उत्तर प्रदेश Switch to English
महाकुंभ में महाप्रसाद सेवा
चर्चा में क्यों?
अडानी समूह और इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) ने प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने के लिये साझेदारी की है।
मुख्य बिंदु
- अवधि और पेशकश:
- महाप्रसाद सेवा पूरे महाकुंभ मेले के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक चलेगी।
- इस आयोजन के दौरान 50 लाख श्रद्धालुओं को भोजन परोसा जाएगा।
- सहयोग और स्वीकृति:
- अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने इस पहल में इस्कॉन के समर्थन के लिये आभार व्यक्त करने हेतु इस्कॉन गवर्निंग बॉडी कमीशन (GBC) के अध्यक्ष गुरु प्रसाद स्वामी से मुलाकात की।
- भोजन की तैयारी और वितरण:
- भोजन मेला क्षेत्र के अंदर और बाहर स्थित दो रसोईघरों में तैयार किया जाएगा।
- महाप्रसाद का वितरण महाकुंभ क्षेत्र में 40 निर्धारित स्थानों पर किया जाएगा।
- लगभग 2,500 स्वयंसेवक भोजन वितरण में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
- अतिरिक्त पहल:
- दिव्यांग व्यक्तियों, बुज़ुर्ग श्रद्धालुओं और छोटे बच्चों वाली माताओं की सहायता के लिये गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है।
- आध्यात्मिक प्रसाद के भाग के रूप में उपस्थित लोगों के बीच गीता सार की पाँच लाख प्रतियाँ वितरित की जाएँगी।
अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (ISKCON)
- 1966 में स्थापित इस्कॉन को आमतौर पर “हरे कृष्ण आंदोलन” के रूप में जाना जाता है।
- इस्कॉन ने श्रीमद्भगवद्गीता और अन्य वैदिक साहित्य का 89 भाषाओं में अनुवाद किया है, जो विश्वभर में वैदिक साहित्य के प्रसार में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- इस्कॉन आंदोलन के सदस्य भक्तिवेदांत स्वामी को कृष्ण चैतन्य के प्रतिनिधि और दूत के रूप में देखते हैं।
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