हरियाणा Switch to English
बकाया राशि को लेकर मरीज़ों के इलाज पर रोक
चर्चा में क्यों?
हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में निजी अस्पतालों ने राज्य सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान न किये जाने के कारण केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत मुफ्त इलाज योजना और राज्य सरकार की चिरायु हरियाणा योजना के तहत मरीज़ों को भर्ती करना बंद कर दिया है।
मुख्य बिंदु:
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अनुसार, राज्य में लगभग 600 निजी अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध हैं और उन्होंने राज्य सरकार से बिलों का भुगतान जारी करने का अनुरोध किया था।
- हरियाणा में 74.33 लाख लाभार्थी चिरायु योजना के अंतर्गत तथा 28.89 लाख लाभार्थी आयुष्मान योजना के अंतर्गत आते हैं।
- इन योजनाओं के अंतर्गत प्रत्येक परिवार को द्वितीयक एवं तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती होने के लिये प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य कवरेज मिलता है।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री- जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY)
- परिचय:
- PM-JAY पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्तपोषित विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।
- इसे 2018 में लॉन्च किया गया, यह द्वितीयक देखभाल और तृतीयक देखभाल के लिये प्रति परिवार 5 लाख रुपए की बीमा राशि प्रदान करती है।
- स्वास्थ्य लाभ पैकेज में सर्जरी, चिकित्सा और डे केयर उपचार, दवाओं व निदान की लागत शामिल है।
- लाभार्थी:
- यह एक पात्रता आधारित योजना है जो नवीनतम सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) डेटा द्वारा पहचाने गए लाभार्थियों को लक्षित करती है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) ने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को शेष (अप्रमाणित) SECC परिवारों की पहचान करने के लिये समान सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल वाले गैर-सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) लाभार्थी परिवार डेटाबेस का उपयोग करने हेतु लचीलापन प्रदान किया है।
चिरायु हरियाणा योजना
- इसका उद्देश्य राज्य के ज़रूरतमंदों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है।
- इन परिवारों का 5 लाख रुपए तक का व्यय राज्य सरकार वहन करेगी।
- इस योजना का लाभ राज्य के 28 लाख से अधिक परिवारों को मिलेगा। योजना के विस्तार के साथ ही इसमें 12 लाख से अधिक नए गरीबी रेखा से नीचे (BPL) परिवारों को जोड़ा गया है।
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