अभ्यास ‘पूर्व सम्प्रीति-X’
भारत-बांग्लादेश के बीच 05 जून से 16 जून, 2022 तक बांग्लादेश के जशोर सैन्य स्टेशन पर एक संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास ‘पूर्व सम्प्रीति-X’ (EX SAMPRITI-X) का आयोजन किया जा रहा है।
प्रमुख बिंदु:
- परिचय:
- अभ्यास सम्प्रीति दोनों देशों द्वारा बारी-बारी से आयोजित किया जाने वाला एक महत्त्वपूर्ण द्विपक्षीय रक्षा सहयोग है, जो दोनों देशों की सेनाओं के बीच अंतर-संचालन एवं सहयोग को मज़बूती प्रदान करने तथा इसे और अधिक व्यापक बनाने पर केंद्रित है।
- उद्देश्य:
- दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन को मज़बूत करना और एक-दूसरे के सामरिक अभ्यास एवं परिचालन तकनीकों को समझना।
- भारत का प्रतिनिधित्व:
- इस अभ्यास में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व डोगरा रेजिमेंट की एक बटालियन द्वारा किया जा रहा है।
- महत्त्व:
- संयुक्त सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएँ संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के अंतर्गत आतंकवाद, मानवीय सहायता और आपदा राहत जैसे मामलों में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (UN Peacekeeping Force) के कई परिदृश्यों में अपनी विशेषज्ञता को साझा करेंगी।
- इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में शामिल प्रतिभागी एक-दूसरे की संगठनात्मक संरचना और सामरिक अभ्यास से परिचित हो सकेंगे।
अन्य देशों के साथ भारत के सैन्य अभ्यास |
|
गरुड़ शक्ति |
इंडोनेशिया |
एकुवेरिन |
मालदीव |
हैंड-इन-हैंड |
चीन |
कुरुक्षेत्र |
सिंगापुर |
मित्र शक्ति |
श्रीलंका |
नोमेडिक एलीफैंट |
मंगोलिया |
मैत्री |
थाईलैंड |
वज्र प्रहार |
अमेरिका |
युद्ध अभ्यास |
अमेरिका |
शक्ति |
फ्राँस |
धर्म गार्जियन |
जापान |
सूर्य किरण |
नेपाल |
सिम्बेक्स (SIMBEX) |
सिंगापुर |
लामितिये |
सेशेल्स |
स्रोत: पी.आई.बी.
वर्ल्ड समिट ऑफ इंफॉर्मेशन सोसाइट 2022
हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री ने स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में वर्ल्ड समिट ऑफ इंफॉर्मेशन सोसाइटी (WSIS) 2022 के उद्घाटन समारोह में भाग लिया, जहांँ भारत ने बहुपक्षीय और द्विपक्षीय संपर्क के दौरान अपने दूरसंचार कौशल का प्रदर्शन किया।
- यह भागीदारी भारत के अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ ( ITU) परिषद के अध्यक्ष के रूप में वर्ष 2023-2026 के लिये पुनर्निर्वाचन के साथ संपन्न हुई। भारत 1869 से आईटीयू का सदस्य रहा है तथा संघ के कार्यों और गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है।
- यह भागीदारी भारत के ITU परिषद में पुनर्निर्वाचन के साथ हुई।
वर्ल्ड समिट ऑफ इंफॉर्मेशन सोसाइटी (WSIS):
- इंफॉर्मेशन सोसाइटी मंच वर्ष 2022 पर वैश्विक शिखर सम्मेलन 'आईसीटी फॉर डेवलपमेंट' दुनिया के समुदाय की सबसे बड़ी वार्षिक सभा का प्रतिनिधित्व करता है।
- यह मंच WSIS के कार्यान्वयन पर नेटवर्क बनाने, सीखने और बहु-हितधारक चर्चाओं तथा परामर्श में भाग लेने के लिये संरचित अवसर प्रदान करता है।
- इस मंच का एजेंडा और कार्यक्रम मुक्त परामर्श प्रक्रिया के दौरान प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर बनाया जाएगा।
- इसके अलावा 2022 WSIS फोरम संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के सहयोग से WSIS एक्शन लाइन की उपलब्धियों की निगरानी करने और 2005 से WSIS एक्शन लाइन्स के कार्यान्वयन की जानकारी तथा विश्लेषण प्रदान करने के लिये एक मंच के रूप में कार्य करने का अवसर प्रदान करेगा।
अभिभाषण की मुख्य विशेषताएँ:
- भारत ने निम्न गतिशीलता और विशाल आच्छादन मानक विकसित किया है, जिसे पहले 5Gi कहा जाता था, यह एक नए तरंग का उपयोग करके 5G टावरों को ग्रामीण और दूरदराज़ के व्यापक क्षेत्रों को कवर करने में सक्षम बनाता है।
- ये मानक पहले 5G मानकों में से थे, जिन्हें ITU द्वारा अनुमोदित किया गया है और ये वैश्विक रूप से सामंजस्यपूर्ण 3GPP (तीसरी पीढ़ी की भागीदारी परियोजना) रिलीज़ 17 मानकों का भी हिस्सा बन गए हैं। ये समान भौगोलिक विस्तार वाले देशों के लिये अत्यधिक सहायक होंगे।
- छह सौ से अधिक गाँंवों को आप्टिकल फाइबर केबल से जोड़ा जा रहा है, जिनमें से लगभग 175,000 पहले से ही जुड़े हुए हैं।
- 4जी कनेक्टिविटी से छूटे गाँंवों को यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF) के ज़रिये कवर किया जा रहा है।
- भारत उन प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करता है जो विकास में तेज़ी ला सकती हैं और इस अंतर को पाट सकती हैं, जैसे- ई बैंड वायरलेस कैरियर्स, LEO (लो अर्थ ऑर्बिट) और MEO (मिडिल अर्थ ऑर्बिट) सैटेलाइट कनेक्टिविटी का उपयोग करना।
- भारत ने LEO या MEO कनेक्टिविटी के लिये पहला सेवा लाइसेंस जारी किया है और उम्मीद है कि दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल समावेशन को सक्षम करने के लिये प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाएगा।
- 5जी टेस्ट बेड, स्वदेशी 4जी तथा 5जी स्टैक विकसित करना, भारतीय 5जी मानकों का विकास तथा 6जी इनोवेशन फोरम की स्थापना लागत को कम करने, ग्रामीण क्षेत्रों में तेज़ी से 5जी प्रसार को सुविधाजनक बनाने व विशिष्ट विक्रेताओं पर निर्भरता को खत्म करने की पहल है।
सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि (USOF):
- USOF यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों में लोगों के लिये आर्थिक रूप से उपयुक्त कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण आईसीटी सेवाओं तक सार्वभौमिक गैर-भेदभावपूर्ण पहुँच हो।
- वर्तमान में इस पर 5% की दर से चार्ज किया जाता है, जबकि टीएसपी इसे घटाकर 3% करने की मांग कर रहे हैं।
- इसे वर्ष 2002 में दूरसंचार विभाग के तहत बनाया गया था।
- यह एक गैर-व्यपगत निधि है, अर्थात् लक्षित वित्तीय वर्ष के तहत खर्च नहीं की गई राशि व्यपगत नहीं होती है और अगले वर्षों के खर्च के लिये व्यय की जाती है।
- इस फंड के सभी प्रकार के क्रेडिट के लिये संसदीय अनुमोदन की आवश्यकता होती है और इसे भारतीय टेलीग्राफ (संशोधन) अधिनियम, 2003 के तहत वैधानिक समर्थन प्राप्त हैै।
स्रोत: पी.आई.बी.
एक्स खान क्वेस्ट 2022
16 देशों के सैन्य टुकड़ियों की भागीदारी वाली एक बहुराष्ट्रीय शांति अभ्यास "एक्स खान क्वेस्ट 2022" मंगोलिया में शुरू हुआ है।
- भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व लद्दाख स्काउट्स के एक दल द्वारा किया गया है।
- नोमेडिक एलिफेंट अन्य सैन्य अभ्यास है जो दोनों देशों के बीच आयोजित किया जाता है।
एक्स खान क्वेस्ट:
- खान क्वेस्ट 2022 मंगोलिया में आयोजित एक बहुराष्ट्रीय शांति अभियान है।
- इसमें मंगोलियाई सशस्त्र बलों के पाँच हिल्स पर्वतीय प्रशिक्षण क्षेत्र में एक संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन कमांड पोस्ट अभ्यास और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना अभियान (PKO) मिशन फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास शामिल है।
- इस अभ्यास को शांति स्थापना क्षमताओं में सुधार, सैन्य संबंधों को मज़बूत करने और सभी प्रतिभागियों की संयुक्त राष्ट्र सिद्धांत PKO दक्षताओं को बढ़ाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- वर्ष 2008 का सिद्धांत इसकी पुनः पुष्टि करता है और एक समकालीन समझ प्रदान करता है कि कैसे संयुक्त राष्ट्र के तीन बुनियादी शांति सिद्धांतों को लागू कर सकते हैं, अर्थात्: आत्मरक्षा और जनादेश की रक्षा को छोड़कर सहमति, निष्पक्षता और बल का उपयोग न करना।
- यह अभ्यास भाग लेने वाले देशों के सशस्त्र बलों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में भी सक्षम होगा और इसमें क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास, युद्ध चर्चा, व्याख्यान और प्रदर्शन शामिल होंगे।
- सैन्य अभ्यास भारतीय सेना तथा प्रतिभागी देशों, विशेष रूप से मंगोलिया के सशस्त्र बलों के बीच रक्षा सहयोग के स्तर को बढ़ाएगा जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में भी वृद्धि होगी।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 जून, 2022
राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान
गृह मंत्री अमित शाह 7 जून, 2022 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान (NTRI) का उद्घाटन करेंगे। NTRI राष्ट्रीय स्तर का एक प्रमुख संस्थान होगा और शैक्षणिक, कार्यकारी तथा विधायी क्षेत्रों में जनजातीय चिंताओं, मुद्दों एवं मामलों का मुख्य केंद्र बनेगा। यह प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों, संगठनों के साथ-साथ शैक्षणिक निकायों और संसाधन केंद्रों के साथ सहयोग एवं नेटवर्क स्थापित करेगा। यह जनजातीय अनुसंधान संस्थानों (TRI), उत्कृष्टता केंद्रों (COE), NFS की शोध परियोजनाओं की निगरानी करेगा तथा अनुसंधान और प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार के लिये मानदंड स्थापित करेगा। इसकी अन्य गतिविधियों में जनजातीय मामलों के मंत्रालय के साथ-साथ राज्य कल्याण विभागों को नीतिगत सहयोग प्रदान करना, जनजातीय जीवन-शैली के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं में सुधार या मदद हेतु अध्ययन और कार्यक्रमों को तैयार करना, PMAAGY के डेटाबेस का निर्माण व रख-रखाव, जनजातीय संग्रहालयों की स्थापना तथा संचालन और भारत की समृद्ध जनजातीय सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिये दिशा-निर्देश प्रदान करना शामिल है। साथ ही प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजातीय मामलों के मंत्रालय की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिसमें देश भर के 100 से अधिक आदिवासी कारीगर अपने उत्पादों और नृत्य कलाकार कला का प्रदर्शन करेंगे।
विज़िटर्स कॉन्फ्रेंस, 2022
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 7 जून को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में विज़िटर्स कॉन्फ्रेंस, 2022 की मेज़बानी करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रपति अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास की विभिन्न श्रेणियों में विज़िटर अवार्ड, 2020 प्रदान करेंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श होगा और प्रस्तुतियाँ दी जायेंगी। विचार-विमर्श में उच्च शिक्षण संस्थानों की अंतर्राष्ट्रीय रैकिंग, शिक्षा-उद्योग और नीति निर्माताओं तथा शिक्षा एवं अनुसंधान के बीच समन्वय जैसे विषय शामिल होंगे। राष्ट्रपति 161 केंद्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों के विज़िटर हैं। इन संस्थानों के प्रमुखों के अलावा शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे। 8 जून, 2022 को सम्मेलन में अकादमिक-उद्योग और नीति निर्माताओं के बीच सहयोग; एकीकृत स्कूल, उच्च व व्यावसायिक शिक्षा; उभरती एवं विघटनकारी प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में शिक्षा एवं अनुसंधान जैसे विषय प्रमुख रूप से चर्चा के केंद्र बिंदु होंगे।
मणिपुर हथकरघा और हस्तशिल्प विकास निगम
ई-कॉमर्स अमेज़न और मणिपुर सरकार ने 6 जून, 2022 को राज्य के हथकरघा और हस्तशिल्प के प्रदर्शन और बिक्री के लिये एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पंथोइबी एम्पोरियम का उद्घाटन किया, साथ ही इस ऑनलाइन स्टोर के लिये एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये गए। इस पहल से राज्य के लगभग 300,000 कारीगरों, बुनकरों और आदिवासी समुदायों के सदस्यों को लाभ होगा। हथकरघा एवं वस्त्र निदेशालय के संरक्षण में संचालित, पंथोइबी एम्पोरियम मणिपुर हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (MHHDCL) का एक हिस्सा है, जो स्थानीय कारीगरों के विकास के लिये एक सरकारी उद्यम है। मणिपुर के अद्वितीय और दस्तकारी उत्पादों की एक विस्तृत शृंखला अब देश भर के ग्राहकों के लिये उपलब्ध है। Amazon.in पर पंथोइबी एम्पोरियम में हाथ से बुने कपड़े, दस्तकारी टोपी और बैग, टेराकोटा उत्पाद एवं साथ ही कौना शिल्प शामिल हैं- मणिपुर की एक अद्वितीय हस्तकला जिसमें टोकरी, पर्स, बैग आदि बनाने के लिये कौना लकड़ी का उपयोग किया जाता है। मणिपुरी रानी फी, रेशम से बनी हाथ से बुनी हुई शॉल भी वेबसाइट पर देखी जा सकती है। इसके अतिरिक्त, मणिपुर के विशिष्ट खाद्य पदार्थ, जिनमें काले चावल, चाय, जीआई टैग वाली मिर्च, नींबू और संतरे शामिल हैं, भी बिक्री के लिये उपलब्ध होंगे।