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स्टेट पी.सी.एस.

  • 15 Feb 2025
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उत्तर प्रदेश Switch to English

ग्रेटर नोएडा में NSDC अंतरराष्ट्रीय अकादमी का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में  NSDC अंतरराष्ट्रीय अकादमी का उद्घाटन किया।

मुख्य बिंदु

  • अकादमी के बारे में:
    • यह अकादमी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है, जिसे विश्व स्तरीय कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
    • यह अकादमी भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) की प्रमुख पहल है, जो विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण और प्रमाण-पत्र प्रदान करके भारत के कार्यबल के कायाकल्‍प के लिये समर्पित है।
    • यह संस्थान विदेशी भाषाओं, स्वास्थ्य देखभाल, रोज़गार कौशल और विमानन सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशेष पाठ्यक्रम प्रदान करेगी। 
  • उद्देश्य:
    • भारतीय युवाओं और वैश्विक रोज़गार अवसरों के बीच अंतर को पाटना।
    •  उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में काम करना, जिससे जर्मनी, जापान और इज़रायल जैसे देशों की कौशल मांगों के अनुरूप विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराना। 
    • नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना। 

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना

आरंभ

  • युवाओं को प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से इस योजना का शुभारंभ वर्ष 2015 में किया गया था।
  • यह कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) का प्रमुख कार्यक्रम है तथा इसे राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
  • इस योजना ने पिछली मानक प्रशिक्षण आकलन एवं पारितोषिक (Standard Training Assessment and Reward-STAR) योजना का स्थान लिया था।

उद्देश्य

  • बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना, रोज़गार प्राप्त करने योग्य बनाकर जीविकोपार्जन के लिये सक्षम बनाना और इसके लिये प्रेरित करना।
  • प्रमाणन प्रक्रिया में मानकीकरण को प्रोत्साहन देना और कौशल पंजीकरण की प्रक्रिया की शुरुआत करना।
  • वर्तमान में मौजूद श्रमबल को बढ़ाना और आवश्यकतानुसार लोगों को प्रशिक्षित करना।


बिहार Switch to English

12वाँ दरभंगा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म उत्सव

चर्चा में क्यों ?

07-09 फरवरी, 2025 के मध्य बिहार के दरभंगा ज़िले में 12वें दरभंगा अंतर्राष्ट्रीय चलचित्र उत्सव 2025 (DIFF) का आयोजन किया गया। 

मुख्य बिंदु

  • यह उत्सव दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, दरभंगा के प्रांगण में आयोजित किया गया। 
  • तीन दिवसीय इस प्रतिष्ठित फिल्म उत्सव की क्लोज़िंग फिल्म बॉलीवुड अभिनेता यशपाल शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म "दादा लखमी" रही, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। 
  • इस उत्सव में देश-विदेश की 45 फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई, जिसने सिनेमा प्रेमियों और फिल्म निर्माताओं को एक वैश्विक मंच प्रदान किया।
  • 12वें दरभंगा अंतर्राष्ट्रीय चलचित्र उत्सव में युवा सांस्कृतिक प्रस्तुति और सिनेमा क्विज़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें दरभंगा के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। 
  • इस उत्सव के समापन समारोह में विभिन्न श्रेणियों में 65 अवॉर्ड्स प्रदान किये गए।
  • दरभंगा फिल्म क्लब द्वारा आयोजित यह अंतर्राष्ट्रीय चलचित्र उत्सव लगातार 12 वर्षों से (वर्ष 2013 से) सिनेमा प्रेमियों के लिये एक प्रतिष्ठित मंच बना हुआ है।
  • यह न केवल स्थानीय एवं अंतर्राष्ट्रीय फिल्मकारों को एक साथ लाने का कार्य करता है, बल्कि मिथिला एवं बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को भी वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करता है।

दरभंगा ज़िला

  • यह बिहार राज्य के मिथिला क्षेत्र में बागमती नदी के किनारे स्थित है।
  • दरभंगा प्रमंडल के अंतर्गत तीन ज़िले दरभंगा, मधुबनी एवं समस्तीपुर आते हैं। 
  • दरभंगा के उत्तर में मधुबनी, दक्षिण में समस्तीपुर, पूर्व में सहरसा एवं पश्चिम में मुजफ्फरपुर तथा सीतामढ़ी ज़िला है। 
  • दरभंगा शब्द संस्कृत भाषा के शब्द ‘द्वार-बंग’ या फारसी भाषा के ‘दर-ए-बंग’ यानी बंगाल का दरवाजा का मैथिली भाषा में कई सालों तक चलनेवाले स्थानीयकरण का परिणाम है। ऐसा कहा जाता है कि मुगल काल में दरभंगी खां ने शहर बसाया था।
  • दरभंगा ज़िला का कुल क्षेत्रफल 2,279 वर्ग कि०मी० है। 




बिहार Switch to English

केंद्रीय बजट 2025-26 : बिहार के लिये प्रमुख आवंटन

चर्चा में क्यों?

01 फरवरी, 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट 2025-26 में बिहार के लिये कई महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा की गई है।

मुख्य बिंदु 

परियोजनाओं के बारे में

  • मखाना किसानों के लिये प्रोत्साहन: 
    • मखाना बोर्ड की स्थापना: बिहार में मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्द्धन और विपणन को बढ़ावा देने के लिये एक मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी।  
    • मिथिला मखाना का GI टैग: 2022 में मिथिला मखाना को भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्राप्त हुआ था, जिसमें बिहार भारत के कुल मखाना उत्पादन का 80% योगदान देता है।  
    • लाभान्वित किसान: इस पहल से दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, सुपौल और मधेपुरा जिलों के पाँच लाख से अधिक किसानों को लाभ होने की उम्मीद है।  
  • फूड प्रोसेसिंग संस्थान की स्थापना: वित्तमंत्री ने बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान की स्थापना करने की घोषणा की है। इससे क्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण को बढ़ावा मिलेगा।
  • विमानन अवसंरचना का विस्तार: 
    • ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे: बिहार में भविष्य की मांगों को पूरा करने के लिये नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की स्थापना की जाएगी।  
    • पटना हवाई अड्डे का विस्तार: पटना हवाई अड्डे की क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई गई है।  
    • बिहटा में ब्राउनफील्ड हवाई अड्डा: बिहटा में एक ब्राउनफील्ड हवाई अड्डे के विकास की भी योजना है।  
  • शिक्षा और बुनियादी ढाँचे में निवेश: 
    • पूंजी निवेश: बिहार में पूंजी निवेश के लिये अतिरिक्त धनराशि आवंटित की जाएगी और बहुपक्षीय विकास बैंकों से बाह्य सहायता के लिये राज्य के अनुरोधों पर तेज़ी से कार्रवाई की जाएगी।  
    • पूर्वोदय पहल: पूर्वी भारत के विकास के लिये 'पूर्वोदय' पहल के तहत बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जाएगी।  
    • IIT पटना का विस्तार: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) पटना के लिये छात्रावास सहित बुनियादी ढाँचे के विस्तार की योजना बनाई गई है।  
  • मंदिर और पर्यटन विकास: 
    • विष्णुपद और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर: बजट में गया स्थित विष्णुपद मंदिर और बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर के समग्र विकास के लिये काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के समान समर्थन प्रदान करने का आश्वासन दिया गया है।  
    • नालंदा का विकास: नालंदा को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा और नालंदा विश्वविद्यालय को उसके ऐतिहासिक महत्व को पुनः स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे। 


उत्तराखंड Switch to English

राष्ट्रीय खेल 2025

चर्चा में क्यों?

उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों के 38वें संस्करण की मेज़बानी की, जिसमें 28 राज्यों, आठ केंद्रशासित प्रदेशों और सेवा खेल नियंत्रण बोर्ड (SSCB) ने भाग लिया।

प्रमुख बिंदु

  • वर्तमान पदक तालिका:
    • SSCB 120 पदकों के साथ शीर्ष स्थान पर है, जिनमें शामिल हैं:
      • 67 स्वर्ण
      • 26 रजत
      • 27 कांस्य
    • दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र रहा, जिसने कुल 195 पदक हासिल किये।
      • 53 स्वर्ण
      • 70 रजत
      • 72 कांस्य
    • तीसरे स्थान पर रहे हरियाणा ने 150 पदक अर्जित किये, जिनमें शामिल हैं:
      • 46 स्वर्ण
      • 46 रजत
      • 58 कांस्य
  • राष्ट्रीय खेल 2025 के बारे में: 
    • भारत का राष्ट्रीय खेल एक ओलंपिक शैली का बहु-खेल आयोजन है, जिसमें राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के खिलाड़ी पदक के लिये प्रतिस्पर्द्धा करते हैं। 
    • राष्ट्रीय खेलों का 38वाँ संस्करण 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड में हुआ। 
  • प्रतियोगिता संरचना: 
    • राष्ट्रीय खेलों में 32 खेल प्रतियोगिताएँ शामिल हुईं। 
    • इसके अलावा, चार प्रदर्शन खेल भी शामिल किये गये अर्थात् कलरीपयट्टू, योगासन, मल्लखंभ और राफ्टिंग। 
  • थीम और टैगलाइन: 
    • खेलों का शुभंकर मौली है, जो उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनाल से प्रेरित है तथा इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है। 
    • खेलों की टैगलाइन है "संकल्प से शिखर तक"।



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