़ीरो ऊर्जा के साथ एक मापनीय (स्‍केलेबल) ऑनसाइट प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी पार्क की स्‍थापना करना है। प्रौद्योगिकी पार्क एक पायलट परियोजना है, जो अपशिष्ट प्रबंधन के लिये समाधान प्रदान करती है, इसके अलावा यह नगरपालिका ठोस अपशिष्‍ट के अर्द्ध-स्वचालित अलगाव से लेकर साइट पर संघनन और कचरे के उपचार हेतु विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रसंस्करण के रूपांतरण को भी प्रदर्शित करती है। यह विकेंद्रीकृत अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी पार्क 10 टन प्रतिदिन क्षमता के साथ लगभग 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र (वर्तमान में खुले डंपिंग या द्वितीयक संग्रह स्थल के लिये उपयोग किया जाने वाला क्षेत्र) को कवर करता है।

UNEP फ्रंटियर रिपोर्ट 2022

UNEP फ्रंटियर रिपोर्ट 2022 हाल ही में जारी की गई है, जिसका शीर्षकनॉइज़, ब्लेज़ एंड मिसमैच (Noise, Blazes and Mismatches) है। इस रिपोर्ट में बांग्लादेश के ढाका को दुनिया के सबसे शोर वाले शहर के रूप में स्थान दिया गया है, जिसके बाद मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश का स्थान है तथा पाकिस्तान का इस्लामाबाद तीसरे स्थान पर है। दूसरी ओर जॉर्डन में इरबिड को सबसे शांत शहर के रूप में स्थान दिया गया है जिसके बाद फ्राँस में ल्यों और स्पेन की राजधानी मैड्रिड का स्थान है। भारतीय के पाँच शहरों- नई दिल्ली, कोलकाता, जयपुर, आसनसोल और मुरादाबाद को दुनिया के सबसे शोर वाले शहरों में स्थान दिया गया है। फ्रंटियर रिपोर्ट 2022 में कुल 61 शहरों को स्थान दिया गया है जिसमें दक्षिण एशिया से 13, पश्चिम एशिया से 10, यूरोप से 10, दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया और प्रशांत से 11, उत्तरी अमेरिका से 6, अफ्रीका से 7 तथा लैटिन अमेरिका से 4 शहर शामिल हैं। फ्रंटियर रिपोर्ट 2022 ध्वनि प्रदूषण और इसके दीर्घकालिक शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों पर भी ध्यान केंद्रित करती है।


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