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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 17 Mar, 2025
  • 9 min read
रैपिड फायर

समुद्री सुरक्षा बेल्ट 2025

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया 

ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव के बीच चीन, ईरान और रूस ने होर्मुज़ जलडमरूमध्य के समीप ओमान की खाड़ी में समुद्री सुरक्षा बेल्ट 2025 नौसैनिक आयोजित किया।

  • ओमान की खाड़ी: यह अरब सागर का पश्चिमी विस्तार है, जो इसे होर्मुज़ जलडमरूमध्य और फारस की खाड़ी से जोड़ता है।
  • सीमावर्ती देश: इसकी सीमा ईरान (उत्तर), संयुक्त अरब अमीरात (पश्चिम) और ओमान (दक्षिण) से लगती है।

Gulf of Oman

  • महत्त्वपूर्ण द्वीप: शेतन द्वीप, अल फहल द्वीप, दिमानियात द्वीप और सावादी द्वीप।
  • महत्त्व: यह ईरान के लिये मुक्त समुद्र तक पहुँचने का एकमात्र समुद्री मार्ग है, जो इसे वैश्विक व्यापार और ऊर्जा परिवहन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बनाता है।
    • विश्व के कुल तेल व्यापार के लगभग पाँचवें हिस्से का परिवहन प्रतिदिन होर्मुज़ जलडमरूमध्य से होता है, जो ओमान की खाड़ी में पहुँचता है।
  • होर्मुज़ जलडमरूमध्य फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी से जोड़ता है, और ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान के बीच अवस्थित है।

और पढ़ें: समुद्री सुरक्षा बेल्ट 2024


रैपिड फायर

जलनाथेश्वर मंदिर

स्रोत: द हिंदू

तमिलनाडु के रानीपेट ज़िले के थक्कोलम में पल्लवों द्वारा निर्मित छठी शताब्दी का जलनाथेश्वर मंदिर जीर्ण अवस्था में है। 

  • क्षतिग्रस्त दीवारें और ऊँचे टैंक वाला यह मंदिर उपेक्षित है। इसका अंतिम कुंभाभिषेक (प्रतिष्ठा) 15 वर्ष पूर्व हुआ था।

जलनाथेश्वर मंदिर:

  • मंदिर मूल रूप से 876 ईस्वी में पल्लव राजा अपराजिता वर्मन द्वारा बनाया गया था, जबकि त्रि-स्तरीय राजगोपुरम को 1543 ईस्वी में विजयनगर राजा वीर प्रथबा सदाशिव महारयार द्वारा जोड़ा गया था।
  • यह कोसस्थलाई नदी के तट पर स्थित है। इसमें पल्लव राजा अपराजिता और चोल राजा आदित्य प्रथम के शिलालेख और अभिलेख हैं, जिनमें भूमि, स्वर्ण और बकरियों के अनुदान का विवरण है।
  • यह मंदिर द्रविड़ शैली की वास्तुकला को दर्शाता है, जो तंजावुर के बृहदेश्वर मंदिर और मदुरै के मीनाक्षी मंदिर के समान है।
  • 1.5 एकड़ के मंदिर में त्रि-स्तरीय गोपुरम, ग्रेनाइट की दीवारें और भगवान शिव (भगवान जलंथेश्वर के रूप में) का रेत आधारित पृथ्वी लिंगम (थिंडा थिरुमनी) है।
  • यह मंदिर 275 पाडल पेट्रा स्थलमों (275 Paadal Petra Sthalams) में से एक है, जिसे तमिल शैव नयनार संबंदर के तेवरम भजनों में महिमामंडित किया गया है।
    • संबंदर तमिलनाडु के सातवीं शताब्दी के शैव कवि-संत थे, जिन्होंने 16,000 भजनों की रचना की, जिनमें से 383 (या 384) तमिल शैव परंपरा में मौजूद हैं।

Jalanatheswarar_Temple

और पढ़ें: मंदिर वास्तुकला 


रैपिड फायर

बोंगोसागर 2025 नौसैनिक अभ्यास

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

भारत की SAGAR (समुद्र में सभी की सुरक्षा और विकास) पहल के तहत परिचालन समन्वय, समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता को सुदृढ़ करते हुए भारतीय नौसेना के INS रणवीर और बांग्लादेश नौसेना के BNS अबू उबैदा ने बंगाल की खाड़ी में बोंगोसागर 2025 नौसैनिक अभ्यास आयोजित किया।

  • INS रणवीर: यह राजपूत श्रेणी के पाँच विनाशक जहाज़ों में से चौथा जहाज़ है, जिसे वर्ष 1986 में नौसेना में शामिल किया गया था।
  • SAGAR: वर्ष 2015 में प्रस्तुत SAGAR भारत का विदेश नीति सिद्धांत है जिसका उद्देश्य विशेष रूप से हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग, समुद्री सुरक्षा, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय विश्वास को बढ़ाना है।
  • भारत-बांग्लादेश अभ्यास: सेना (अभ्यास सम्प्रीति) और नौसेना (अभ्यास बोंगोसागर, और समन्वित गश्ती (CORPAT))।

Bangladesh

और पढ़ें: भारत-बांग्लादेश संबंध


रैपिड फायर

पूर्वोत्तर भारत को सैफरन हब में बदलना

स्रोत: पी.आई.बी.

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पंपोर के बाद पूर्वोत्तर को भारत के अगले सैफरन (केसर) उत्पादन केंद्र के रूप में चिन्हित किया है। मिशन सैफरन के हिस्से के रूप में इस पहल पर शिलांग में नॉर्थ ईस्ट सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एप्लीकेशन एंड रीच (NECTAR) के स्थायी परिसर के शिलान्यास समारोह के दौरान प्रकाश डाला गया।

  • मिशन सैफरन: यह जम्मू और कश्मीर में सैफरन (केसर) की कृषि को बढ़ावा देने के लिये वर्ष 2010-11 में शुरू की गई एक केंद्रीय वित्तपोषित परियोजना है। वर्ष 2021 के बाद से, NECTAR द्वारा "सैफरन बाउल प्रोजेक्ट" के तहत इसका विस्तार सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय तक हो गया है।
  • केसर: यह अत्यंत मूल्यवान मसाला है जो Crocus sativus पुष्प के वर्तिकाग्र से प्राप्त होता है, जिसे केसर क्रोकस के नाम से जाना जाता है।
    • केसर की कृषि 2000 मीटर के उन्नतांश पर, दोमट, रेतीली अथवा चूनेदार मृदा में होती है, जिसके लिये उपयुक्त pH 6-8 होता है, तथा इसके लिये ग्रीष्म ऋतु में 40 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान और शीत ऋतु में -20 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ शुष्क से मध्यम जलवायु की आवश्यकता होती है।
    • कश्मीरी केसर को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्रदान किया गया है।
  • NECTAR: यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के अधीन वर्ष 2014 में स्थापित एक स्वायत्त निकाय है जो पूर्वोत्तर में कृषि, बुनियादी ढाँचे और आर्थिक विकास के परिवर्द्धन हेतु प्रौद्योगिकी संचालित समाधानों पर ध्यान केंद्रित करता है।

Saffron

और पढ़ें: सेफरॉन बाउल प्रोजेक्ट


रैपिड फायर

किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान सीमा समझौता

स्रोत: द हिंदू

किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान ने विवादित भूमि का आदान-प्रदान करने, कृषि भूमि और जल संसाधनों तक पहुँच में सुधार करने, तथा अपने लंबे समय से चले आ रहे सीमा संघर्ष को समाप्त करने पर सहमति व्यक्त की है।

संघर्ष के कारण:

  • यह संघर्ष अलग-अलग मानचित्रों और फरगना घाटी के एकपक्षीय विभाजन के कारण सीमा विवादों से उत्पन्न होता है, जिससे किर्गिज़, ताजिक और उज़्बेकों के बीच जातीय तनाव उत्पन्न होता है।
  • किर्गिज़स्तान और ताजिकिस्तान: दोनों मध्य एशियाई देश हैं, जिन्हें वर्ष 1991 में सोवियत संघ से स्वतंत्रता मिली थी ।
  • किर्गिज़स्तान की सीमा कज़ाकिस्तान, चीन, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान से लगती है, तथा बिश्केक इसकी राजधानी है। 
  • ताजिकिस्तान की सीमा अफगानिस्तान, चीन, किर्गिज़स्तान और उज़्बेकिस्तान से लगती है और दुशांबे इसकी राजधानी है। 
  • दोनों देश उज़्बेकिस्तान के साथ फरगना घाटी साझा करते हैं।

Kyrgyzstan_AND_Tajikistan

और पढ़ें: भारत मध्य एशिया संबंध 


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