मध्य प्रदेश Switch to English
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश वन विभाग के अनुसार, भोपाल में स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को गुजरात से दो एशियाई शेर प्राप्त होंगे, जबकि इसके बदले में दो बंगाल टाइगर भेजे जाएँगे।
मुख्य बिंदु
- मध्य प्रदेश और गुजरात के बीच आदान-प्रदान:
- पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत दो बाघों को जूनागढ़ चिड़ियाघर में स्थानांतरित किया गया है।
- इस आदान-प्रदान के तहत दो शुद्ध नस्ल के एशियाई (गिर) शेरों को जूनागढ़ के सक्करबाग प्राणी उद्यान से भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में लाया जाएगा।
- वन विहार राष्ट्रीय उद्यान:
- यह भोपाल में बड़ी झील के तट पर स्थित है और मध्य प्रदेश की राजधानी में एक महत्त्वपूर्ण संरक्षण क्षेत्र के रूप में कार्य करता है।
- इसे राष्ट्रीय उद्यान, चिड़ियाघर, वन्य प्राणियों के लिये बचाव केंद्र तथा चयनित महत्त्वपूर्ण प्रजातियों के लिये संरक्षण प्रजनन केंद्र का संयोजन होने का विशिष्ट गौरव प्राप्त है।
- यह मध्य भारत का एकमात्र स्थान है, जहाँ इसके बचाव केंद्र में सर्कसों से बचाए गए शेरों और बाघों, मदारियों से बचाए गए भालूओं, मानव-वन्यजीव संघर्ष वाले क्षेत्रों से बचाए गए बाघों, पैंथरों और भालुओं को रखा गया है।
- यह मध्य प्रदेश के राज्य पशु हार्ड ग्राउंड बारासिंघा और जिप्सी गिद्ध की दो प्रजातियों के लिये एक नामित समन्वय चिड़ियाघर और संरक्षण प्रजनन केंद्र भी है।
- यह विभिन्न प्रकार के शाकाहारी और मांसाहारी जानवरों का प्राकृतिक आवास है, जैसे बाघ, सफेद बाघ, तेंदुआ, लकड़बग्घा, भालू, चीतल, सांभर, काला हिरण, नीलगाय, चौसिंघा, लंगूर, रीसस बंदर, साही आदि।
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