मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश ने नए टाइगर रिज़र्व में जाँच शुरू की
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने नव स्थापित वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिज़र्व में बाघों के कथित शिकार और अनियमितताओं की जाँच शुरू की है।
प्रमुख बिंदु:
- बाघ संरक्षण, बाघ सफारी और रिज़र्व में वन भूमि के प्रशासन के बारे में गंभीर लापरवाही की शिकायत के बाद वन विभाग द्वारा यह जाँच शुरू की गई थी।
- नौरादेही अभयारण्य के बारा बीट क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर अवैध रूप से वृक्षों की कटाई और लकड़ी का परिवहन भी किया जा रहा है।
वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिज़र्व
- यह राज्य का सातवाँ और भारत का 54वाँ बाघ अभयारण्य है।
- यह मध्य प्रदेश के सागर, दमोह और नरसिंहपुर ज़िलों में 2,339 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
- रिज़र्व का कुछ हिस्सा नर्मदा और यमुना नदी बेसिन के अंतर्गत आता है तथा सिंगोरगढ़ किला रिज़र्व के भीतर स्थित है।
नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य
- नौरादेही अभयारण्य मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में स्थित है।
- नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य को चीतों के लिये सबसे उपयुक्त क्षेत्र पाया गया है, क्योंकि ये वन इतने सघन नहीं हैं कि सबसे तेज़ गति से दौड़ने वाले स्थलीय जीव अर्थात् चीतों की तीव्र गति बाधित हो।
- इसके अतिरिक्त, इस अभयारण्य में चीतों के लिये प्रचुर मात्रा में शिकार उपलब्ध है।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य है।
- यह राज्य के मध्य में स्थित है और सागर, दमोह, नरसिंहपुर तथा रायसेन ज़िलों के कुछ हिस्सों को कवर करता है।
- यह संरक्षित क्षेत्र भारत की दो प्रमुख नदी घाटियों, नर्मदा और गंगा के तट पर स्थित है।
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