राजस्थान Switch to English
राजस्थान के नए मुख्य सचिव
चर्चा में क्यों?
हाल ही में वर्ष 1991 बैच के आईएएस अधिकारी सुधांश पंत को राजस्थान का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया।
- एक साल में सुधांश पंत की यह लगातार तीसरी नियुक्ति है।
मुख्य बिंदु:
- उन्हें अक्तूबर 2022 में जहाज़ मंत्रालय में विशेष कर्त्तव्य अधिकारी (OSD) के रूप में केंद्र में नियुक्त किया गया, जो बाद में सचिव के पद पर नियुक्त हुए।
- छह महीने के बाद उन्हें सचिव के रूप में स्वास्थ्य मंत्रालय में स्थानांतरित कर दिया गया।
- वरिष्ठ नौकरशाहों के अनिसार निकट भविष्य में सचिव स्तर पर फेर-बदल की उम्मीद है।
- आईएएस अधिकारी डी.एस. मिश्रा का उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के रूप में कार्यकाल में छह महीने का विस्तार कर दिया गया है।
- वर्ष 1998 बैच की आईएएस अधिकारी वीरा राणा मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही हैं।
उत्तर प्रदेश Switch to English
पहला ‘ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल’
चर्चा में क्यों?
1 जनवरी, 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मथुरा के वृन्दावन में ‘संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल’ का उद्घाटन किया।
मुख्य बिंदु:
- यह पहला पूर्णत: लड़कियों वाला सैनिक स्कूल (ऑल-गर्ल्स सैनिक स्कूल) है, जिसमें लगभग 870 छात्र हैं।
- यह सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों में गैर-सरकारी संगठनों (NGO)/निजी/राज्य सरकारी स्कूलों के साथ साझेदारी मोड में 100 नए सैनिक स्कूल स्थापित करने की पहल के तहत बनाया गया है।
- इनमें से 42 स्कूल पहले ही स्थापित किये जा चुके हैं।
- इसे सशस्त्र बलों में शामिल होने की इच्छा रखने वाली लड़कियों के लिये आशा की किरण के रूप में वर्णित किया गया है।
- वर्ष 2019 में, मिज़ोरम में सैनिक स्कूल छिंगछिप में पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद राजनाथ सिंह ने चरणबद्ध तरीके से सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश को मंज़ूरी दी थी।
- 100 नए सैनिक स्कूलों की स्थापना का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा सशस्त्र बलों में शामिल होने सहित बेहतर कैरियर के अवसर प्रदान करना है।
उत्तर प्रदेश Switch to English
पूजा स्थल के धार्मिक चरित्र' को परिभाषित करने हेतु परीक्षण आवश्यक: इलाहाबाद उच्च न्यायालय
चर्चा में क्यों?
ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के हालिया रुख से पता चलता है कि उपासना स्थल अधिनियम, 1991 “किसी भी उपासना स्थल के धार्मिक चरित्र” को स्पष्ट नहीं करता है और प्रत्येक मामले में इसे केवल मौखिक तथा लिखित दोनों साक्ष्यों के आधार पर परीक्षण के माध्यम से सुनिश्चित किया जा सकता है।
मुख्य बिंदु:
- पूजा स्थल अधिनियम, 1991 धार्मिक स्थलों को किसी अलग धर्म या संप्रदाय के पूजा स्थलों में बदलने पर रोक लगाता है।
- यह किसी भी पूजा स्थल की धार्मिक पहचान को संरक्षित करने का भी आदेश देता है जैसा कि 15 अगस्त, 1947 को था।
- ज्ञानवापी मामला वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर के स्वामित्व और धार्मिक पहचान से संबंधित एक कानूनी लड़ाई है, जिसमें एक मस्जिद तथा एक मंदिर दोनों हैं।
- हिंदूवादी का तर्क है कि मस्जिद स्थल सहित पूरा क्षेत्र मूल रूप से स्वयंभू भगवान आदि विश्वेश्वर को समर्पित एक मंदिर था।
- उनका दावा है कि ज्ञानवापी भूखंड पर स्थित इस मंदिर को वर्ष 1669 में सम्राट औरंगज़ेब ने ध्वस्त कर दिया था।
- न तो सरकार और न ही सर्वोच्च न्यायालय ने आज तक इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट रुख अपनाया है।
मध्य प्रदेश Switch to English
जल महोत्सव 2023
चर्चा में क्यों?
वार्षिक जल महोत्सव 2023 दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 तक मध्य प्रदेश में इंदिरा सागर बाँध के तट पर स्थित हनुवंतिया टेंट सिटी की मनोरम पृष्ठभूमि में आयोजित हुआ।
मुख्य बिंदु:
- मध्य प्रदेश के खंडवा ज़िले में होने वाला जल महोत्सव स्थानीय संस्कृति का एक जीवंत शो है, जिसमें लोक प्रदर्शन और पारंपरिक अनुष्ठान जल व भारत की समृद्ध विरासत के बीच गहरे संबंध का जश्न मनाते हैं।
- यह जल संरक्षण और सतत् प्रथाओं जैसे महत्त्वपूर्ण मुद्दों के विषय में जागरूकता बढ़ाने का एक मंच है। यह समुचित जल उपयोग को बढ़ावा देता है और विभिन्न पर्यावरणीय पहलों का समर्थन करता है।
- 10 एकड़ में फैले इस वर्ष के टेंट सिटी में 100 शानदार टेंट और अन्य सुविधाएँ होंगी, जैसे उत्तम भोजन परोसने वाला एक डाइनिंग हॉल, आरामदेह सिट-आउट गज़ेबो (छोटी इमारत जहाँ से बाहर का पूरा नज़ारा हो सकता है) और इनडोर स्पोर्ट्स रूम।
- एक खाद्य बाज़ार, शिल्प बाज़ार और एक कायाकल्प करने वाला कल्याण केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक दिन मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की जाएंगी।
- आयोजन स्थल पर क्षेत्रीय व्यंजनों का बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाता है, जिसमें स्थानीय शेफ अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हैं और आनंददायक दावतें पेश करते हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
अर्जेंटीना के साथ लिथियम-डील
चर्चा में क्यों ?
भारत सरकार के खनन मंत्रालय ने राज्य के स्वामित्व वाली खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड (KABIL) के माध्यम से पाँच-विषम लिथियम ब्लॉकों के संभावित अधिग्रहण और विकास के लिये अर्जेंटीना के खनिक कैमयेन के साथ एक मसौदा अन्वेषण तथा विकास समझौता किया है।
- कंपनी ने खनिज के "संभावित अन्वेषण, निष्कर्षण, प्रसंस्करण और व्यावसायीकरण" के लिये चिली की खनिक ENAMI के साथ एक गैर-प्रकटीकरण समझौता भी किया है।
मुख्य बिंदु:
- लिथियम एक क्षार खनिज है, जिसे ‘सफेद सोना’ भी कहा जाता है। यह नरम, चाँदी जैसी सफेद धातु है, जो आवर्त सारणी की सबसे हल्की धातु है।
- लिथियम के प्रमुख गुणों में उच्च प्रतिक्रियाशीलता, कम घनत्व और उत्कृष्ट विद्युत रासायनिक गुण शामिल हैं।
- लिथियम प्राकृतिक रूप से स्पोड्यूमिन, पेटालाइट और लेपिडोलाइट सहित विभिन्न खनिजों में पाया जाता है एवं इन खनिजों से निकाला जाता है तथा लिथियम धातु या इसके यौगिकों में परिष्कृत किया जाता है।
- लिथियम के शीर्ष उत्पादक ऑस्ट्रेलिया, चिली, चीन और अर्जेंटीना हैं।
- यह स्मार्टफोन, लैपटॉप, इलेक्ट्रिक वाहन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग की जाने वाली रिचार्जेबल बैटरी का एक महत्त्वपूर्ण घटक है।
- लिथियम यौगिकों का उपयोग काँच और चीनी मिट्टी की चीज़ें को मज़बूत करने के लिये किया जाता है, जिससे वे अधिक टिकाऊ और गर्मी प्रतिरोधी बन जाते हैं।
- इसका उपयोग द्विध्रुवी विकार के उपचार में मूड स्टेबलाइज़र के रूप में किया जाता है।
- लिथियम ग्रीस का उपयोग उच्च दबाव और उच्च तापमान अनुप्रयोगों में किया जाता है।
- वर्ष 2023 में लिथियम खोजों में वृद्धि देखी गई:
- जम्मू और कश्मीर में बड़े पैमाने पर भंडार का पता चला (अनुमानित 5.9 मिलियन टन)।
- राजस्थान में पाए गए भंडार (संभवत: भारत की 80% मांग को पूरा करते हैं)।
- झारखंड में अतिरिक्त भंडार की पहचान की गई।
- हालाँकि भारत ने लिथियम ब्लॉकों को नीलामी के लिये रखा है: एक जम्मू-कश्मीर में और दूसरा छत्तीसगढ़ में, EV, लिथियम-आयन बैटरी बनाने एवं अन्य ऊर्जा भंडारण समाधान जैसी श्रेणियों में इसकी अधिकांश घरेलू आवश्यकताएँ पूरी तरह से आयात के माध्यम से पूरी की जाती हैं।
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