प्रारंभिक परीक्षा
नर्मदा नदी
- 21 Sep 2023
- 6 min read
स्रोत: डाउन टू अर्थ
नर्मदा और अन्य नदियों के कारण गुजरात में बड़े पैमाने पर बाढ़ आई है जहाँ राज्य के दक्षिणी तथा मध्य क्षेत्रों के विभिन्न गाँव मुख्यधारा से कट गए हैं।
- नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात के कुछ हिस्सों में रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
- नर्मदा नदी का प्रमुख बाँध सरदार सरोवर बाँध है, जो जलस्तर बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक है।
सरदार सरोवर परियोजना:
- परिचय:
- सरदार सरोवर परियोजना गुजरात के नवगाम के पास नर्मदा नदी पर बना एक गुरुत्व/ग्रेविटी बाँध है। इस बाँध से चार राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में पानी तथा बिजली की आपूर्ति होती है।
- ग्रेविटी बाँध का निर्माण कंक्रीट या पत्थर से किया जाता है, जिसे पूरे जल भार को नीचे की ओर स्थानांतरित करने के लिये डिज़ाइन किया जाता है।
- यह बाँध मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर सिंचाई और जलविद्युत बहुउद्देश्यीय परियोजनाओं के लिये निर्मित किया गया है।
- सरदार सरोवर परियोजना गुजरात के नवगाम के पास नर्मदा नदी पर बना एक गुरुत्व/ग्रेविटी बाँध है। इस बाँध से चार राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में पानी तथा बिजली की आपूर्ति होती है।
- विशेषताएँ:
- इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 1979 में मुख्य रूप से राज्य में कृषि और बिजली से संबंधित संकट को कम करने के उद्देश्य से की गई थी।
- परियोजना से उत्पादित जल विद्युत ऊर्जा को गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों के बीच साझा किया जाएगा, जबकि सिंचाई का लाभ गुजरात एवं राजस्थान द्वारा लिया जा सकता है।
नर्मदा नदी के मुख्य तथ्य:
- परिचय:
- नर्मदा नदी (जिसे रीवा के नाम से भी जाना जाता है) उत्तर और दक्षिण भारत के बीच एक पारंपरिक सीमा के रूप में कार्य करती है।
- यह मैकल पर्वत के अमरकंटक शिखर से पश्चिम की ओर 1,312 कि.मी प्रवाहित होते हुए खंभात की खाड़ी में मिलती है।
- यह महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों के कुछ क्षेत्रों के अलावा मध्य प्रदेश के एक बड़े क्षेत्र में जल प्रवाहित करती है।
- यह प्रायद्वीपीय क्षेत्र की पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली नदी है जो उत्तर में विंध्य पर्वतमाला तथा दक्षिण में सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच एक दरार घाटी से होकर बहती है।
- सहायक नदियाँ:
- दाहिनी ओर से प्रमुख सहायक नदियाँ हैं- हिरन, तेंदोरी, बरना, कोलार, मान, उरी, हटनी और ओरसांग।
- प्रमुख बायीं सहायक नदियाँ हैं- बर्नर, बंजार, शेर, शक्कर, दूधी, तवा, गंजाल, छोटा तवा, कुंडी, गोई और कर्जन।
- बाँध:
- नदी पर बने प्रमुख बाँधो में ओंकारेश्वर और महेश्वर बाँध शामिल हैं।
IMD द्वारा जारी किये गए विभिन्न कलर-कोडेड अलर्ट:
- IMD 4 रंग कोड अलर्ट :
- ग्रीन (ऑल इज़ वेल अर्थात् सब ठीक है): कोई सलाह जारी नहीं की गई है।
- येलो (बी अवेयर अर्थात् जागरूक रहें ): पीला रंग कई दिनों तक चलने वाले गंभीर रूप से खराब मौसम का संकेत देता है। इससे यह भी पता चलता है कि मौसम और भी खराब हो सकता है, जिससे दैनिक गतिविधियों में व्यवधान आ सकता है।
- ऑरेंज/एम्बर (बी प्रिपेयर्ड अर्थात् तैयार रहें): ऑरेंज अलर्ट अत्यधिक खराब मौसम की चेतावनी के रूप में जारी किया जाता है, जिसमें सड़क और रेल बंद होने तथा विद्युत आपूर्ति में रुकावट के साथ आवागमन में व्यवधान की संभावना होती है।
- रेड (टेक एक्शन अर्थात् कार्यवाही करना): जब बेहद खराब मौसम की स्थिति निश्चित रूप से यात्रा और विद्युत को बाधित करने वाली होती है तथा जीवन के लिये खतरा होता है, तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. नर्मदा नदी पश्चिम की ओर बहती है, जबकि अधिकांश अन्य बड़ी प्रायद्वीपीय नदियाँ पूर्व की ओर बहती हैं, ऐसा क्यों है? (2013)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 उत्तर: (a) |