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मध्य प्रदेश बजट
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने राज्य विधानसभा में 3.65 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया।
मुख्य बिंदु:
- बजट की मुख्य बातें:
- महिला एवं बाल विकास के लिये 26,560 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जबकि पिछले बजट से 81% अधिक राशि का आवंटन किया गया था
- स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार ने 21,444 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं।
- नीमच, मंदसौर और सिवानी ज़िलों में तीन चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित किये जायेंगे।
- रोडवेज के लिये सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये 10,000 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं।
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2024-2025 में 1,000 किलोमीटर सड़क निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।
- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लिये वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में 520 करोड़ रुपए का प्रावधान है।
- मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिये 50 करोड़ रुपए का प्रावधान
- वन एवं पर्यावरण के लिये 4,725 करोड़ रुपए का प्रावधान।
- केन-बेतवा लिंक परियोजना की अनुमानित लागत 44,605 करोड़ रुपए है। यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के लोगों के लिये वरदान साबित होगी।
- शिक्षा के लिये सरकार ने 22,600 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं।
- खेल एवं युवा कल्याण विभाग के लिये सरकार ने 586 करोड़ रुपए आवंटित किये हैं।
- राज्य में गौशालाओं के लिये बजट 2024-25 में 250 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
- संस्कृति विभाग के लिये 1,081 करोड़ रुपए तथा पर्यटक सुविधाओं के लिये 666 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान प्रस्तावित है।
- सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण एवं रखरखाव के लिये 13,596 करोड़ रुपए का प्रावधान प्रस्तावित किया गया।
- पंचायत एवं ग्रामीण विकास के लिये 27,870 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान प्रस्तावित है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में निम्नलिखित योजनाओं के तहत 57 लाख से अधिक लाभार्थियों को लाभ मिला है:
- राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, राष्ट्रीय विकलांग पेंशन योजना, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना आदि।
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भोजशाला परिसर में खंडित मूर्तियाँ मिली
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के धार ज़िले में भोजशाला/कमाल मौला मस्जिद परिसर की स्थापना के लिये भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India- ASI) द्वारा किये गए सर्वेक्षण के दौरान 39 खंडित मूर्तियों सहित 1,710 अवशेष पाए गए।
मुख्य बिंदु:
- हिंदू पक्ष ASI द्वारा संरक्षित 11वीं शताब्दी के स्मारक भोजशाला को वाग्देवी (देवी सरस्वती) को समर्पित मंदिर मानते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद कहते हैं।
- 7 अप्रैल, 2003 को ASI द्वारा की गई व्यवस्था के अनुसार, हिंदू मंगलवार को भोजशाला परिसर में पूजा करते हैं, जबकि मुसलमान शुक्रवार को इसी परिसर में नमाज अदा करते हैं।
- उच्च न्यायालय ने 11 मार्च, 2024 को ASI को छह सप्ताह के भीतर भोजशाला-कमल मौला मस्जिद परिसर का "वैज्ञानिक सर्वेक्षण" करने का आदेश दिया था।
- वहाँ जो मूर्तियाँ प्राप्त हुईं उनमें वाग्देवी (सरस्वती), महिषासुर मर्दिनी, गणेश, कृष्ण, महादेव, ब्रह्मा और हनुमान की मूर्तियाँ शामिल हैं।
भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India- ASI)
- संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत ASI, देश की सांस्कृतिक विरासत के पुरातात्त्विक अनुसंधान और संरक्षण के लिये प्रमुख संगठन है।
- यह राष्ट्रीय महत्त्व के 3650 से अधिक प्राचीन स्मारकों, पुरातात्त्विक स्थलों और अवशेषों का प्रबंधन करता है।
- इसकी गतिविधियों में पुरातात्त्विक अवशेषों का सर्वेक्षण, पुरातात्त्विक स्थलों की खोज और उत्खनन, संरक्षित स्मारकों का संरक्षण एवं रखरखाव आदि शामिल हैं।
- इसकी स्थापना वर्ष 1861 में ASI के पहले महानिदेशक अलेक्जेंडर कनिंघम ने की थी। अलेक्जेंडर कनिंघम को “भारतीय पुरातत्त्व के जनक” के रूप में भी जाना जाता है
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