नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 16 जनवरी से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 12 Apr 2025
  • 0 min read
  • Switch Date:  
राजस्थान Switch to English

रामदेवरा गोडावण संरक्षण केंद्र

चर्चा में क्यों?

राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में स्थित रामदेवरा गोडावण संरक्षण केंद्र में पहली बार कृत्रिम प्रजनन से एक चूजे ने जन्म लिया है।

मुख्य बिंदु

  • चूजे के बारे में:
    • इस जन्म के साथ ही कैप्टिव ब्रीडिंग (Captive Breeding) से जन्मे गोडावण की कुल संख्या 51 हो गई है।
    • चूजे का जन्म एक प्राकृतिक संभोग प्रक्रिया के ज़रिये हुआ, जिसमें मादा जेरी और नर सलखा शामिल थे।
    • इस कार्यक्रम को वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (WII), राज्य वन विभाग, और अबू धाबी स्थित इंटरनेशनल फंड फॉर होउबारा कंज़र्वेशन के सहयोग से संचालित किया जा रहा है।
    • रामदेवरा संरक्षण केंद्र, जो 2022 में स्थापित किया गया था, डेजर्ट नेशनल पार्क के पास स्थित है, जो गोडावण का प्राकृतिक आवास है।
  • ग्रेट इंडियन बस्टर्ड

 

  • ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Ardeotis nigriceps) राजस्थान का राजकीय पक्षी है और भारत का सबसे गंभीर रूप से संकटापन्न पक्षी माना जाता है।
  • यह घास के मैदान की प्रमुख प्रजाति मानी जाती है, जो चरागाह पारिस्थितिकी का प्रतिनिधित्व  करती है।
  • ये अधिकांशतः राजस्थान और गुजरात में पाए जाते हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं आंध्र प्रदेश में यह प्रजाति कम संख्या में पाई जाती है।

मरुस्थल राष्ट्रीय उद्यान


close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2