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छत्तीसगढ़ में देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ ने राजनांदगाँव ज़िले के ढाबा गाँव के पास स्थित बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली वाले देश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया है।
- इसकी स्थापना भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) द्वारा की गई है और छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी 100 मेगावाट की क्षमता प्रदान करती है।
मुख्य बिंदु:
- यह सौर संयंत्र सुनिश्चित करता है कि रात के दौरान भी विद्युत रहेगी और प्रतिदिन पाँच लाख यूनिट से अधिक विद्युत उत्पन्न होगी।
- इससे 4.5 लाख मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा और हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
- छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (CREDA) द्वारा स्थापित ऑन-ग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र सतत् ऊर्जा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- यह संयंत्र 1 फरवरी, 2024 को स्थापित किया गया था। इसमें 2,39,000 बाइफेशियल सोलर पैनलों से सुसज्जित 100 मेगावाट का सौर संयंत्र है जो दोनों तरफ से विद्युत का उत्पादन कर रहा है।
- इस संयंत्र में सौर ऊर्जा का उपयोग करके अगले सात वर्षों तक विद्युत उत्पन्न करने की उम्मीद है।
- राजनांदगाँव ज़िले के बैरम पहाड़ी क्षेत्र में पहला सोलर पार्क स्थापित करने का निर्णय छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के लिये इन पहाड़ी इलाकों का अधिकतम उपयोग करने हेतु लिया गया था।
- परियोजना वर्ष 2016 में शुरू हुई, जिसमें पहले चरण में पाँच गाँव और 181.206 हेक्टेयर तथा दूसरे चरण में चार गाँव एवं 196-217 हेक्टेयर शामिल थे।
भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI)
- इसकी स्थापना वर्ष 2011 में राष्ट्रीय सौर मिशन (NSM) के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाने और इसके द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये की गई थी।
- SECI को शुरुआत में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत धारा 25 कंपनी (गैर-लाभकारी) के रूप में शामिल किया गया था। वर्ष 2015 में, इसे धारा -3 कंपनी में बदल दिया गया था।
- SECI एक अनुसूची-A केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (CPSU) है। यह भारत में नवीकरणीय ऊर्जा (RE) क्षेत्र के विकास के लिये समर्पित एकमात्र CPSU है और इसकी गतिविधियों का दायरा सभी संसाधनों को कवर करता है।
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