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गंगा किनारे अवैध निर्माण
चर्चा में क्यों?
सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में केंद्र और बिहार सरकार को गंगा नदी के किनारे किये गए अवैध निर्माणों को हटाने के लिये उठाए गए कदमों पर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
मुख्य बिंदु
- मुद्दे के बारे में:
- यह आदेश एक याचिकाकर्त्ता द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के 30 जून, 2020 के आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दिया गया।
- याचिकाकर्त्ता ने बताया कि गंगा नदी के किनारे बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण हो रहे हैं। यह अतिक्रमण विभिन्न प्रकार के निर्माणों, जैसे आवासीय बस्तियाँ, ईंट भट्टे और धार्मिक संरचनाओं के रूप में हो रहे हैं।
- इससे नदी के प्राकृतिक प्रवाह और पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
- गंगा नदी के किनारों के कुछ हिस्से ताजे पानी की डॉल्फिनों से समृद्ध हैं और इनके आवासों पर अवैध निर्माणों का प्रभाव नदी की जैवविविधता को नुकसान पहुँचा सकता है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण
- राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal - NGT) की स्थापना 18 अक्तूबर, 2010 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम (National Green Tribunal Act), 2010 के तहत की गई थी।
- NGT की स्थापना के साथ भारत एक विशेष पर्यावरण न्यायाधिकरण (Specialised Environmental Tribunal) स्थापित करने वाला दुनिया का तीसरा (और पहला विकासशील) देश बन गया। इससे पहले केवल ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में ही ऐसे किसी निकाय की स्थापना की गई थी।
- NGT की स्थापना का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संबंधी मुद्दों का तेज़ी से निपटारा करना है, जिससे देश की अदालतों में लगे मुकदमों के बोझ को कुछ कम किया जा सके।
- NGT का मुख्यालय दिल्ली में है, जबकि अन्य चार क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल, पुणे, कोलकाता एवं चेन्नई में स्थित हैं।
- राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम के अनुसार, NGT के लिये यह अनिवार्य है कि उसके पास आने वाले पर्यावरण संबंधी मुद्दों का निपटारा 6 महीनों के भीतर हो जाए।
गंगा नदी
- यह उत्तराखंड में गौमुख (3,900 मीटर) के पास गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है जहाँ इसे भागीरथी के नाम से जाना जाता है।
- देवप्रयाग में भागीरथी अलकनंदा से मिलती है; इसके बाद इसे गंगा के रूप में जाना जाता है।
- गंगा उत्तरी मैदानों में हरिद्वार में प्रवेश करती है।
- गंगा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है।
- यमुना और सोन दाहिने किनारे की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं और बाएँ किनारे की महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ रामगंगा, गोमती, घाघरा, गंडक, कोसी और महानंदा हैं।
- यमुना गंगा की सबसे पश्चिमी और सबसे लंबी सहायक नदी है और इसका स्रोत यमुनोत्री ग्लेशियर है।
- गंगा सागर द्वीप के पास बंगाल की खाड़ी में गिरती है।