उत्तराखंड की मुख्यमंत्री सौर स्वरोज़गार योजना | 28 Oct 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने सतत् ऊर्जा और ग्रामीण रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सौर स्वरोज़गार पहल शुरू की है।
मुख्य बिंदु
- उद्देश्य:
- सौर ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय रोज़गार को बढ़ावा देकर पलायन को रोकने के लिये बनाया गया है ।
- कार्यक्रम विवरण:
- व्यक्ति सौर संयंत्र (20-200 किलोवाट) स्थापित कर सकते हैं और उत्पादित विद्युत उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) को बेच सकते हैं।
- वित्तीय सहायता में बैंक ऋण तथा MSME एवं स्वरोज़गार योजनाओं के अंतर्गत सहायता शामिल है।
- आर्थिक प्रभाव:
- स्थानीय उद्यमियों के लिये आय के अवसरों को प्रोत्साहित करना, सतत् प्रथाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ाना।
भारत के सौर क्षेत्र की वर्तमान स्थिति
- परिचय:
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा खपत वाला देश है। सौर ऊर्जा क्षमता में भारत पाँचवें स्थान पर है (REN21 नवीकरणीय ऊर्जा 2024 वैश्विक स्थिति रिपोर्ट)।
- COP26 में, भारत ने वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा प्राप्त करने का संकल्प लिया, जो कि विश्व की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार योजना पंचामृत पहल का हिस्सा है।
- सौर ऊर्जा विकास:
- पिछले 9 वर्षों में स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 30 गुना बढ़ गई है, जो अगस्त 2024 में 89.4 गीगावाट तक पहुँच जाएगी।
- भारत की सौर क्षमता 748 GWp (राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान, NISE) होने का अनुमान है।
- निवेश और FDI:
- विद्युत अधिनियम, 2003 के अंतर्गत, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन और वितरण परियोजनाओं के लिये स्वचालित मार्ग के माध्यम से 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की स्वीकृति प्रदान की गई है।