प्रिलिम्स फैक्ट्स (02 Sep, 2023)



आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY)

स्रोत: पी.आई.बी.

आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY) ने रोज़गार सृजन को बढ़ावा देने और कोविड-19 महामारी के बीच पुनर्प्राप्ति प्रयासों में सहायता करने में अपनी प्रभावशीलता का प्रदर्शन करते हुए अपने प्रारंभिक रोज़गार सृजन लक्ष्यों को पार कर लिया है।

आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY):

  • परिचय और लक्ष्य:
    • रोज़गार के नए अवसरों के सृजन को प्रोत्साहित करने के प्राथमिक लक्ष्य के साथ ABRY 1 की शुरुआत अक्तूबर 2020 में हुई।
    • इसने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के साथ पंजीकृत उद्यमों के नियोक्ताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करके अपने लक्ष्य को हासिल किया।
    • इस योजना का उद्देश्य विशेष रूप से ऐसे व्यक्तियों के लिये रोज़गार उपलब्धता को प्रोत्साहित करना है, जिन्होंने महामारी के कारण अपनी नौकरी खो दी थी
    • इसमें लगभग 1000 तक की संख्या में श्रमिकों को नियुक्ति देने वाले व्यवसायों के कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान शामिल होता है जो कि आय के 24% के बराबर होता है।
    • 1000 से अधिक कर्मचारियों वाली बड़ी कंपनियों के लिये इस योजना में केवल कर्मचारी के EPF भुगतान को सम्मिलित किया गया, जो वेतन के 12% के बराबर होता है।
  • उपलब्धियाँ:
    • 31 जुलाई, 2023 तक ABRY ने लगभग 7.58 मिलियन नए कर्मचारियों को नामांकित किया और अपने प्रारंभिक रोज़गार सृजन लक्ष्य को हासिल कर लिया।
  • महत्त्व:
    • इस पहल ने रोज़गार बाज़ार को पुनर्जीवित किया और महामारी के दौरान व्यापक आर्थिक सुधार में योगदान देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन "महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम" से लाभान्वित होने के पात्र हैं? (2011)

(a) केवल अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति परिवारों के वयस्क सदस्य
(b) गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवारों के वयस्क सदस्य
(c) सभी पिछड़े समुदायों के परिवारों के वयस्क सदस्य
(d) किसी भी परिवार के वयस्क सदस्य

उत्तर: (d)


प्रश्न. प्रच्छन्न बेरोज़गारी का आमतौर पर अर्थ होता है- (2013)

(a) बड़ी संख्या में लोग बेरोज़गार रहते हैं
(b) वैकल्पिक रोज़गार उपलब्ध नहीं है
(c) श्रम की सीमांत उत्पादकता शून्य है
(d) श्रमिकों की उत्पादकता कम है

उत्तर: (c)


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 सितंबर, 2023

विश्व अंगदान दिवस 

  • अंगदान के महत्त्व के विषय में जागरूकता बढ़ाने और इससे जुड़े मिथकों को तोड़ने के लिये प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है।
    • भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस प्रतिवर्ष 27 नवंबर को मनाया जाता था, हालाँकि 3 अगस्त, 1994 को भारत में पहले सफल मृत हृदय प्रत्यारोपण की स्मृति में वर्ष 2023 से यह 3 अगस्त को मनाया जाता है।
  • अंगदान में किसी जीवित दाता के अंग को शल्य चिकित्सा द्वारा निकालना या मृत दाता के मामले में किसी अन्य व्यक्ति में प्रत्यारोपण के उद्देश्य से उनके निकटतम रिश्तेदार की सहमति प्राप्त करना शामिल है।
    • जिन अंगों का दान किया जा सकता है उनमें यकृत, गुर्दा, अग्न्याशय, फेफड़े, हृदय, आँत, कॉर्निया, हड्डी, ऊतक और कई अन्य अंग शामिल हैं।
  • भारत में अंगदान मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 द्वारा विनियमित है।

और पढ़ें…भारत में अंगदान, अंगदान और प्रत्यारोपण की नैतिक चिंताएँ, राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण दिशा-निर्देश

गोल्डन ग्लोब रेस 

  • भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर अभिलाष टॉमी (जो सेलबोट पर अकेले विश्व भर में जाने वाले पहले भारतीय बने) ने अब गोल्डन ग्लोब रेस (GGR), 2022 में पोडियम फिनिश हासिल करके एकल जलयात्रा पूरी करने का एक और रिकॉर्ड हासिल कर लिया है।
    • वह वर्तमान में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के तहत मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन, गगनयान पर कार्य कर रहे हैं।
    • अंतरिक्ष से वापसी के संदर्भ में वह अंतरिक्ष यात्रियों की रिकवरी में सहायता करने के लिये कार्य कर रहे हैं।
  • गोल्डन ग्लोब रेस विश्व भर में एक नॉन-स्टॉप, एकल, बिना सहायता वाली नौका दौड़ है जो पहली बार वर्ष 1968-69 में आयोजित की गई थी।
    • इस दौड़ का दूसरा संस्करण 50 साल बाद वर्ष 2018 में आयोजित किया गया था।
    • यह नौकायन एक निर्धारित मार्ग में होती है, जिसमें तीन महान अंतरीपों (दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप, ऑस्ट्रेलिया के केप लीउविन और चिली के केप हॉर्न) को शामिल किया गया है।

NCERT और UNESCO द्वारा जारी कॉमिक बुक 

शिक्षा मंत्रालय ने नई दिल्ली में NCERT और UNESCO द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक नई कॉमिक बुक, "लेट्स मूव फॉरवर्ड" का अनावरण किया।

  • यह साझेदारी स्कूल स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम (SHWP) के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है।
    • इसे वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत अभियान के हिस्से के रूप में शुरू किया गया था और इसको MoE तथा MoHFW द्वारा संयुक्त रूप से प्रशासित किया गया था।
    • इसका उद्देश्य स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना, बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में सुधार करना है।
  • कॉमिक में SHWP के 11 विषयगत घटकों (भावनात्मक कल्याण, पारस्परिक संबंध, लैंगिक समानता, पोषण और स्वास्थ्य, मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम, स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना, प्रजनन स्वास्थ्य, इंटरनेट सुरक्षा आदि) से संबंधित जानकारी शामिल है।
  • यह कई भाषाओं में उपलब्ध है; हिंदी, अंग्रेज़ी, असमिया, बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, तमिल और तेलुगू।

और पढ़ें… मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता

सुपरफूड

सुपरफूड पोषक तत्त्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ होते हैं, मुख्य रूप से या पौधों पर आधारित होते हैं लेकिन इसमें कुछ मछली और डेयरी खाद्य पदार्थ भी शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के लिये लाभदायक विटामिन, खनिज एवं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।

  • अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, सुपरफूड के संबंध में वैज्ञानिक मान्यता का अभाव है, इसे परिभाषित करने के लिये कोई स्थापित मानदंड नहीं है।
  • फिर भी कुछ खाद्य पदार्थ जैसे- ब्लूबेरी (विटामिन से भरपूर), सैल्मन (हृदय रोग को रोकते हैं), केल (पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है), अकाई और बाजरा (बाजरा द्वारा प्रदान की जाने वाली ऊर्जा, प्रोटीन, अच्छी वसा, खनिज और विटामिन उन्हें एक सुपरफूड बनाते हैं) कम पोषक तत्त्वों से भरपूर विकल्पों की तुलना में असाधारण रूप से पौष्टिक होते हैं।
  • वैज्ञानिकों का दावा है कि सुपरफूड शब्द का उपयोग काफी हद तक एक विपणन उपकरण के रूप में है, जिसका अकादमिक शोध में कोई आधार नहीं है।

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