तनोट मंदिर ने ऑनलाइन पास प्रणाली शुरू की | 24 Aug 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में घरेलू पर्यटकों को जैसलमेर ज़िले में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित तनोट-बाबलीयान पर्यटन सर्किट का भ्रमण कराने के लिये ऑनलाइन पास प्रणाली शुरू की गई है।
मुख्य बिंदु
- वेबसाइट का विकास तनोट माता ट्रस्ट द्वारा किया गया है तथा इसका प्रबंधन सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा किया जाता है।
- यह आगंतुकों को सीमा सुरक्षा गतिविधियों को देखते हुए गर्व और देशभक्ति की भावना महसूस करने की अनुमति देता है
- इच्छुक पर्यटकों को विस्तृत जानकारी और पहचान के साथ एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा।
- केंद्र सरकार ने मंदिर परिसर में तनोट पर्यटन परियोजना के लिये 17.67 करोड़ रुपए मंज़ूर किये हैं।
तनोट माता मंदिर
- श्री तनोट माता मंदिर राजस्थान के जैसलमेर ज़िले में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है
- यह हिंदू देवी हिंगलाज माता के स्वरूप तनोट राय को समर्पित है।
सीमा सुरक्षा बल (BSF)
- BSF की स्थापना वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद की गई थी।
- यह गृह मंत्रालय (MHA) के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत भारत संघ के सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है।
- अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हैं: असम राइफल्स (AR), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और सशस्त्र सीमा बल (SSB)।
- 2.65 लाख जवानों वाला यह बल पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा पर तैनात है।
- इसे भारतीय सेना के साथ भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर तथा नक्सल विरोधी अभियानों में तैनात किया गया है।
- BSF अपने अत्याधुनिक जलयान बेड़े के साथ अरब सागर में सरक्रीक और बंगाल की खाड़ी में सुंदरवन डेल्टा की रक्षा कर रहा है।
- यह हर वर्ष अपनी प्रशिक्षित जनशक्ति का एक बड़ा दल भेजकर संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में समर्पित सेवाएँ प्रदान करता है।