प्रिलिम्स फैक्ट्स (29 Aug, 2023)



भारत का 54वाँ टाइगर रिज़र्व: धौलपुर-करौली

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (National Tiger Conservation Authority- NTCA)  ने राजस्थान में धौलपुर-करौली टाइगर रिज़र्व की स्थापना को मंज़ूरी दे दी है।

टाइगर रिज़र्व:

  • धारीदार बड़ी बिल्लियों, अर्थात् बाघों के संरक्षण के लिये नामित संरक्षित क्षेत्र को टाइगर रिज़र्व के रूप में जाना जाता है। हालाँकि बाघ अभयारण्य एक राष्ट्रीय उद्यान अथवा वन्यजीव अभयारण्य भी हो सकता है।
    • उदाहरण के लिये सरिस्का टाइगर रिज़र्व एक राष्ट्रीय उद्यान भी है। ऐसा इसलिये है क्योंकि इसे मूलतः एक राष्ट्रीय उद्यान के रूप में बनाया गया था और बाद में बाघ संरक्षण के लिये उपयोग किया जाने लगा
  • राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की सलाह पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38V के प्रावधानों के अनुसार, बाघ अभयारण्यों को राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचित किया जाता है।
    • वर्तमान में भारत में कुल 54 टाइगर रिज़र्व हैं (हाल ही में शामिल किया गया रिज़र्व धौलपुर-करौली टाइगर रिज़र्व है)।

नोट: 

  • विश्व भर के 75% बाघ भारत में पाए जाते हैं। भारत में बाघों की स्थिति पर नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022 तक देश में बाघों की संख्या बढ़कर 3,167 हो गई है।
  • प्रोजेक्ट टाइगर पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक केंद्र प्रायोजित कार्यक्रम है जो विभिन्न राज्यों में निर्दिष्ट बाघ अभयारण्यों में बाघ संरक्षण के लिये सरकारी सहायता प्रदान करता है।

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण: 

  • परिचय: 
    • यह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है जिसका गठन बाघों के बेहतर ढंग से संरक्षण के लिये वर्ष 2006 में संशोधित वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के तहत किया गया है।
  • उद्देश्य: 
    • प्रोजेक्ट टाइगर के निर्देशों के कानूनी अनुपालन हेतु इसे वैधानिक अधिकार प्रदान करना।
    • देश के संघीय ढाँचे के भीतर राज्यों के साथ समझौता ज्ञापन के लिये आधार प्रदान करते हुए टाइगर रिज़र्व के प्रबंधन में केंद्र-राज्य की जवाबदेही को बढ़ावा देना।
    • टाइगर रिज़र्व के आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की आजीविका संबंधी चिंता का समाधान करना

 UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न 

प्रश्न. निम्नलिखित संरक्षित क्षेत्रों पर विचार कीजिये: (2012)

  1. बांदीपुर
  2. भितरकनिका
  3. मानस
  4. सुंदरबन

उपर्युक्त में से किसे बाघ आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4

उत्तर: (b)


प्रश्न. पारिस्थितिक दृष्टिकोण से पूर्वी घाटों और पश्चिमी घाटों के बीच एक अच्छा संपर्क होने के रूप में निम्नलिखित में किसका महत्त्व अधिक है? (2017)

(a) सत्यमंगलम बाघ अरक्षित क्षेत्र (सत्यमंगलम टाइगर रिज़र्व)
(b) नल्लामला वन
(c) नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान
(d) शेषाचलम जीवमण्डल अरक्षित क्षेत्र (शेषाचलम बायोस्फीयर रिज़र्व)

उत्तर: (a)


दीनदयाल पत्तन (पोर्ट) पर कंटेनर टर्मिनल परियोजना

स्रोत: पी.आई.बी.

हाल ही में दीनदयाल पत्तन प्राधिकरण (Deendayal Port Authority) और दुबई स्थित बहुराष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स कंपनी डीपी (DP) वर्ल्ड ने गुजरात के ट्यूना टेकरा में मेगा कंटेनर टर्मिनल प्रोजेक्ट के लिये समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह पहल भारत के पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) द्वारा शुरू की गई थी।

  • पत्तन क्षमता बढ़ाने, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स और वैश्विक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण कदम का प्रतीक है।

कंटेनर टर्मिनल की मुख्य विशेषताएँ:

  • टर्मिनल तैयार हो जाने पर इसकी वार्षिक मालवहन क्षमता 21.90 लाख TEUs, बीस फुट लंबाई वाले कंटेनर (Twenty-foot Equivalent Units) जितनी हो जाएगी और नई पीढ़ी के 18,000 TEUs से अधिक कंटेनर ढुलाई करने वाले जलपोत भी माल का लदान-उतरान कर सकेंगे।
  • मेगा कंटेनर टर्मिनल परियोजना पूरी तरह से ग्रीन पत्तन दिशा-निर्देशों के अनुरूप है।
  • यह टर्मिनल उत्तरी, पश्चिमी और मध्य भारत को वैश्विक बाज़ार से जोड़ेगा।
  • यह परियोजना वर्ष 2047 तक पत्तन संचालन क्षमता को चौगुना करने की भारत की परिकल्पना के अनुरूप है।
  • यह टर्मिनल PM गति शक्ति के पूरक राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन का हिस्सा होगा।
  • कंटेनर टर्मिनल के निर्माण से कच्छ के आर्थिक परिदृश्य में बदलाव आने की उम्मीद है जिसमें वेयरहाउसिंग आदि जैसी कई सहायक सेवाओं का निर्माण होगा और इसके परिणामस्वरूप प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर भी सृजित होंगे।

दीनदयाल पत्तन की मुख्य बातें:

  • दीनदयाल पत्तन जिसे कांडला पत्तन के नाम से भी जाना जाता है भारत के बारह प्रमुख पत्तनों में से एक है और भारत के पश्चिमी तट पर गुजरात राज्य में कच्छ की खाड़ी में स्थित है।
  • दीनदयाल पत्तन मुख्य रूप से उत्तरी भारत के लिये उपयोगी है जिसमें स्थल सीमित/भूमि से घिरे  जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान राज्य शामिल हैं।
  • दीनदयाल पत्तन की शुरुआत वर्ष 1931 में महाराव खेंगारजी द्वारा RCC पोतघाट के निर्माण के साथ शुरू हुई। 1947 में भारत की आज़ादी के बाद दीनदयाल पत्तन वर्ष 2007-08 में भारत का सर्वश्रेष्ठ पत्तन बनकर उभरा और तब से अब तक निरंतर यानी 14वें वर्ष भी इसने अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है।
  • वर्ष 2016 में दीनदयाल पत्तन ने एक वर्ष में 100 MMT कार्गो प्रबंधित कर इतिहास रचा, साथ ही यह मील का पत्थर हासिल करने वाला पहला प्रमुख पत्तन बना।
  • माल ढुलाई की मात्रा के हिसाब से यह भारत का सबसे बड़ा पत्तन है।

 UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न 

प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2023)

पत्तन (पोर्ट) जिस रूप से सुविख्यात है
1. कामराजर पोर्ट भारत में एक कंपनी के रूप में पंजीकृत पहला प्रमुख पत्तन
2. मुंद्रा पोर्ट भारत में निजी स्वामित्व वाला सबसे बड़ा पत्तन
3. विशाखापत्तनम पोर्ट भारत में सबसे बड़ा आधान पत्तन (कंटेनर पोर्ट)

उपर्युक्त युग्मों में से कितने सही सुमेलित हैं?

(a) केवल एक युग्म
(b) केवल दो युग्म
(c) तीनों युग्म
(d) कोई भी नहीं

व्याख्या: (b)

  • कामराजर पत्तन, जिसे पहले एन्नोर पत्तन के नाम से जाना जाता था, एक कंपनी के रूप में पंजीकृत भारत का पहला प्रमुख बंदरगाह है और यह भारत का एकमात्र निगमित प्रमुख पत्तन है। अतः युग्म 1 सही सुमेलित है।
    • मार्च 1999 में इसे भारत का 12वाँ प्रमुख पत्तन घोषित किया गया और अक्तूबर 1999 में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत एन्नोर पोर्ट लिमिटेड के रूप में शामिल किया गया।
    • यह तमिलनाडु के चेन्नई पत्तन से लगभग 24 कि.मी. उत्तर में कोरोमंडल तट पर स्थित है।
  • मुंद्रा पत्तन भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक पत्तन है जो गुजरात के कच्छ ज़िले के मुंद्रा के पास कच्छ की खाड़ी के उत्तरी तट पर स्थित है। इसका स्वामित्व और संचालन अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) द्वारा किया जाता, जो कि अडानी समूह का हिस्सा है।
    • इसकी स्थापना वर्ष 1998 में एक निजी क्षेत्र के पत्तन के रूप में की गई थी और यह अक्तूबर 2001 में शुरू हो गया। यहाँ विभिन्न प्रकार के कार्गो जैसे- कंटेनर, बल्क, ब्रेक-बल्क, तरल, रसायन, ऑटोमोबाइल इत्यादि को प्रबंधित किया जाता है। अतः युग्म 2 सही सुमेलित है।
  • भारत के पूर्वी तट पर आंध्र प्रदेश में स्थित विशाखापत्तनम पत्तन भारत का सबसे बड़ा कंटेनर पत्तन नहीं है। यह भारत के सबसे पुराने तथा सबसे बड़े प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, जो विभिन्न प्रकार के कार्गो जैसे- लौह अयस्क, कोयला, पेट्रोलियम उत्पाद, उर्वरक, कंटेनर इत्यादि को प्रबंधित करता है।
    • भारत में सबसे बड़ा कंटेनर पत्तन जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट है, यह महाराष्ट्र में मुंबई के पास स्थित है। अतः युग्म 3 सही सुमेलित नहीं है।

प्रश्न. भारत में पत्तनों को प्रमुख और गैर-प्रमुख पत्तनों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। निम्नलिखित में से कौन-सा एक गैर प्रमुख पत्तन है? (2009)

(a) कोच्चि (कोचीन)
(b) दहेज
(c) पारादीप
(d) न्यू मैंगलोर

उत्तर: (b)


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 अगस्त, 2023

महत्त्वपूर्ण घोषणाएँ: शिव शक्ति, तिरंगा और राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने चंद्रयान -3 की उल्लेखनीय उपलब्धि के लिये इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी और 23 अगस्त को भारत में 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day)' के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।

  • साथ ही विक्रम लैंडर की टचडाउन साइट को 'शिव शक्ति' और वर्ष 2019 के चंद्रयान-2 के लैंडर की क्रैश साइट को 'तिरंगा' नाम दिया गया है।

और पढ़ें…चंद्रयान-3

व्यापार पैटर्न में बदलाव और भारत का चालू खाता घाटा

व्यापार पैटर्न में बदलाव का भारत के चालू खाता घाटे पर हाल के कुछ समय में काफी प्रभाव पड़ा है। वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में यह घाटा घटकर लगभग 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 1% होने की उम्मीद है, यह वर्ष 2022-23 की इसी अवधि के 18 बिलियन अमेरिकी डॉलर या 2.1% से तुलनात्मक रूप से कम है।

  • चालू खाता घाटा (Current Account Deficit- CAD) एक प्रमुख आर्थिक संकेतक है जो विदेशी व्यापार के माध्यम से किसी देश की आय और अंतरण भुगतान सहित वस्तुओं एवं सेवाओं के आयात पर उसके व्यय के बीच के अंतर को मापता है।
    • यह तब उत्पन्न होता है जब किसी देश का आयात उसके निर्यात से ज़्यादा होता है, इससे मुद्रा का बहिर्वाह होता है और इस अंतर को कम करने के लिये अक्सर विदेशी ऋण लेने की आवश्यकता पड़ जाती है।
  • कम CAD को एक सकारात्मक आर्थिक संकेतक के रूप में देखा जा सकता है क्योंकि इसका अर्थ अक्सर यह होता है कि देश की अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर है और अपने संसाधनों पर दबाव डाले बिना अपनी बाहरी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में सक्षम है।
    • यह यह भी संकेत मिलता है कि कोई देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में प्रतिस्पर्द्धी है और अपने आयात एवं निर्यात में संतुलन बनाए रखता है।

विवाह के लिये सार्वजनिक घोषणाएँ ज़रूरी नहीं: सर्वोच्च न्यायालय 

हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने घोषणा की है कि सभी विवाहों के लिये सार्वजनिक घोषणा या अनुष्ठान की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अलावा न्यायालय ने तमिलनाडु के एक कानून को मंज़ूरी दी, जो "आत्म-सम्मान" विवाह की अनुमति देता है और पुष्टि की कि वकील सहमत वयस्कों के बीच 'आत्म-सम्मान विवाह' करा सकते हैं।

  • राज्य में वर्ष 1967 के एक संशोधन के माध्यम से तमिलनाडु में लागू हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 7-A, हिंदुओं के बीच आत्म-सम्मान या सुधारवादी विवाह को कानूनी मान्यता प्रदान करती है।
    • इन विवाहों को रिश्तेदारों, दोस्तों या अन्य व्यक्तियों की उपस्थिति में संपन्न किया जा सकता है और वर-वधू को औपचारिक सार्वजनिक समारोह के बिना विवाह करने की अनुमति दी जा सकती है तथा अधिवक्ताओं को व्यक्तिगत तौर पर ऐसे विवाह आयोजित करने का अधिकार दिया जा सकता है।
  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के अनुसार, न्यायालय का फैसला किसी बाहरी व्यक्ति के हस्तक्षेप के बिना जीवन साथी चुनने के अधिकार का समर्थन करता है।
  • ई.वी. रामास्वामी नायकर (पेरियार) द्वारा वर्ष 1925 में शुरू किये गए आत्मसम्मान आंदोलन का मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण पुजारी के बिना विवाह संपन्न कराना था। 

और पढ़ें…हिंदू विवाह अधिनियम, अनुच्छेद 21, सर्वोच्च न्यायालय

कृत्रिम बुद्धिमत्ता में चेतना की खोज:

शोधकर्ताओं ने तंत्रिका-विज्ञान आधारित सिद्धांतों के आधार पर एक चेकलिस्ट विकसित की है जो यह आकलन करने में मदद कर सकती है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रणाली सचेत है या नहीं।

  • इस अध्ययन से पता चलता है कि AI के क्षेत्र में तेज़ी से प्रगति भविष्य में जागरूक AI प्रणाली के  निर्माण की संभावना बढ़ा सकती है।
    • हालाँकि मानव जैसे व्यवहार से AI प्रणाली द्वारा जुड़ाव के वास्तविक स्तर का आकलन करना मुश्किल हो सकता है।
  • सचेतन होने का अर्थ है चेतना का अनुभव करना या इसकी संभावना होना।
    • "चेतन", "संवेदनशील" से भिन्न है जिसका तात्पर्य इंद्रियबोध/विवेक के होने से है।
  • वर्तमान में कोई भी AI प्रणाली चेतना को समझ पाने में सक्षम नहीं है।
    • माइक्रोसॉफ्ट का शोध: GPT-4 AI, मानव की तरह सोच सकता है और व्यावहारिक बुद्धि का उपयोग कर सकता है।
  • शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि AI चेतना का आकलन वैज्ञानिक रूप से संभव है और लेखकों ने प्रारंभिक साक्ष्य प्रदान किये हैं कि वर्तमान तकनीकों के उपयोग से कई सूचक गुणों को AI प्रणाली में कार्यान्वित किया जा सकता है।

और पढ़ें… भारत और जेनरेटिव AI

जलवायु परिवर्तन पर कंपाला घोषणा

महाद्वीप पर मानव गतिशीलता और जलवायु परिवर्तन के बीच अंतर्संबंध को संबोधित करने के लिये प्रवासन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर कंपाला मंत्रिस्तरीय घोषणा (Kampala Ministerial Declaration on Migration, Environment and Climate Change- KDMECC) को अपनाने हेतु 48 अफ्रीकी देशों द्वारा एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

  • इस निर्णय पर केन्या और युगांडा द्वारा सह-आयोजित राज्यों के सम्मेलन में चर्चा की गई। इस पहल को अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) एवं जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) द्वारा समर्थन प्रदान किया गया था।
    • IOM की उत्पत्ति वर्ष 1951 में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी यूरोप में अराजकता और विस्थापन के कारण हुई थी।
  • अफ्रीका जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है, जिससे चरम मौसम की घटनाओं के कारण प्रवासन बढ़ रहा है।
  • KDMECC पर मूल रूप से जुलाई 2022 में कंपाला, युगांडा में 15 अफ्रीकी राज्यों द्वारा हस्ताक्षर किये गए थे। KDMECC-AFRICA पर 4 सितंबर, 2023 को नैरोबी में अफ्रीका जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य राज्यों द्वारा हस्ताक्षर किये जाने की उम्मीद है।
    • घोषणापत्र व्यावहारिक और प्रभावी तरीके से जलवायु-प्रेरित गतिशीलता को संबोधित करने के लिये सदस्य राज्यों के नेतृत्व में पहला व्यापक, कार्रवाई-उन्मुख ढाँचा है।
    • KDMECC-AFRICA यह सुनिश्चित करेगा कि युवाओं, महिलाओं और कमज़ोर परिस्थितियों में रहने वाले व्यक्तियों सहित सभी आवाज़ें विस्तारित घोषणा की प्राथमिकता हों।